________________
किसका रुपया
रमेश अनमना बढ़ता चला आया था, सो अनमना बढ़ता चला गया। उद्देश्य उसमें खो गया था। गिनती की भाँति बढ़ते हुए उसके कदम ही थे जो उसे लिए जा रहे थे। स्कूल में मास्टर ने उसे मारा था । कसूर, कि आज पाँच में दो सवाल उसके गलत निकले। क्लास का वह अव्वल लड़का है। हिसाब में होशियार है । मास्टर सब लड़कों को दिखाकर उसकी तारीफ करते हैं। आज उसी के दो सवाल ग़लत आये, तो मास्टर को गुस्सा आ गया। गुस्सा न आता, अगर लड़कों में किसी के भी सवाल सही न आते। मास्टर रमेश को बहुत चाहते थे। पर जब उसी रमेश के दो सवाल ग़लत और दूसरे एक लड़के के पाँचों सवाल सही आये तो मास्टर को बड़ी झुंझलाहट हुई।
तिस पर एक शरारती लड़के ने कहा, "मास्टरजी. तीन तो मेरे भी सही हैं । और आप रमेश को होशियार बताते हैं !" __ मोस्टर ने कोई जवाब नहीं दिया । गम्भीरता से कहा, "रमेश, यहाँ आओ।"
ওও