Book Title: Anubhav ka Utpal
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 14
________________ १५७ १५८ १५९ १६० १६१ १६२ १६३ १६४ १६५ १६६ १६७ १६८ १६९ १७० १५७ अनुशासन १५८ आत्म-विश्वास १५९ प्रतिपक्ष १६० तर्क और प्रेम १६१ उभयतः पाश १६२ अपना अपना अस्तित्व १६३ सत्य का आवरण १६४ आश्चर्य १६५ दान : आदान १६६ धर्म और शास्त्र १६७ त्याग १६८ श्रद्धा का चमत्कार १६९ बिंदु : बिंदु १७० मन की मुक्ति १७१ नेता १७२ संतुलन १७३ बड़ी : छोटी १७४ आरती १७५ घटना और सीख १७६ मोह १७७ अकेलापन १७८ फलित १७९ प्रतिकार का अधिकार १८० विपर्यय १८१ निदान १८२ मुखर : मौन १८३ पगडंडी : राजपथ १८४ धार्मिक १८५ पथ : अपथ १७१ १७२ १७३ १७४ १७५ १७६ १७७ १७८ १७९ १८० १८१ १८२ १८३ १८४ १८५ xx Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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