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(24) ४. व्युद्ग्राही मूढ कथा पुणरवि खग णिवणंदणु पभणइ एक्कगाहि कह दिहगणु णिसुणइ । णं दुक्खारिहे दुद्धरु राणउ
ता सुपुत्तु जायंधु अयाणउ । कडयमउडकुंडलकेऊरहे
दिणि दिणि वंदिय णहो दिहि पुरहि । देइ जाम सो मंति पघोसइ
णिव तुह सुउ वसु चाएँ णासइ । ना दुद इ पभणइ णउ भुंजइ जइ तहो णउ आह णउ दिज्जइ। 5 ताम लोहविरइ उ तहो मंतें
अप्पिउ भूसणु व यकुलसंतें । भणि उ कुमार कुलग्गयभूसण मा कासु वि दिज्जसु कुलभूसण । एयह चाहँ रज्जु पणासइ
लोहाहरणे इय जो भासइ । तहो पहारु इय दंडे मुच्चइ
एम करेमि कुमार वुच्चइ । अह तं लोहमयं जो पभणइ
तं तड त्ति सिरि दंड पहणइ। 10
पत्ता- जो गहिउ अजुत्तु वि णउ मुचइ वुहवु झाइउ रूसइ ।
हरिसेण वि वज्जिउ गुणरहिउ सो दुग्गाहिउ वुच्चइ ।।२४।।
इय धम्मपरिक्खाए च उवग्गाहिट्ठियाए चित्ताए । वुहहरिसेणकयाए वीउ संधी परिसमत्तो ॥छ॥ श्लोक १३३०॥छ।।
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(23) 1.a भणिउ, a ख महो, b खमहि, 2.b पुच्छइ, a परभणहि, b पभणई,
a मुणहि, b मुणइ. 3.a सव्व बिडुयवयणु, 4.b भणइ, a वंचि अप्पाणउ, b पहिएहि समाणउ, a संमाणउ, 5.a.b वयंमि, b मुउ for मउ, 8.b पइ for सो 9.a तुहु, b जाणहि, b मइ, 10.b पभणइ, a कहि इउ 11. विघयरु, b सुहि संगहो, a ण्णेमि, b मई 12.a एव, a ययविवेय,
13.b मण्णइं, 14.a सच्च, b भण्णइं । (24) 1.b युणरवि, a खगवइ, b पभणई, 2.b दुखारिहि, b रागढ, a जायंध,
b आयाणउं, 3.b केऊरइं, b पूरइ, 4.b ता for सो b, 5.b पभणइं, a अहारणउ, 6.a ताव, 7.a कुमार, a कुलग्गयभूसणु, b कुला गयभूसग, a कुलभूसणु, 8.a एयह चायं, b लोहाहरणइ इह, 9.6 करेपि कुमार मुच्चइ, 10.b पभणई, 11.a आयउ, 12.b सीसइ for वुच्चइ, a after ॥छ।।2811, 13.a omits चित्ताए, 14,a omits वीउ, a परिसेउ for संधी, b परिच्छेउ समत्तों ॥छ। संधि ॥2॥छ।।
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