Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Atmagyan Pith

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Page 624
________________ त सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र षट्त्रिंश अध्ययन [५१८ Due to continuous flow hellish beings are beginningless and endless but due to individual age duration they have beginning and end too. (159) सागरोवममेगं तु, उक्कोसेण वियाहिया । पढमाए जहन्नेणं, दसवाससहस्सिया ॥१६०॥ प्रथम-रत्नाभा या रत्नप्रभा नरक पृथिवी में नैरयिक जीवों की आयुस्थिति उत्कृष्टतः एक सागरोपम की और जघन्यतः दस हजार वर्ष की बताई गई है ||१६०॥ Longest age duration of the hellish souls of first hell, named Ratnābhā or Ratnaprabhā, is of one sāgaropama and shortest duration is of ten thousand years. (160) तिण्णेव सागरा ऊ, उक्कोसेण वियाहिया । दोच्चाए जहन्नेणं, एगंतु सागरोवमं ॥१६१॥ दूसरी शर्कराभा या शकरांप्रभा नरक पृथिवी में नैरयिक-नारकी जीवों की उत्कृष्ट आयुस्थिति तीन सागरोपम की और जघन्य आयु स्थिति एक सागरोपम की कही गई है ॥१६१॥ Longest age duration of the hellish souls of second hell, named Sarkarabhā or Sarkarāprabhā, is of three sagaropamas and shortest is of one sagaropama. (161) सत्तेव सागरा ऊ, उक्कोसेण वियाहिया । तइयाए जहन्नेणं, तिण्णेव उ सागरोवमा ॥१६२॥ तीसरी बालुकाभा या बालुकाप्रभा नरक पृथिवी के नैरयिकों-नारकी जीवों की उत्कृष्ट आयुस्थिति सात सागरोपम की और जघन्य आयु स्थिति तीन सागरोपम की कही गई है ।।१६२॥ Longest age duration of the hellish souls of third hell, named Balukābhā or Balukaprabha, is of seven sāgaropamas and shortest is of three sāgaropamas. (162) दस सागरोवमा ऊ, उक्कोसेण वियाहिया । चउत्थीए जहन्नेणं, सत्तेव उ सागरोवमा ॥१६३॥ चौथी पंकाभा या पंकप्रभा नरक पृथिवी के नैरयिकों-नारकी जीवों की उत्कृष्ट आयुस्थिति दस सागरोपम की और जघन्य आयुस्थिति सात सागरोपम की कही गई है ॥१६३॥ Longest age duration of the hellish souls of fourth hell named Pankābhā or Pankapraha, is of ten sāgaropamas and shortest is of seven sāgaropamas. (163) सत्तरस सागरा ऊ, उक्कोसेण वियाहिया । पंचमाए जहन्नेणं, दस चेव उ सागरोवमा ॥१६४॥ पाँचवी धूमाभा या धूमप्रभा नरक पृथिवी के नैरयिकों-नारकी जीवों की उत्कृष्ट आयुस्थिति सत्रह सागरोपम की और जघन्य आयुस्थिति दस सागरोपम की बताई गई है ॥१६४॥ Longest age duration of the hellish souls of fifth hell, named Dhumábhā or Dhumaprabha, is of seventeen sāgaropamas and shortest is of ten sāgaropamas. (164) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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