________________ हिउरविदिकउन्सुतणुमय उहारिसेगमणुयजम्मिनुहि नशतंकरतअविवाणियारिसा कबुखिरयाणिसविाष्पयन सशवमुहमुहथियतावसरासः SANMATI RESEARCH INSTITUTE OF INDOLOGY (SANMATI VIDYAPEETH), NAGPUR. मुखपृष्ठ मुद्रक : मे, मधुकर आर्टस्, धंतोली, नागपूर-१२ For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org,