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प्रमेयवद्रिका टोकाश० १२० ४ सू० २ संहननमेदेन पुद्गल परिवर्तननि ९९ प्रश्नः, भगवानाह - 'हंता, गोयमा ! एएसि णं परमाणुपोग्गलाणं साहणणा जात्र मक्खाया' हे गौतम! हन्त, सत्यम्, एतेषां खलु पूर्वोक्तानां परमाणुपुद्गलानां संहननं यावत् भेदानुपातेन - संयोगवियोगेन अनन्तानन्ता: पुद्गलपरिवः समनुगन्तव्याः भवन्तीति कृत्वा आख्याताः - प्ररूपिता, अथ पुद्गलपरावर्तस्यैव मेदान् गौतमः पृच्छति' करविणं भंते!. पोग्गलपरियडे पण्णत्ते ?' हे भदन्त ! कतिविधः खलु पुद्गलपरिवर्तः प्रज्ञप्तः ? भगवानाह - ' गोयसा ! सत्तविहा पोरगल परियट्टा पण्णत्ता' हे गौतम! सप्तविधाः खलु पुद्गलपरिवर्ता: प्रज्ञप्ताः, तं जहा ओरालियपोग्गलपरियहे, वेउच्चियपोग्गलपरियहे, तेयापोग्गलपरियहे, कम्मा पोग्गलपरियडे, मणपोग्गलपरियडे, वइपोग्गलपरियट्टे, भाणापाणुपोगलपरियट्टे' तद्यथा औदारिकपुद्गलपरिवर्तः १, बैक्रियपुद्गलपरि योग्य है, तो क्या इसीलिये ये कहे गये हैं ? इसके उत्तर में प्रभु कहते है - 'हंता, गोयमा ! एएसि णं परमाणुपोग्गलाणं साहणणा जाव मक्खया' हां, गौतम ! इन पूर्वोक्त परमाणुपुद्गलों के संयोग वियोगरूप संहनन भेदानुपात से जायमान अनंतानंत पुद्गलपरावर्त होते हैं- ऐसा है - और इसी कारण से ये कहे गये हैं ।
अब गौतम प्रभु से इस पुद्गलपरावर्त के भेदों को पूछते हैं- "कहविणं भंते ! पोग्गलपरियट्टे पण्णत्ते" हे भदन्त । पुद्गलपरावर्त कितने प्रकार का कहा गया है ? इसके उत्तर में प्रभु कहते हैं - 'गोघमा ! ' हे गौतम! 'सप्तविहा पोग्गलपरियट्टा पण्णत्ता' पुद्गलपरावर्त सात प्रकार के कहे गये हैं । 'तं जहा' जो इस प्रकार से हैं 'ओरालियपोग्गल परियहे' औदारिक पुलपरिवर्त "वे उब्वियपोग्गल परियढे" वैक्रियपुङ्गलपरावर्त,
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महावीर · अलुना उत्तर- " हंता, गोयमा ! एएसिंण परमाणुपोग्गलाण' साहणणा जाव मक्खाया ” डा गौतम! म पूर्वोक्त परमाणु युगलाना સચેાનિચેગરૂપ સંહનનભેદાનુપાતથી જાયમાન (નિત) અનતાન ત પુદ્ગ લપરાવત થતા રહે છે, આ વિષય જાણવા જેવા છે. કારણે જ અહી તેની પ્રરૂપણા કરવામાં આવી છે.
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गौतभ स्वाभीना अश्न- " कइविहेण भंते! पोग्गलपरियडे पण्णत्ते " ભગવાન્ ! પુ॰લપરાવતના કેટલા પ્રકારો કહ્યા છે
भडावीर अलुने। उत्तर- " गोयमा !" हे गौतम! " सन्तविधा पोगलपरियट्टा, पण्णत्ता ” युगसपरावर्तना सांत अठारौ उद्या छे. " तंजहा ?" ते अहारी नीचे प्रभाषे हे " ओरालिय नोगालपरियट्टे ” सोहारियुगपरावर्त, वेडन्थियपोग्गल परियट्टे "वैडिययुद्गपरावर्त, " तेयापोग्गलपरियडे " तैस
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