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विषय-सूची।
प्रथम सर्ग- ( आदिकाल ) क्रमखंख्या
विषय १- तीर्थ वन्दना
सरस्वती स्तोत्र ।
गुरु वन्दना । ४- तीय बृत्तांत ।
अयोध्या का महात्म्य । राजधानी का निर्माण ।
सांकेत पुर ८- कौशिल्या, विनीता नगरी।
श्रीरुषभदेवजी का जन्म लेना। श्रीरुषभदेव का प्रथम राजा होना श्रीषभदेव का साधू होना श्रीप्रभुका केवन्यज्ञान होना पुरीमताल- प्रयाग
भरतेश्वरजी को सिद्धचक्र की प्राप्ति १५ १५- माता मारुदेवा को केबल्यज्ञान १६- अयोध्या में प्रथम तीर्थको स्थापना
श्रीशेत्रअय का प्रथमोद्धार करना , १८- पांचभगवान के १९ कल्याणक
द्वितोय सर्ग ( पौराणिक काल ) १- अवतारी महापुरुषों का बास
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