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२३८, वर्ष २२ कि०५
अनेकान्त
ज्ञान पर लीबिनिज-बा. नारायण प्रसाद जैन २१४२६ ज्वर की ज्वाला मे जलते हुए भी-प्रेमलता ६।२२०
अनेकान्त पर लोक मत- ४११३८, ४।२३७, ८।२८९,
५।३५६ अनेकान्त रस लहरी-संपादक ६४३, ६।४३, ६।१२३ अपनत्व-मुनि कन्हैयालाल २१:१०६ अपनी दशा-भगवत स्वरूप जैन भगवत २।२७६
डा० कालीदास नाग का देहली में भाषण
प्रादीश्वरलाल जैन एम. ए. १०।२२४
प्रा
त
प्राचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री का मन्देश- ४१३६६ प्राचार्य जिनविजय का भाषण-हजारीमल ४।२५२ प्रात्म-निरीक्षण-परमानन्द शास्त्री २०१३३२
तुम.....-श्री राधेश्याम वरनवाल १४.६७ तुम मानव महान हो-तन्मय बुखारिया ७।६ तृष्णा की विचित्रता-श्री मद्राजचन्द्र २०११५०
ईश विनय - ११५५३
उठती है उर में एक लहर-नं. काशीराम शर्मा ४१६८
दलित कलिका-पं. मूलचन्द वत्सल ११५७५ दिग्विजय-पानन्द प्रसाद जैन १७।२५ दिग्विजय-आनन्दप्रसाद जैन जंबूप्रसाद जैन १५।२६७ दिग्विजय-पानन्दप्रसाद जैन जबूप्रसाद जैन १६।२७,
१६।६६, १६।१२३, १६६१७७, १६:२१७, १६।२६६ दुनिया का मेला-पं. काशीराम शर्मा ४।१४४ दीनो के भगवान श्री रवीन्द्रनाथ ठाकुर २।१।४
एक प्रश्न-श्री भगवत जैन ४।३६०
और प्रांसू ढुलक पड़े-डा. नरेन्द्र मानावत १७।१७५
क
काक पिक परीक्षा-पं. हीरालाल सि. शा. १३१७८ क्रोध पर क्रोध-परमानन्द जैन १९१००
नर नरके प्राणोंका प्यासा-प. काशीराम शर्मा ४१५२८ नित्य की प्रात्म-प्रार्थना-सपादक ४।५२७
खंड विचार-११४६५
ग गुलामी (खंड-काव्य)-स्व. भगवत जैन ७।१३१
चेकोस्लाविया-बा. माईदयाल जैन बी. ए.१०१३०२
पथ चिन्ह-प. कन्हैयालाल प्रभाकर ६।१४२ पराधीन का जीवन कैसा-प. काशीराम शर्मा ४ ०४ पाकिस्तानी पत्र-गोयलीय २०७, २८६ पिंजरे की चिडिया-जान गॉर्ल्स वर्दी इगलैण्ड ४ ३ । पीड़ित पशुप्रो की सभा-श्रीमती जयन्ती देवी १ २०७ प्रकृति का संदेश (नीति विज्ञान से) २१३६१ प्रणाम-अखिलेश ध्रुव ६।१८६ प्रवृत्ति पथ-प्रज्ञेय २।४७५ प्रश्नोत्तरी-बा. जयभगवान वकील ५।२०४ प्रो. जगदीशचन्द्र के उत्तरलेख पर सयुक्तिक सर ति
पं. रामप्रसाद शास्त्री ४१८६
जग किमकी मुद्रा से प्रकित है-सपादक ४।२४२ जीवनधारा- ४१३८६ जीवन की पहेली-वा. जयभगवान वकील ४।१८७,
४१३७३ जीवन में ज्योति जगाना है-पं. पन्नालाल जैन ४।२७२ जैनधर्म भूषण ब. शीतलपसाद जी के पत्र-गोयलीय
६।३५२, ६।४०६ जैन मित्र की भूल- १५ १७६ जो देता है वही पाता है-प्राचार्य तुलसी १७४५३
बाबली घास-हरिशंकर शर्मा ३१५१० बाबा मन की माँखे खोल-श्री भगवत जैन ४।११ बारह बर्ष वाद- ६२१६