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गुजराती अनुवाद
३८. हे नाथ! ते नारीओ धन्य छे के जेओ निरंतर पोतानां स्तननुं पान करनार नवजात शिशुने खरेखर जुवे छ। हिन्दी अनुवाद
हे नाथ! वे नारियाँ धन्य हैं जो निरन्तर स्तनपान करते हुए नवजात शिशु को देखती हैं।
गाहा
पच्छा परिणीयाइवि सिरिकंताए सुओ समुप्पन्नो ।
तुमए मन्नायाए न पुणो मह मंदभागाए ।।३८।। संस्कृत छाया
पश्चात् परिणीतायामपि श्रीकान्तायां सुतः समुत्पन्नः ।
त्वया मान्याया न पुनर्मम मन्दभागायाः ।। ३८ ।। गुजराती अनुवाद
३८. मारा पछी परणेली स्वी श्रीकांताने पुत्र थइ गयो. परंतु तारी मानिती होवा छतां मन्द भाग्या स्वी मने हजु पुत्र नथी थयो. हिन्दी अनुवाद
मेरे बाप विवाह करनेवाली श्रीकान्ता को भी पुत्र हो गया। किन्तु आप द्वारा सम्मान्य होने पर भी आज तक मुझे पुत्र की प्राप्ति नहीं हुई। गाहा
ता देव! देसु पुत्तं अह नवि ता नत्यि जीवियं मज्झ ।
तुट्टइ थणोवि अह एइ खीरमन्ना गई नस्थि ।। ३९।। संस्कृत छाया
तस्माद् देव ! देहि पुत्रमथ नाऽपि तर्हि नास्ति जीवितं मम ।
त्रुट्यतः स्तनावपि अथ एति क्षीरमन्या गति-नास्ति ।। ३९ ।। गुजराती अनुवाद
३९. तेथी हे देव! हवे पुत्र आप! ते (पुत्र) नथी तो माल जीवन नथी. मारा स्तन तूटी जशे. अथवा तेमां दूध आवशे ते सिवाय कोई गति नथी...