________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
जैन श्रागम-अंग सूत्र
[
7
6
8
8A
10
तीसरा अंग
प्रा.सं.
27x11x17x64 स.न. 18000
17वीं
प्रा.
26 x 11 x 7x42 | प्र. 8वें स्थानक तक | 10वीं 30 x 15x 20 x 54 | सं.ग्र. 18000। 1914
प्रा.सं.
526x11x13x40 3-4 स्थान के बोल | 18वीं
मात्र
प्रा.मा.
अंग-साहित्य
सं.
संशोधित
1665
चौथा अग
प्रा.सं.
प्रा.सं.
26 x 11 x 8x57 अ. 3रे स्थान तक 19वीं 34 x 14 x 17x70 | अ. 8वें ,, ,, 15वीं 27x11 x 15x 52 संग्र.
1425) 26 x 11x11 x 40 , 5417 15वीं 26x11x11x45
16वीं 35 26 x 11 x 15x55 प्र. 24वें समवाय तक 16वीं 38 34 x 13 x 22 x 60 , 17वें से अंत तक | 1649 26x12x15x43 / संपूर्ण
1659 121 25x11 x 12 x 551 ,, ग्र. 1667 1751
25 x 10x 14x38,, , . 1783 76 26 x 11x7x50 प्र. 8वें समवाय तक 18वीं 9826 x 11 x 13 x 52संपूर्ण 16वीं
25x11x13x41 , ग्र.3775 17वीं
जीर्ण वति संक्षेप में है।
प्रा.
प्रा मा.
प्रा.
प्रा.मा.
अंग-साहित्य
6.
27x11x15x55
19वीं
प्रा.
पांचवां अंग (व्याख्या प्रज्ञप्ति)
244 | 26 x 13 x 17x64
, ग्र. 15775
1568
27x11x11x51 प्र.जमाली दीक्षा तक 16वीं
188 से 199 पन्ने कम
For Private and Personal Use Only