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दूसरों से कराई हो एवं करते हुओं का समर्थन किया हो तो उसके लिए मैं आत्मनिन्दा करता हूं। मेरा वह दुष्कृत निष्फल हो ।
Self Criticism of Violence to Two Sensed Beings: I feel sorry for violence to two-sensed beings. Counch shell, louse, earth-worm, alsiya, churniya are various forms of two sensed beings. I might have caused, got caused violence or supported violence to such beings. I curse myself for such faults. May my sin be pardoned. Two sensed beings have two senses, sense of touch and sense of taste.
त्रीन्द्रिय अतिचार आलोचना
तेइन्द्रिय के विषय में जे कोई अतिचार लागा होय ते मैं आलोउं, तेइन्द्रिय जूं, लीख, चाचड़, माकड़, ढोरा, सुलसली, कीड़ी, कुंथुवा प्रमुख की विराधना करी होय, कराई होय, करतां प्रति अनुमोदी होय, जो मे देवसि अइयारो कओ तस्स मिच्छा
दुक्कडं |
भावार्थ : (शरीर, रसना और घ्राण (नासिका) वाले जीव त्रीन्द्रिय कहलाते हैं ।) त्रीन्द्रिय जीवों के विषय में यदि कोई अतिचार लगा हो तो मैं आलोचना करता हूं।
तीन इन्द्रिय वाले जीव, जैसे कि जूं, लीख, चाचड़, माकड़, ढोरा, सुसरी, चींटी, कुंथुवा आदि जीवों की विराधना मैंने स्वयं की हो, दूसरों से कराई हो, करने वालों को अच्छा जाना हो तो तत्संबंधी मेरा पाप निष्फल हो ।
Self Criticism of Violence to Three Sensed Beings: I feel sorry for any violence caused to three sensed beings. Ant, insects in pulses, spider and the like are three sensed beings. I may have caused violence got caused or supported violence to such beings. I curse myself for the same. May I be absolved of that sin.
Three sensed beings have sense of touch, sense of taste and sence of smell.
चतुरिन्द्रिय अतिचार आलोचना
चौरिंद्रिय के विषय में जे कोई अतिचार लागा होय ते मैं आलोउं, चौरिन्द्रियमक्खी, मच्छर, भमरी - भमरा, टिडा, पतंगिया, बिच्छू प्रमुख की विराधना करी होय, कराई होय, करतां प्रति अनुमोदी होय, जो मे देवसि अइयारो कओ तस्स मिच्छामि दुक्कडं ।
आवश्यक सूत्र
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Ist Chp. : Samayik