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Forgelessesksiksakasleshe slesale skes she skelesktokesalesale skesaleshshashesleakeskskskskskskskskskskskskskskskskskege
moving about or while wiping violence may be caused to air-bodied beings. I condemn myself for the same and also for any such violence caused through other by me or appreciated by me.
वनस्पतिकाय विषयक अतिचार आलोचना वनस्पति-काय के विषय में जे कोई अतिचार लागा होय ते मैं आलोउं, वनस्पति-कंद, मूल, फल-फूल, बीज, हरी, अंकुर, कणक, कपासिया, नीलणफूलण प्रमुख की विराधना करी होय, कराई होय, करतां प्रति अनुमोदी होय, जो मे देवसि अइयारो कओ तस्स मिच्छा मि दुक्कडं।
भावार्थ : वनस्पति ही जिन जीवों का शरीर है, ऐसे वनस्पतिकाय के संबंध में यदि कोई दोष लगा है तो मैं आत्मसाक्षी से उसकी आलोचना करता हूं। वनस्पति की जातियां-जैसे किकंद, मूल, फल, फूल, बीज, हरितिमा, अंकुर, कणक, कपास, नीलण, फूलण आदि की विराधना मैंने स्वयं की हो, दूसरों से कराई हो, विराधना करने वालों को अच्छा जाना हो, तो तत्संबंधी मेरा दुष्कृत निष्फल हो। उस दुष्कृत से मैं पीछे हटता हूं।
Self Criticism of Violence to Plant-Bodied Beings: I feel sorry for any
nce caused by me to plant-bodied beings. Root, stalk, flower, fruit, seed, green vegetable, petal, moss are various forms of plant-bodied living being.
I might have caused, got caused or appreciated violence to such being. I curse myself for the same and seek pardon.
Pokestastesaksksksksksksksksksksslesalesalesalesesaksdeskskskskskskskitadkateshee kalese sestakese ke satest salesale ke testostestastestosterest
द्वीन्द्रिय अतिचार आलोचना बेइन्द्रिय के विषय में जे कोई अतिचार लागा होय ते मैं आलोऊ, बेइन्द्रिय-सीप, शंख, जोंक, अलसिया, गंडोया, चूरनीया, कौड़ी, लट, गंजाई प्रमुख की विराधना करी होय, कराई होय, करतां प्रति अनुमोदी होय, जो मे देवसि अइयारो कओ तस्स मिच्छा मि दुक्कडं। ___भावार्थ : शरीर और रसना-इन दो इन्द्रिय वाले जीवों के विषय में यदि कोई दोष लगा हो तो उस दोष की मैं आलोचना करता हूं। दो इन्द्रिय वाले जीव, जैसे कि-सीप, शंख, जोंक, अलसिया, गंडोया, चूरणीया, कौड़ी, लट, गंजाई आदि जीवों की मैंने स्वयं विराधना की हो,
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प्रथम अध्ययन : सामायिक
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Avashyak Sutra म
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