Book Title: Ayodhya ka Itihas
Author(s): Jeshtaram Dalsukhram Munim
Publisher: Jeshtaram Dalsukhram Munim

View full book text
Previous | Next

Page 39
________________ अयोध्या का इतिहास [२६] कोणामिव ब्राह्मणों को दान देदी तब से महाभारत तक वरावर सूर्यवंशी ( इक्ष्वाकुओं) की राजधानी रहा जिसमे १३ राजा महाभारत के पहिले होगये ई- मन् पूर्व ११०० वर्ष मे महासमर मे वाणावली अर्जुन के पुत्र कुमार अभि मन्यु के हाथ से अयोध्या का सूर्यवंशी गजा मारा गया इसके बाद इस नगरी की ऐसी कि अयोध्या बिलकुल उजड़ गई सूर्यकुल लोन होगया इसके वाद सूर्यकुल वंशी ३१ राज रहे जिस वक्त का राज्य कारोवार डामाडोल रख । वृद्धल तवाही आई अन्धकार मे शिशुनाकवंशी राजा । इ- सनपूर्व शिशुवंश का वा राजा नन्दिवधन जैन धर्मी रहा बौद्ध और जैन धर्म की प्रवृत्ती । इ- सन् पूर्व ६०० के अरसे मे शाक्यसिंह का जन्म कपिलवस्तु ( हालवस्ती ) मे हुवा जिनने शाक्त संप्रदाय बालों का सामना कर "अहिंसा परमोधर्मं " " अरिहंत" धर्मं की घोषणा की स्थापनाको जिनका दूसरा नाम

Loading...

Page Navigation
1 ... 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74