Book Title: Agamsaddakoso Part 4
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan

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Page 367
________________ अ६६ आगमसद्दकोसो १०७३,१०७५ थी १०७८; सरिसवविगइ [सर्पपविकृति] धी-३५' विगड, नाया. १२,१८,२८,३२,८५,८७,९१, સરસવનું તેલ १४८,१६२,१६४,१७५,१७७,१८४.२३४, उव. ४४ २३६; सरिसवय [सर्पपक] हुमो ‘सरिसव' उवा. १४,२१,४३: नाया. ६७; पुष्फि. ५: अंत. १०.१३,२१ अनुत्त. १३, सरिसवय [सदृशवयस्]समान वयवाणी पण्हा. ८,१६,१९; विवा. ३३; नाया. ६७; पुप्फि .५: उव. १०,१३,१७; सरिसवसमुग्ग [सर्पपसमुद्ग] सरसवनोपलो. राय. २३,४०,७७,७८: जंबू. २३९: जीवा. १०५,१७७,१८५.१९१,१९८,२२८, सरिसवा सदृश्वयस्] समान वयवाणो २९७,३००.३३७; पुप्फि . ५: पन्न. १२०,२०५ः सूर. ९६,१९३; । सरिसिय सदृशक] समान, तुल्य जंबू. १५,३४,५५,७३,७६,८५,९७,१२२, १३०,१४१,१६५,१६७,१६९,१७१,१७३, नाया. २८,३२,७६,८५: अंत. १०ः सरिसिव सरिसृप] सरिसृ५ १८०,१८४,१८७,१९०,१९६,३४४; निर. २१: कप्प. ३; नाया. २०९: राय. ४८; गच्छा . ६३, गणि. ७५: सरीणामय [सहगनामक] समान नाम दसा. ४९; उत्त. ७३,२३१; जंबू. १५,१८: अनुओ. २०,२१.३०९: सरीर [शरीर]शरीर, ६३, मोहारि-वैयिाहि पांय सरिसक सदृशक ठुमो ५२' શરીર, કાયાની પ્રવૃત્તિ, “પન્નવણા' સૂત્રનું પદ जीवा. १८९; आया. १४८,१९१,२०९,४००.५१२: सरिसग सदृशक हुमो 6५२' सूय. १२,६४१,६४३,६६४.६७५ थी ६९३, नाया. ९१.९२: निसी. १२३०; ६९८,७०२: सरिसनामग सदृशनामक स२पानाभवागा ठा. ७५.१०१.१४६.१९१,२६३.३०२, भग. ४८९: ३४७.३५७.४०२,४२८.४२९.४८५.५४८, सरिसय [सदृशक] मो ‘सरिस' ८७२,८७५,९२० भग. ९२,३७५,३७९,४६५,५२२; सम. २४६,२९६.३०२: नाया. ३३,९०,९२: अंत. १०,१३; भग.८.४२.६३,७४.९५.१००.११६, राय. २३: जीवा. १८९.२०५: १३२,१६०,२४६.२४७.२६०.२७४.२८६, जंबू. १५: निसी. १२३१.१३५६: २८७,३००.३०१.३२३.३७५.३८३.३८६. सरिसव [सर्पप] मे हातधान्य, सरसव ३८९,४०९,४२४ थी ४२९.५०६,५१६. વનસ્પતિ, સરસવનું ફૂલ ५१८,५२०.५२६.५३१.५३७.५३९. ठा. ६७२: ५४०,५८७.५९६.६०२.६२६.६३८.६४८, भग. ३०२,५२२.७५६,८१६,८२०: .६५१.६५२.६५५.६६३.६६८.६७६. नाया. १८; जीवा. २८: पन्न. ७५,७७,७९: जंबू. ३७; ६९६.६९७,७०१.७०२.७०४.७०५. पुप्फि .५: अनुओ. २९५,३०९; ।। ७२२,७२९,७३६,७४० थी ७४४,७५६, Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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