Book Title: Jain Stotra Sandohe Part 02
Author(s): Chaturvijay
Publisher: Sarabhai Manilal Nawab

View full book text
Previous | Next

Page 14
________________ अनुक्रमणिका - स्तोत्रप्रतीकः कर्ता. पृष्टम् १उवसग्गहरं. ( द्विजपार्श्वदेवगणिकृता टीका ) भद्रबाहुस्वामी, १ २ नमिऊण० ( भयहरस्तोत्रम् ) मानतुङ्गसूरिः (सटीकम् ) १४ ३ धीचिन्तामणिकल्पः मानतुङ्गसूरिशिष्यधर्मघोषसूरिः चिन्तामणिसम्प्रदाय: ४ श्री चिन्तामणिकम्पसारः ५ श्रीस्तम्भन० ( स्तम्भनपार्श्व०) तरुणप्रभाचार्यः । ६ जस्स फणिंद० ( मन्त्रगर्भितं ) कमलप्रभाचार्यः ७ नमिउण. ( , ) रत्नकीर्तिसूरिः ८ श्रीपार्श्वः पातु० ( मन्त्राधिराजः ) ९ जगद्गुरुं जगदेवं (चिंतामणिपार्श्वमंत्रगर्भितम् ) जिमपतिसूरिः ४४ १० ॐ नमो देवदेवाय ( अमटेमन्त्रगर्भितम् ) मेस्तुङ्गसूरिः " जसु सासणएवि० (मन्त्रयन्त्रादिमयं स्तम्भन०) पूर्णकलशः ५० ( सटीकम् ) १२ धरणोरगेन्द्र० । सटीकं मन्त्रादिगर्भितम् ) शिवनागः ७० १३ श्रीमदेवेन्द्र० ( मन्त्रगर्भितं कलिकुण्डपार्श्व० ) . १४ ॐ नमो भगवते ( अट्टेमट्टे मन्त्रगर्भितम् ) अजितसिंहाचार्यः ९० १५ ॐनत्वा ० ( पार्श्वसप्ततीर्थी०) सङ्घविजयगणि १६ स्तुवे श्रीस्तम्भनाम्भोज० ( स्तम्भनपार्श्वजिनस्तवनम् ) . १५ स्तवीमि तं पार्श्व० , शृङ्खलाबद्धम् १८ स्फुरत्केवल० . ., देवसुन्दरसूरिः १९ श्रीस्तम्भनं पार्श्वजिनं ,, जिनसोमसूरिः २० योगात्मना० (यमकमयं स्वोपज्ञाक्चुरियुतं च ) जयसागरः २१ श्रीमान् पार्श्व:० ( महेशानामण्डन० ) रत्नशेखरसूरिशिष्य

Loading...

Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 ... 580