Book Title: Jain Stotra Sandohe Part 02
Author(s): Chaturvijay
Publisher: Sarabhai Manilal Nawab
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૧૫
४९ उद्यत्फणा० ( मांगरोलमण्डन नवपल्लव ० ) लक्ष्मीलाभः ५० श्री श्रीपुरा ० ( श्रीपुरमण्डन - अन्तरीक्षपार्श्व ० ) ५१ कल्याणकारं ( मगसीपार्श्वस्तवनम् ) महोपा० कल्याणविजयः
५२ श्रीपार्श्वनाथ ० ( यमकमयं ) आल्हादमन्त्री
१८४
१८७
१९०
१९२
१९४
O
१९६
५५ श्रीपार्श्व परमात्मानं
जिनप्रभसूरिः
१९७
५६ बिभति यद्भा० ( यमकमयं, सावचूरिकम् ) श्रीसोमसुन्दर सूरिः १९८
५७ शान्तानम्रो ( गतप्रत्यागमकमयम् )
शिवसुन्दरः
२०४
५३ जयति भुजग०
५४ पार्श्वनाथ ०
०
बिल्हण कविः
रविसागर:
२०५
विद्याविमलशिष्याणुः २०६
२०८
२१७
२२७
५८ श्रीअश्वसेन ० यमकाङ्कितम्
५९ निजगुरो ०
६० कल्याणके लि० ( कल्यणामन्दिस्वरणपूर्तिः )
६१ श्रीनिवृति ० ( कमलशब्दश्लेषमयं ) सटिप्पनम् हेमविमलसूरिः ६२ कल्याणाकुर वारिदः ( मन्त्राधिराज कल्पः ) सागर चन्द्रसूरि :
०

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