Book Title: Dhyanavichar
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 13
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra नं. ६६ शुद्धोपयोग ७० दयाग्रन्थ ७१ श्रेणिक सुबोध ७२ कृष्ण गीता www.kobatirth.org ૧૨ संस्कृत ग्रन्थो ७३ संघकर्तव्यग्रन्थ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ७४ प्रजासमाजकर्तव्यग्रन्थ ७५ शोकविनाशक ७६ चेटकबोधग्रन्थ ७७ सुदर्शनासुबोध. ७८ लाला लाजपतराय ने जैनधर्म. किं. ८२ सत्यस्वरूप ८३ ध्यान विचार द्वितीयावृत्ति ७६ चिन्तामणि ८० जैनधर्म अने ख्रिस्तीधर्मनो मुकाबलो. द्वितीयावृत्ति - ८१ जैन ख्रिस्ती संवाद प्रथमावृत्ति कीं १-०-० ० -१२-० ०-८-० ०-१२-० 0-8-0 (१०) श्री मणिचंद्रजीकृत २१ सजाय भावार्थ (आत्मदर्शन) ( ११ ) मुद्रित जैन श्वेताम्बरादि ग्रंथ नामावलि ( जैनग्रन्थ गाइड ) हालमा छपाता ग्रन्थो. ( १ ) आत्मप्रकाश (२) कन्याविक्रयनिषेध तथा बाललग्ननिषेध (३) तत्त्वविचार For Private And Personal Use Only ०-४-० (४) जैनधार्मिक शंका समाधान ( ५ ) क्षमापना ( ६ ) मोटुं विजापुर वृत्तांत (७) उ० श्रीयशोविजयजी (८) आत्मशक्ति प्रकाश निबन्ध ( 8 ) श्री देवचंद्रजी निर्वाण विलास रास ( श्रीमद् देवचंद्र जीवन चरित्र )

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