Book Title: Agam 08 Ang 08 Antkrutdashang Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amolakrushi Maharaj
Publisher: Raja Bahaddurlal Sukhdevsahayji Jwalaprasadji Johari
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3310 आवश्य कीय सूचना
Rs.
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HAIR शास्त्र प्रकाशक :
दक्षिण हैद्राबाद निवासी जौहरी वर्ग में श्रेष्ठ दतधर्मी दानवीर राजा वहादुर लालामी साहेव श्री मुखदेव सहायजी ज्वालाप्रसादजी!
आपने साधु सेवा के और ज्ञान दान जैसे महालाभ के लोभी बन जैन साधुमार्गीय धर्म के परम माननीय व परम आदरणीय बत्तीम शात्रों को हिन्दी भाषानुवाद सहित छपाने को रु.२००००, का खर्चकर अपूश्य देना स्वीकार किया और युरोप युद्धारंभ से सब वस्त के भाव में वृद्धि होने के रु. ४०००० के खर्च में भी काम पूरा होनेका मंभव नही होते भी आपने उस ही उत्साह से कार्य को समाप्त कर सबको अमूल्य महाकाभ दिया, यह आप की उदारता साधुमार्गीयों की मोरव दर्शक व परमादरणीय है!
झोबाला (काठियावाड) निवामी मणीलाल शीवलाल जो शास्त्रोद्धार कार्यालय का मेनेजर था और जो शास्त्रोद्धार जैसे महा उपकारी और धार्मीक कार्य के हिसार कोसतोप जनक और विश्चाशनीय ढंग से नहीं समझा सकने के सबब से हमको पूर्णा अविश्वाश हो गया और आपखुद घदरा कर बिना इजाजत एक दम चलागया इम लिये जो प्रेश अखबार और धार्मीक कार्य के लिये मणीलाल को देना चाहाथा वो उसकी अप्रमाणिकता और घोटाला देखकर उस को नही देते हुवे आग्रा निवासी जैन पथप्रदर्शक मासिक के प्रसिद्ध कर्ता बबू पदम सिंघ जैनको धार्मिक कार्य निमित्त दिया गया हे सर्व सज्जन
उस अखबार से फायदा उठावें Naaask ज्याला प्रशाये 33x 2
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vies हैद्राबाद सिकन्द्राबाद जैन मंवय
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