________________
२२४
यंत्रोपासना और जैनधर्म
७-कल्याण त्रैलोक्यसार यंत्र
६-कूर्म चक्र यंत्र K
| लक्ष | क ख ग घ ड. चछजझत्र
अब जाई शष स ह अप स्थानं अटठडटण
कामास
5
ANSAR
यि र लव | प फ ब भ म
तथदधन
८-कुल यंत्र
XXXX
4AXX
अ आ लझत्रा
म
Inlan
बनाया
M
मोहाये
स्माता
I heall
s
(अपराजिताया
घड
पासायास
गिक
FRE
-
-
-
'जैनेन्द्रसिद्धान्तकोश से साभार
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org