Book Title: Ayodhya ka Itihas
Author(s): Jeshtaram Dalsukhram Munim
Publisher: Jeshtaram Dalsukhram Munim

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Page 70
________________ अयोध्या का इतिहास [ ५७ ] इ० स० पूर्व ९८५- मौर्यवंशी राजा ब्रहृदय सेनापति पूष्पमित्र के हाथ मारा गया । इ० स० पूर्व १६५ - कलिङ्गपति खारवेल ( भुवनेश्वर निकट हाथी गुफा के चैत्यालय में अरिहन्त की प्रतिमा स्थापक इ० स०- पूर्व १५४ युनानी राजा मीनान्डर पूष्पमित्र से युद्ध और पातञ्जली आचार्य के हाथ अयोध्या में अश्वमेघ यज्ञ कर सनातन धर्म का उद्धारक । इ० स० १२० से ४१० तक में गुप्त राजाओं के मध्यपश्चिम भारत पर आक्रमण वल्लभिपुर में राज्यारोहण किया इ० स० १६५- उत्तर पूर्वं भारत में दुष्काल । इ० स० ६०१ से ६४७ तक में वैश्य राजा । इ० स० ६४७ से ११०० तक मे कायस्थ राजा । इ० स० १०३२ से सैयद सालार का श्रीअयोध्या पर आक्रमण । इ० स०- १११५ मखदूमशागोरी का अयोध्या आक्रमण जैन मन्दिर तोड़ना ( श्रीमदीश्वर जन्मस्थान स्वर्गद्वार ) इ० स० १५२८ बाबर का आक्रमण भयोध्या श्रीरामचन्द्रजी का मन्दिर तोड़ना मसजिद वनवाना - इ० स० १५०७ मे श्रीजिनप्रभा मुनीजी पशुषणा कल्प नियुक्त पर भाष्य टीका किया जिसमे ६६- प्राकृत भाष्य थे गाथा 1

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