Book Title: Agamsaddakoso Part 4
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan
View full book text
________________
(सुत्तंकसहिओ)
.
साति [साचि] जो साइ"
पण्हा. ९,१०:
दसा. ३५:
सातिजोग [सातियोग] भायानुं पर्याय नाम, सारी વસ્તુમાં નબળી વસ્તુ ભેળવીને ગ્રાહકને છેતરવાની પ્રવૃત્તિ
जीवा. १४;
सम. १३०:
सातिज्ञ [ स्वाद् ] भो 'साइज'
आया. २३०,३१८.३४९,५०६;
निसी. १;
भग. ४१० : सातिणया [स्वादना ] खो 'साइजणया'
भग. ८७३ :
सातिज्रमाण [स्वाद्यमान] स्वाह खोते, भोगव
ते, याज
भग. ४१०:
सातिय [स्वाति] जे नक्षत्र
भग. ५४२;
ठा. ६९१:
सातिरेग [सातिरेक] खो “साइरेग”
राय. ८३ :
जीवा. २९,५५,६२,६७, १५८, १५९, १७५, १८७, १९०, १९१.२९४,३२२,३४२, ३४४, ३५०,३५७,३६५ श्री ३६८, ३७५, ३७९, ३८३.३८४,३९३,३९४,३९६ थी ३९८ : पन्न. २९९,३०५,३०६, ३५३, ४२५, ४७४ थी ४७६, ४७८,४८१.४८३,४८९,४९१,५१२, ५१८, ५२१,५५३.५५५,६१२;
पण्हा. १२:
सादि [सादि]
पन्न. ४२३: सादि [स्वाति]
सूर. ३३,४१,१०२ः
सादि [सात] खोसाइ"
"साइ”
नक्षत्र
Jain Education International
तंदु. ६५;
सूर. ७०:
सादिय [सादिक] खाहि सहित
चंद. ७४:
पण्हा. ११:
पन्न. २३५:
सादीणगंगा [सादीनगङ्गा ] गोशाणाना मतानुसार એક કાળવિભાગ
भग. ६४८ :
सादीय [सादिक] माहि सहित
भग. ११२.२७८.२८२.३९६, ४१४,४१५.
४२३.४२४.७३०,८७५:
૩૯૩
उब. ५५:
जीवा. ३७०.३७१, ३७६, ३८०,३८३,३८९. ३९२ श्री ३९८:
पन्न. ४७३, ४७४, ४७७ थी ४८४, ४८६ थी ४९२,४९४:
सादु [स्वादु] स्वाधिष्ट
भग. ५०६:
सादेव्व [सादिव्य] सान्निध्यता, साहाय्य, हेवडृत् પ્રાતિહાર્ય
पण्हा. ३६ :
पिंड. ४२७ :
साध (साधु ] सिद्ध २
सूर. ७०: चंद. ७४; साधारण [साधारण] साधारण, साधारण शरीर, અનંત જીવોના નિવાસવાળું નિગોદ શરીર, નામકર્મની એક પ્રકૃત્તિ, સામાન્ય, તુલ્ય,
સહાયતા
पण्हा. ७:
साधारणभत्तपान / साधारणभक्तपान] सामान्य लोठन-पान
सम. ८६२;
साधारणशरीर [साधारणशरीर] अनंत कवो खेउठा થઈ એક શરીર ઉત્પન્ન કરે તે, નિગોદનું શરીર
भग. ७६१; साधारणसरीरनाम [ साधारणशरीरनामन्] नामકર્મની એક પ્રકૃત્તિ જેના ઉદયે સાધારણ શરીરની પ્રાપ્તિ થાય
सम. ११८;
anfèra (enfèra) fèus ska, Gouled
पण्हा. १५;
साधु [साधु ] साधु, भोक्षमार्ग, साध, सारं, સજ્જન, સુંદર
सूय. ६३०,६६५,६७१,७३१: ठा. ४३४, ६५८, ९२९,९८५: भग. ६३९;
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530