Book Title: Nighantu Shesh
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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________________ 370 अष्टमं परिशिष्टम् / निघण्टुशेषटीका धन्वन्तरीयनिघण्टु रक्तपाद्यपरा प्रोक्ता विषप्रन्थिस्त्रिपाद्यपि / रक्तपाद्यपरा प्रोक्ता विश्वग्रन्थिस्त्रिपाद्यपि / हंसपादी हंसपदी घृतमण्डलकश्च सा / / हंसपादी हंसपदी घृतमण्डलिका च सा / / पत्र. 157 वर्ग 4 लो. 111 पत्र. 156 जलपिप्पल्यभिहिता शारदी तोयपिप्पली / जलपिप्पल्यभिहिता शारदी तोयपिप्पली / मत्स्यादनी मत्स्यगन्धा लागली शकुलादनी // मत्स्यादनी मत्स्यगन्धा लागली शकुलादनी // पत्र. 157 वर्ग 4 लो० 64 पत्र. 147 बुको वसुक इत्युक्तः शिवाङ्कः शिवशेखरः / बुको वसुक इत्युक्तः शिवाह्वः शिवशेखरः। महापाशुपतश्चैव सुव्रतः शिवमल्लिका // महापाशुपतश्चैव सुव्रतः शिवमल्लिका // पत्र. 158 वर्ग 4 लो० 19 पत्र. 138 अतिविषा शुक्लकन्दा ज्ञेया विश्वा च भारा। अतिविषा शुक्लकन्दा ज्ञेया विश्वा चभङ्गरा। श्यामकन्दा प्रतिविषा शृङ्गी चोपविषा विषा॥ श्यामकन्दा प्रतिविषा शृङ्गी चोपविषा विषा // पत्र. 158 वर्ग 1 श्लो० 10 पत्र. 8 मेदा ज्ञेया मणिच्छिद्रा माल्यवर्णा धराऽपि च। मेदा ज्ञेया मणिच्छिद्रा शल्यपर्णी धराऽपि च / महामेदा देवमणिर्वसुच्छिद्रा प्रकीर्तिता // महामेदा देवमणिर्वसुच्छिद्रा प्रकीर्तिता // पत्र. 159 वर्ग 1 श्लो० 127 पत्र. 30 काकादनी काकपीलुः काकशिम्बिश्च रक्तिका। काकादनी का कपीलुः 'काकणन्ती च रक्तिका / चक्रशल्या ध्वाङ्क्षनखी द्रुमोद्घा काकनन्तिका। वक्त्रशल्या ध्वाङ्क्षनखी दुर्मोहा काकणन्तिका चूडामणिः शीतपाकी शिखण्डा कृष्णला मता। चूडामणिः शीतपाकी शिखण्डी कृष्णला मता। उच्चटा ताम्रिका गुजा [चटकी काकसाया / / उच्चटा ताम्रिका गुजा चटकी काकसाह्वया // पत्र. 160 वर्ग 4 श्लो० 27,29 पत्र. 139,140 पाठाऽम्बष्ठाऽम्बष्ठकी च प्राचीना पापचेलिका। पाठाऽम्बष्ठाऽम्बष्ठको च प्राचीना पापचेलिका वृकतिका वनतिक्ता पापिका स्थापनी वृकी // वरतिका वृहत्तिक्ता पाठिका स्थापनी वृकी // पत्र. 161 वर्ग 1 लो० 70 पत्र. 20 शतावरी शतपदी पीवरीन्दीवरी वरी / शतावरी शतपदी पीवरोन्दीवरी वरी / ऋक्षप्रोक्ता द्वीपिशत्रुर्दीपिका वरकण्टका // ऋष्यप्रोक्ता द्वीपिशत्रुर्कीपिका चोर्ध्वकण्टका // सह[स्र वीर्याऽभीरुश्च तुङ्गिनी बहुपत्रिका / सहस्रवीर्या भीरुश्च रङ्गिणी बहुपत्रिका / महापुरुषदत्ता च शताव!कण्टका // महापुरुषदन्ता च शतावधू+कण्टिका / / पत्र. 162 वर्ग 1 श्लो० 291-3 पत्र. 66-67 कटुका मत्स्यशकुला मत्स्यपित्ता च रोहिणी। कटुका मत्स्यशकला मत्स्यपित्ता च रोहिणी। कृष्णमेदा चन्द्ररुहा नाम्ना कटुकरोहिणी // कृष्णभेदा काण्डरुहा नाम्ना कटुकरोहिणी // अशोका रोहिणी तिक्ता चक्राङ्गी शकुलादनी। अशोकरोहिणी तिक्ता चक्राङ्गी शकुलादनी / कटुरोहिण्यरिष्टा च प्रोक्ता तिक्तकरोहिणी // कटुरोहिण्यरिष्टा च प्रोक्ता तिक्तकरोहिणी // पत्र. 163 वर्ग 1 श्लो० 37-38 पत्र. 14-15 1. काकशिम्बी च उ. छ / 2. पापवेलिका क. // 3. का खरकण्टका // झ. // 4. तुङ्गिनी ख. ड. अ. ण //

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