Book Title: Ayodhya ka Itihas
Author(s): Jeshtaram Dalsukhram Munim
Publisher: Jeshtaram Dalsukhram Munim

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Page 24
________________ अयोध्या का इतिहास | [ १ ] || कौशल्या नगरी | विनता नगरी ॥ सुकोशलेति विख्यातिं सादेशाभि स्वया गता । विनीत जनता की विनतेवि च सामता ॥७८॥ - ब्रादिपुराण ॥ ३० १२ ॥ इसका नाम सुकोशल इस कारण था कि उसी नाम के देश क ( उतर कौशल का ) प्रधान नगर था और वित बनों के रहने से इसका विनीता नाम पड़ा *ि *सांकेत नाञ्जिलिभिः प्रणेमुः ॥ - रघुवंश सर्ग - १६ स्वयमागतं स्वयमागतं साकेतमिति संज्ञा संवृता । - बौध ग्रंथ दिव्यावदान कोसलो नान बिदितः स्त्रीतो जनपदो महान् । निविष्टा सरयूती प्रभूत धनधान्यवान् ॥ - वाल्मीकीय रामायण ॥

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