Book Title: Gautam Nam Japo Nishdish
Author(s): Dharnendrasagar
Publisher: Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba

View full book text
Previous | Next

Page 31
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २. पूर्वाचार्यप्रणीतं श्री गौतमाष्टकम् ... ।।२।। ॐ नमः सकलकल्मपच्छिदे, भूर्भुवःस्वस्त्रितयवंदितांघ्रये । सर्वसिद्धिफलदाय तायिने, गौतमान्वयसरोजभास्वते. 119 ।। वर्धमानपदपंकजालये, सर्वलब्धिपुरुषार्थरूपिणे । श्रीन्द्रभूतिगणभृद्वराय तेऽर्हन्मयाय परमेष्ठिने नमः.. श्रीह्रीलक्ष्मीकान्तिकीर्तिधृतीनामेकावासं मुक्तसंसारवासं । दिव्याकारं ज्ञानरत्नत्रयाद्यं, भक्त्या नित्यं नौमि तं श्रीन्द्रभूतिम............... ।।३।। समग्रवेदागमगीतनादजन्मावनिं शुद्ध-विभूषणांगी। चतुर्भुजैर्या सुभगा सरस्वती, श्रीगौतमं स्तौति निपीड्य पादौ ........... ।।४।। या मानुषोत्तरमहीधरमौलिरत्नं, सुस्वामिनी त्रिभुवनस्य गजाधिरूढा । नानायुधान्वितसहस्रभुजाक्षितारिः, श्रीगौतमक्रमजुषां शिवमातनोतु................... ।।५।। देवी जयादिसहिता निधिपीठसंस्था, देवासुरेन्द्रनरचित्तविमोहिनी या । For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124