Book Title: Tapagaccha Shraman Vansh Vruksh
Author(s): Jayantilal Chottalal Shah
Publisher: Jayantilal Chottalal Shah

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Page 139
________________ परिशिष्ट (वंश-वृक्ष विभाग ) पृष्ठ-८ रही गएला -- ७१ पं० खान्तिविजयना शिष्य खीमाविजय ७२ पदवी - मुनि उदयविजयजी, पंन्यास; मुनि मनोहरविजय, पंन्यास नव दीक्षित - कुसुमविजय ( आ० विजयनीतिसूरिजीना समुदायमा — पं० कल्याणविजयना शिष्य ) कंचनविजय ( आ० विजयनीतिसूरिजीना शिष्य ) पृष्ठ-१० पदवी - उ० कुमुदविजय, आचार्य. काळधर्म - ७४ श्री हरखविजयजी. पदवी - उ० देवविजय, आचार्य प्र० पं० लाभविजय, आचार्य पं० प्रेमविजय, उपाध्याय पं० न्यायविजय, आचार्य पृष्ठ- ११ Jain Education International उ० प्रतापविजय, आचार्य मुनि सुभद्रविजय, प्रवर्तक मुनि उदयविजय, प्रवर्तक मुनि भरतविजय, प्रवर्तक पृष्ठ १२ पदवी - मुनि धर्मविजय, उपाध्याय पं० पद्मविजय, आचार्य ( विजय प्रभसूरि ) नव दीक्षित - चंद्रविजय ( पं० चतुरविजयना स० मां उ० धर्मविजयना शिष्य ) पृट-१३ पदवी - मुनि भावविजय, पंन्यास, पं० भक्तिविजय, आचार्य पृष्ठ - १४ पदवी -उ० पद्मविजय, आचार्य, उ० अमृतविजय, आचार्य; उ० लावण्यविजय, आचार्य नव दीक्षित -- रत्नप्रभविजय ( आ० विजयने मिसूरिजीना शिष्य ) लक्ष्मीप्रभविजय ( आ० विजयपद्मसूरिजीना शिष्य ) विद्याप्रभविजय (आ० विजयपद्मसूरिजीना शिष्य ) भानुविजय ( आ. विजयनेभिसूरिजीना स० मां मु० रुपविजयजीना शिष्य ) पृष्ठ- १५ पदवी - पं० क्षमाविजय, उपाध्याय पं० कस्तुरविजय, आचार्य; मुनि मेघविजय, आचार्य काळधर्म- -आ० विजयदानसूरीश्वरजी नव दीक्षित - अशोकविजय ( आत्मारामजी महराजना समुदायमां उ० क्षमाविजयना शिष्य ) पृष्ठ - १६ पदवी - मुनि धर्मविजय, आचार्य; मुनि सौभाग्यविजय, आचार्य; उ० ललितविजय, आचार्य पं० उमंगविजय आचार्य; पं० विद्याविजय, आचार्य नव दीक्षित - सोमविजय (आ० ललितसूरिजीना शिष्य ) काळधर्म - ७७ श्री० मानविजय For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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