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तेनी अशक्यता पूरवार करे छे. दाखला तरीके अनंतगुहा जेनी मिति जुदा जुदा लेखो प्रमाणे चार सैकामां आवे छे. 'केव टेम्पल्स ऑफ इन्डिआ ' ना कर्ताओए तेनी मिति इ. स. पूर्वे २०० भने १५० नी वचमा मूकी छे. कनिंगहामे* ई. स. नी बीजी के त्रीजी सदीमां गणी छे. गुहानी भीतो उपरना लेखोथी आ बाबत नकी थइ शके तेम नथी, कारण के ते लेखो चोकस नथी; तेमना अर्थ जुदा जुदा थइ शके छे अने एक ज अर्थ थाय तो पण कालगणना विषे भिन्न भिन्न निर्णयो कढाय छे. दाखला तरीके हाथीगुफा लेखनी मिति डॉक्टर मित्रे इ. स. पूर्वे ३१६ अने ४१६ नी मध्ये मूकी छे. अने प्रीन्सेपे अशोकना लेखो करतां अर्वाचीन राखी छे. ' कॉरपस इन्स्क्रीप्श्यॉनम् इन्डिकॅरम' नो फर्ता प्रीन्सेपना मतने मळे छ, अने ई. स. पूर्व १७५ अने २०० नी वचमा मूके छे. वळी भगवानलाल इन्द्रजीए प्रीन्सेप, मित्र, विगेरेना मत खोटा गण्या छे अने पोतानी एक नवी मिति नक्की करी छे, जे ई. स. पूर्व १५८ अने १५३ नी वच्चे छे. हालमां ' जर्नल ऑफ रॉयल एशियाटीक सोसायटी ' ना एक अंकमां डॉक्टर फ्लीटे आ मत विषे पुनः शंका करी छे. आ उपरथी एम जणाशे के जुदा जुदा विद्वानोना मत जुदा जुदा पडे छे. आ हरकत हमणा वधी छे; कारण के बखत जतां अक्षरो वधारे घसाइ गया छे. तेथी ज शिल्पकाम उपरथी तेनी मिति नकी करवानो म्हें प्रयत्न कर्यो छे."
__ " मुख्य मुख्य गुहाओना खोदाण कामनी शक्य मितिओ नीचेना कोठामा आपुं छं.
* कनिंगहामनो ' आर्किऑलॉजीकल सर्वे ऑफ इन्डिआ, पु. १३ (१८७५-७६) पृष्ठ ...
"Aho Shrut Gyanam"