Book Title: Nighantu Shesh
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 318
________________ . 233 " न. 230 वालुपुष्पा वालेय. " न केसर हिंगु 234 268 " बहेडा " शतपर्वा 359 " 159 हैमनिघण्टुशेषान्तर्गतानां शब्दानामनुक्रमः / 281 शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः / शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः वातिकप्रिय अम्लवेतस वालद्रावक पुं० न० उत्तम अम्लवेतस ५९पा. वानरावास कउठी वालिज न० लवंग ३५पा. वानीर वेतस 130 वालुक एलीयउ उपलोठ वालुङ्की चीभडी वानीरज जूही २३८पा० पुं० डाभ पुं० बृहन्मूलक 358 वानेय न. काकरहले 383 वाल्हीक वापिभाव्य उपलोठ २३०पा० 265 वाप्य वाशा स्त्री. अरसा वायसाङ्गिका स्त्री कायणी वाशिका वायसी १५९पा. कमाइ वासन्त पुं० 81 कृष्णमुंग 391 वायसेक्षु कासु 372 बासन्ती स्त्री. वासंती 249 वारणबुशा स्त्री० केलि १६२पा. वासवनामक पुं० गूगलु वारणबुसा 162 वासा स्त्री. अरडूसा वारणविशेष पुं० , वासिका वारा स्त्री. डाभ ३७१पा. वास्तुक वथुआ 348 वाराही त्रायमाण 226 विकङ्कत कोक वालउ २३१टी. विकसा रोहा 285 वारिज लवंग मजीठि पुं० महाडोलु 112 विकाम्लिका , आंबिली ५६पा. श्वेतकमल ३२९टी. विकीरण पुं० आकु वारिपत्रका स्त्री० नउली २२०पा० विकीर्ण थूणीयउ 168 वारिपत्रिका , हिंगुउत्री 266 विगन्धा हयुषा 270 वारिपर्णी फंगाशाक विच्छूर आकु ४८पा. वारिरुह न० श्वेतकमल ३२९टी. विजया स्त्री. द्रो वारुणी स्त्री० दन्तीप्रकार 202 विजयिन् पुं० एकमुखीरुद्राक्ष 143 कायणी विटप्रिया स्त्री० 380 विदखदिर पुं० अरंजु वार्ताकी डोल्हरी 194 विडङ्ग पुं०न, विडङ्ग 172 वार्षिक त्रायमाण 226 " पु. कङकुष्ठ 176 वार्षिकी स्त्री० मल्लिकाविशेष 243 विडङ्गा स्त्री० विडङ्ग १७२टी. वाल पुं० उलप विडालिका विदारि वालक पुं०न. वालउ 231 वितुन्न पुं० षडकूतिर 356 १६२टी. वारि 48 214 गंडदूर्वा

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