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चौथा सर्ग।
वर्तमान काल ।
इस तीर्थ को धीआदीश्वरजी से लेकर आजतक में जिस महाराजाओं ने बनवाया । उसका प्रमाण वता चुके हैं और एक बताता हूं इस समोवथरय को
अरिहापण नमे तीर्थनेरे समवसरण नाभूप- जहां सकलाक्ष जिन मन्दिरारे जिन मरिडत पुर. ग्राम । सवा कोडी जिनबिंवनेरे भरावे सम्पतिराय शाल भण्डार एकवीश कर्यारे कुमार नरेन्द्र शुभठाय