Book Title: Prachin Jain Lekh Sangraha Part 1
Author(s): Jinvijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha
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प्रवर्तककान्तिविजयजैन इतिहासमाला, चतुर्थ पुष्प । प्राचीनजैनलेखसंग्रह।
प्रथम भाग।
(प्राकृतलेखविभाग.)
संग्राहक अने सम्पादक
मुनि जिनविजय ।
पाटणनिवासी शाह भीखाभाई वसताचंद नी द्रव्य सहायर्थी प्रकट कर्ताश्रीजैन आत्मानन्द सभा
भावनगर ।
। मूल्प
वीर संवत् २४४४) विक्रमाद १९७३.
( आठ आना.
"Aho Shrut Gyanam"

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