Book Title: Dhammaparikkha
Author(s): Bhagchandra Jain Bhaskar
Publisher: Sanmati Research Institute of Indology Nagpur

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Page 298
________________ कुंटहंसगइ ३.१५ कुडिलउ १.१० कुडिलभाव ४.१४ कुंति ८.२; ९.१४ कुच्छियधम्मेण ९.१३ कुत्थि उ ९.१४ कुटहंसगइ ३.१५ कुद्धचित्तु ९.१६ कुरंगी २.९ कुल ४.४ कुलकण्णह ७.१७ कुलदेवयाइ ८.१७ कुलदेवि ३.४ कुलणंदण २.१८ कुलयर २.१ कुसुमउरहो १.१९, २.१ कूरवसहि ११.१२ केत्तिउ ५.६ केम ३.१ केसवासु ४.१२ कोइलतमाल ३.९ कोउहलेण २.५ कोऊहल २.९, ८.१० कोक्काविय ११.१७ कोडिउ ९.२४ कोडिणयरि २.१४ कोद्दव ३.९ कोवंडकाउ ६.१२ कोवंडदंडु ८.२१ कोवंडविहुसिय ४.३ कोवग्गिदित्तु १०.६ कंकालवउ १०.९ कंचणभायणु ३.४ कंदभूलफल १०.३ कंठोठ्ठणयरि २.१८ कंतिल्लु ४.२४ कंसासु ४.१ कुंडियहो ५.१६ कुंभत्थु ४.१४ कुंभीपायाणल ६.२ खइयरु ६.२ खगवइसुए ण ७.१ खज्जइ २.३ खणमित्तु ४.१७ खयरणाहु १.५ खयररायतणएण १.२० खरदूसण ८.१० खरमहेण ४.१७ ख सिरु ५.७ खरसीसु ४.१७ खरि ३.१५ खसिऊण ९.२ खिज्जइ खिज्जउ ८.२१, ९.१२ खिल्लवेल्लि ७.१७ खीरकहाणु ३.४ खेडु ५.१० खेयरोखे यरु १.१६, ४.७ खंडिउ ३.१० खंदावारहो २.१० खंधु गहवइ २.१६ खुंटे ९.७ गउरिय ४.७, ५.१ गउरियहरहं २.२२ गग्गिरगिर ३.१८, ९.३ गच्छमाणु ३.१३ गदुरधेणु ९.१ गदुरवग्घु ९.२ गब्भत्थे ७.३ गब्भासउ ७.७ गयरहु ३.६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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