Book Title: Nighantu Shesh
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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________________ निब नींब 173 140 पू० * कंकुष्ठ 145 पू० ताड रोहीडउ निघण्टुशेषटीकान्तर्गतभाषार्थानां पु०आदर्शगताथै स्तुलना। 325 श्लोकः पु० अर्थः टी० अर्थः श्लोकः पु० अर्थः टी० अर्थः 133 अंकुल्ल आंकुलु 166 गंगेटी गांगेटी 135 पू० भल्लातक भीलामा 168 पू० दारुहरिद्रा दारुहलद्र 136 पू० अरिष्ट-आरीठउ अरीठा 169 ग्रन्थिपर्णी गांठिवनी थुणीयउ ओसड 171 स्पृक्काद्वयम् पीक 172 विडंग विडंग महानिम्ब-राजनिम्ब ऋषभक इंद्राष ऋषभु बकायणि 174 ऋद्धि, वृद्धि ऋद्धि, वृद्धि 139 तृ. पील पीलू, वेणु 175 पद्मक पदमाकु अछोड अखोड 176 कंकुष्ठ 143 पू० रुद्राक्ष रुद्राक्ष परूषक फलहा 143 पुत्रजीव पुत्रजीव 178 पू महाखजूरिका करंजूयउ 178 खजूरि पिंडखजूरि करजत्रयम् 179 पू० ताल 146 करंज-तिणिगछि करञ्जभेदाः 18. पू. नालिकेरु नालेर 147 रोहीतक 181 घोण्टा . सोपारी 148 कट्फल कायफल 181 पू० पूग 119 तृ० दाडिमसार 181 हिंताल 149 दाडिम 182 पू० हिंताल 150 धातुकी धाहुडी 182 केतकी 152 पू० सल्लकी सालरि 184 निर्गुडी 154 एरण्डद्वयम् एरंड 185 निगुडी द्वितीया निगुंडी 155 पू० किंपाक 187 पू० निर्गुडी 156 पू० कंपिल्यक कंपीलउ 188 प्रियंगु प्रियंगु 156 कतकफल कतकफल 189 जेठीमधु 190 आसंधि आसगंधि कर्पासी 191 पू० मीढासिंगी 158 कामवृक्षा, वंदा 192 पू० मेषशृङ्गी 159 पू० कामवृक्ष वंदाभेद 193 पू० कर्कटशृङ्गी काकडासिंगी 160 पू० आटरूषक अरडूसा 194 पू० रीगणी रींगणी 161 पू० तुंबरु तुंबुरु 195 पू० रिङ्गणीद्वयम् वृद्धरींगणी, 162 पू० कदली केलि डोल्हरी 162 तगर तगर 196 तृ० विदारि ब्रह्मफल पद्मनस 197 विदारीद्वयम् क्षीरविदारिका 164 मुष्कक-मुसा मोषउ 199 पू० पृष्ठपर्णी-पीठवनी पीठवनी 201 पू. गोखरू गोखरू फोफलु जेठीमधु . वमनी वंश वांसु

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