Book Title: Nandanvan Kalpataru 2005 00 SrNo 15
Author(s): Kirtitrai
Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti
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Noti.
अनुक्रमः OMOMoWowwwwwwwwwwwws कृति:
कर्ता
पृष्ठम् र स्पर्शरहस्यम्मु निरत्नकीर्तिविजय: ३१ कथा
मुनिकल्याणकीर्तिविजयः ३२
डॉ. रामकिशोरमिश्रः ४६
मुनिधर्मकीर्तिविजयः ४९
किनाम ज्येष्ठत्वम्
कीर्तित्रयी ७१
AATAAR
प्राकृतविभाग:
शिका।स्व. आ. विजयपद्मसूरिः ७४
॥श्रीहितोपदेशद्वात्रिंशिका ॥स्व. आ. विजयपासूरिः ७४ (कथा) रोहगुत्तस्स गाहाखण्डपूरणं
- पं. अमृतपटेलः ७८
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