Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Atmagyan Pith

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Page 566
________________ on सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र चतुस्त्रिंश अध्ययन [४६२ नीला-ऽसोगसंकासा, चासपिच्छसमप्पभा । वेरुलियनिद्धसंकासा, नीललेसा उ वण्णओ ॥५॥ नीले अशोक वृक्ष जैसा, चास पक्षी के पंख की प्रभा जैसा, स्निग्ध वैडूर्य रल के समान (अतिनील)नील लेश्या का रंग है ॥५॥ The colour of blue tinge is, like-blue (Jonesia) asoka tree, lustre of the feathers of casa bird, smooth jewel vaidurya (lapis lazult). (5) अयसीपुप्फसंकासा, कोइलच्छदसन्निभा । पारेवयगीवनिभा, काउलेसा उ वण्णओ ॥६॥ अलसी के पुष्प, कोयल के पंख के समान, कबूतर की ग्रीवा (गरदन) (कुछ नीला और कुछ लाल) जैसा रंग कापोत लेश्या का है ॥६॥ ___The colour of kapota (of pigeon) tinge is like-the colours of the flowers of alasi, feathers of kokila, neck of pigeon (somewhat blue and somewhat red). (6) हिंगुलुयधाउसंकासा, तरुणाइच्चसन्निभा । सुयतुण्ड-पईवनिभा, तेउलेसा उ वण्णओ ॥७॥ हिंगुल, धातु-गेरू के समान, तरुण (उदय होते हुए) सूर्य के सदृश, तोते की चोंच, प्रज्वलित दीपक की प्रभा जैसा लाल-तेजोलेश्या का वर्ण होता है ॥७॥ The colour of tejas tinge is like the colours of sulphate of mercury, red ochre or ruddle, rising sun, beak of a parrot and the flicker of lighted lamp (deepak). (7) हरियालभेयसंकासा, हलिदाभेयसंनिभा । सणासणकुसुमनिभा, पम्हलेसा उ वण्णओ ॥८॥ हरिताल (हड़ताल) के टुकड़े जैसा, हल्दी के टुकड़े के समान, सन और असन के पुष्प के समान पीला रंग पद्मलेश्या का होता है ॥८॥ The colour of yellow (padma) tinge is like the piece of orpiment, piece of tumeric and the flowers of sana and asana. (8) संखंककुन्दसंकासा, खीरपूरसमप्पभा । रययहारसंकासा, सुक्कलेसा उ वण्णओ ॥९॥ शंख अंकरल (स्फटिक मणि के समान एक विशेष रत्न), कुन्द के पुष्प जैसा, दूध की धार जैसा और चाँदी के हार के समान श्वेत वर्ण शुक्ल लेश्या का होता है ॥९॥ The colour of white (śukla) tinge is like the colour of conch-shell, the anka jewel (a particular jewel like crystal gem), the flower of kunda, flow of milk and the neckless of silver. (9) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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