Book Title: Adhyatma Pravachana Part 1
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 9
________________ प्रवचन-क्रम .... १२८ सम्यग-दर्शन मीमांसा १ १ अध्यात्म-जीवन २ मुक्ति का मार्ग ३ रत्नत्रय की साधना ४ विवेक-दृष्टि ५ अध्यात्म-साधना ६ साधना का लक्ष्य ७ साध्य और साधन ८ अध्यात्मवाद का आधार ६ सम्यग् दर्शनः सत्य-दृष्टि १० धर्म साधना का आधार ११ सम्यग् दर्शन की महिमा १२ सम्यग दर्शन के भेद १३ उपादान और निमित्त १४ पंथवादी सम्यग् दर्शन १५ अमृत की साधनाः सम्यग् दर्शन १६ जैन दर्शन का मूलः सम्यग् दर्शन १७ संसार और मोक्ष १८ सम्यग् दर्शन के विविध रूप १६ सम्यग् दर्शन के लक्षणः अतिचार २० आठ अङ्ग और सात भय २१ तीन प्रकार की चेतना २०५ २ .. .. २६३ २८५ . ... ३५७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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