Book Title: Dhammaparikkha
Author(s): Bhagchandra Jain Bhaskar
Publisher: Sanmati Research Institute of Indology Nagpur
View full book text
________________
अइखण्ण ११.४ अइलज्जाविणु ५.५ अउ ५.८
अक्खयजोणि ७.१५
अक्खरु ११.१८
अकुडिलभावए २.१२ अकंपय मुणि ४.२
अग्गलउ ८.२०
अपरिह १ १८
अगत्थिणा ५.१-४ ३.९
अगुरु रुक्खवणु अघडमाण ९.१८
अच्छर १.११
अच्छह २.२३
अच्छहि १.९
अच्छामि २.५
अच्छरिउ ३.५
विशिष्ट शब्द-सूची
अणिट्ठिय ५.४
अणुत्तउ ३.२
अदि ५.५
अजयरु १.१३-१४
अजितु ८.७
अजिय ८.१४
अट्ठम ८.१२, २३
अट्ठिया २.२२
अभेयसरि ४.६
अडवण्ण ४.६; ६.९ अलु ८५
अण्णा ८.५
अणुव्वय १०.१४
अण्णोष्णु १.८; ३. १३
अवरोहु . १
अराइयो १.८ अणारि ८.११
Jain Education International
अणुहवि ४.१८
अद्धचक्कि ८.४ अद्धचणयसंमीसिउ २. १४
अद्धसिरीहर ९.२४
अद्धको ११.२
अद्धोद्धी ८.१९ अप्पवियारा ६. १७
अप्पाणउ ७.७
अप्पा ४.९ अप्पिउ ३.१ अभत्थिउ ८.१६
अब्भुत्थाणु ५.१४
अभयवयण ११.१६
अम्हह २.२२
अम्हाण ४.५
अमरगुरु ३.१९
अमरपहु ८.१६ अमराउरि १.१०
अमियाहारु ३.४
अमंगल गारउ ११-१४
अयत्थि ९.६
अयालि ३.३
अरिहंत ५.१९
अल्लवइ ३.९; ३.१८
अलिउ ८.९
अलिचिहुरा ६.३ अलिय ३.६
अविणासिउ २.२३
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312