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हरीतक्यादिनिघंटे
इति श्रीहरीतक्यादिनिघंटे आम्रादिफलवर्गः ॥
टीका - फलोंमें जो पकाहुवा है वोह गुणवाला कहा गया है बेलके सिवाय जानना चाहिये कच्चा बेल गुणमें अधिक होता है ॥ १४६ ॥ फलोंमें रसके सहित जो होता है वह गुणमें अधिक कहाहै परन्तु दाखवेल आंवले इनके फल सूखे हुवे गुणमें अधिक होतेहैं || १४७ || सबके मज्जाओंका गुण फलके समान होता है हिम अनि दुष्टवात सर्प कीट आदिसें दुःखित और वे ऋतुका फल कुत्सित भूमिका वेपकाहुवा ऐसे फलकों भक्षण नहीं करें ॥ १४८ ॥
इति श्रीहरीतक्यादिनिघंटे फलवर्गः
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