Book Title: Geet Vitrag prabandh
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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गीतवीतरागप्रबन्धः
त्यज मम देव नृप राजाधिप त्यज मम देव नृप ।। *२॥ परिजनपुरजनसेवनं निजपावनं निरुपमसुखतरुलावनम् ।। त्यज मम देव नृप राजाधिप त्यज मम देव नृप ।। ३ ।। अभिनवयौवनसुन्दरं कफमन्दिरं इभगतिस्त्रीजनकन्धरम् । त्यज मम देव नृप राजाधिप त्यज मम देव नृप ॥ *४॥ अमलनलिनदललोचना सुखमोचनाममितदुरितभवचायनाम् । त्यज मम देव नृप राजाधिप त्यज मम देव नृप ॥ ५ ॥ सुरुचिरशुभवृषनाशनं दुरिताशनं पुरुकुलमाननिधानम् । त्यज मम देव नृप राजाधिप त्यज मम देव नृप ।। ६ ।। समवनिताकृतभूषणं शिवदूषणं
समररिपुविहितरोषणम् ।। ६) Vलू to cut | ७) कफः= श्लेष्मन् । ८) चायनाम् =विस्तारकारकाम् ।
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