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७. व्यक्तिगत (परिचय, अभिनन्दन प्रावि)
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कल्याण मित्र-डा. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये १६८ किशोरीलाल घनश्याम मशरूवाला-बा. माईदयाल जैन
बी. ए. बी. टी. ११॥३०० कृपण, स्वार्थी, हठग्राही-श्री कौशलप्रसाद जैन ६।२१५
नाम बड़े दर्शन सुखकारी-अमरचंद जैन १९९७ निर्वाण काण्ड को निम्न गाथा पर विचार-पं. दीपचन्द
पाण्डया १६।२६१
जीवन के अनुभव-अयोध्या प्रसाद गोयलीय
पं. चैनसुखदास जी न्यायतीर्थ का स्वर्गवास-डा. कस्तूरजीवन चरित्र-बा. माईदयाल ६।१३३
चन्द कासलीवाल २१४२८४ जीवन सगिनी की समाधि पर सकल्प के सुमन
पुरानी यादे-डा. गोकुलचन्द जैन, १९३२ स्व. बाबू जी को डायरी का एक पृष्ठ १६।३६
पुराने साहित्यिक-प्रो. शिवपूजन सहाय ६।१८०. जैन जागरण के अग्रदूत-बा. मूरजभान वकील का पत्र
पं. गोपालदास जी बरैया-अयोध्याप्रसाद गोयलीय ६।१८४ .
१०५ जन जागरण के दादा भाई-ब. सूरजभान कन्हैयालाल
प. जवाहरलाल नेहरू क्या थे? -१७१५० मिश्र प्रभाकर ६८८
पडित जी से मेरा परिचय-एम. गोविन्दप ६।२१२ जैन जाति का सूर्य अस्त-जुगलकिशोर मुख्तार ७।२२५ पंडिता चन्दाबाई-प. कन्हैयालाल प्रभाकर ६१४६ जैनसमाज के भीष्म पितामह-डा. दवेन्द्र कुमार २१५२१३ पं. शिवचन्द्र देहलीवाले-बा. पन्नालाल अग्रवाल जैन साहित्यकार का महाप्रयाण-पं. सरमनलाल जैन ६।३०२ दिवाकर २११२६२
प्रो. जगदीशचन्द्र और उनकी समीक्षा-सम्पादक जैन साहित्य के अनन्य अनुरागी-डा. वासुदेव शरण ३१६६६, ३७२६
अग्रवाल, डा. कस्तूरचन्द कासलीवाल १९२५२ जो कार्य उन्होंने अकेले किया वह बहुतो द्वारा सम्भव बड़े अच्छे है पडित जी-कुमारी शारदा ६।२२२
नहीं-डा. दरबारीलाल कोठिया २१४२६३ बाबा भगीरथजी वर्णी का स्वर्गवास-पं. परमानंद शास्त्री ज्ञान तपस्वी गुणी जनानुरागी-रतनलाल कटारिया १६।२१ ५।३१
बाब छोटेलाल जी जैन रईस कलकत्ताके विशुद्ध हृदयोदगार तपस्वी, श्री जमनादास व्यास बी. ए. ६।१८१
-सम्पादक तीन दिन का आतिथ्य-डा. नेमिचन्द्र शास्त्री १६४५ बाहर कड़वे भीतर मधुर-बा. पन्नालाल ६।२२८
बी. एल. सराफ एडवोकेट की श्रद्धाञ्जलि-२।६२२ दिगम्बर परम्परा के महान् सेवक-पं. राजेन्द्र कुमार ब्र. शीतल प्रसाद जी का वियोग-बा. जयमगवान ५२४ न्यायतीर्थ ६।१८५
भ देश और समाज के गौरव-डा. कस्तूरचन्द कासलीवाल भविष्य के निर्माता-प्राचार्य ब्रहस्पति ६।१८० १९२
भावभीनी सुमनाजलि-बा. कपूरचन्द बरैया एम. ए. दो श्रद्धांजलिया-प्रेमचंद्र जेन २१२८३
२१२२७७ दो संस्मरण-स्वतंत्र जैन १९१६९
भावी पीढी के पथ-प्रदर्शक-बा. कामताप्रसाद ६।१७८
व
घन्य जीवन-श्री जुगलकिशोर मामराज हर्षित ६।१६० महान साहित्य सेवी श्री मोतीलाल जैन-विजय एम. ए., धर्म और संस्कृति के अनन्न प्रेमी-पं. के भुजबली शास्त्री बी. एड. २१०२५६ धर्मप्रेमी बाबू छोटेलाल जी-विशनचंद्र जैन १६१६७ मुख्तार जी की विचारधारा-पुरुषोत्तमदास ६१८७