Book Title: Tapagaccha Shraman Vansh Vruksh
Author(s): Jayantilal Chottalal Shah
Publisher: Jayantilal Chottalal Shah

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Page 26
________________ 5555555555555 5 55555555 ७. कस्तुरविजयजी गणी (अनुसंधान पार्नु ८) ७१ मणिविजय (दादा) उद्योतविजय : अमरविजयक गुमानविजय पं. प्रतापविजय देवविजय जसविजय मुक्तिविजय बुद्धिविजय ७६ मोहनविजय भक्तिविजय दानविजय अमृतविजय पद्मविजय पं. गुलाबविजय शुभविजय आ.विजयसिद्धि सूरीश्वरजी ८२ महायोगीराज श्री बुद्धिविजयजी (बुटेरायजी) महाराज नेमविजय रामविजय लक्ष्मीविजय पं. मोतिविजय असविजय मंगलधिजय (जओ पान १९) केसरविजय नरेन्दविजय । ७३ आ. विजयकनकसूरि पं. तिलकविजय बुद्धिविजय | चंद्रविजय रामविजय भुवनविजय केसरविजय इंसविजय मंगलविजय शांप्तिविजय ७५ सोहनविजय सुज्ञानविजय कंचनविजय मुक्तिविजय खीमाविजय कान्तिविजय दीपविजय शुभविजय ७५ प्रेमविजय रत्नाकरविजय तत्त्वज्ञविजय ७६ विज्ञानविजय (शुओ पार्नु १०) _55555555555555555555555555 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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