Book Title: Agam 28 Mool 01 Aavashyak Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni
Publisher: Padma Prakashan

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Page 249
________________ ಕಗಳಗಳಲ್ಲಿ Qಶಕಶಕಶಕಶಳಳಜಗಳಕಶಳಳ Foolesale skele sleekendrakalesale ke sakskskeake secske sakskskskskesakalesaleslesalesaleshe slesale skesakalesesekesear skesakege पौरुषी प्रत्याख्यान सूत्र उग्गयसूरे पोरिसिं पच्चक्खामि, चउब्विहपि आहारं असणं पाणं खाइमं साइमं अन्नत्थऽणाभोगेणं, सहस्सागारेणं पच्छन्नकालेणं, दिसामोहेणं साहु-वयणेणं सव्वसमाहिवत्तियागारेणं वोसिरामि। भावार्थ : सूर्य उदय के पश्चात् पौरुषी (एक प्रहर दिन चढ़े) पर्यंत अशन, पान, खादिम और स्वादिम, इन चारों प्रकार के आहार का प्रत्याख्यान करता हूं। अनाभोग, सहसाकार प्रच्छन्नकाल, दिशामोह, साधुवचन एवं सर्व समाधि प्रत्ययाकार-इन छह आगारों के सिवाय चारों आहारों का त्याग करता हूं। . Exposition : I make a resolve that I shell not take any article of consumption out of the four types namely food, liquids, dry fruits and articles providing sweat, fragrance in the mouth from sunrise upto a quarter of the day. My resolve mat not be considered adversely affected in six conditions namely when I take anything totally forgetting the resolve, suddenly any particle of food or liquid drops in my mouth, the sun is not properly visible (Pachhann Kalenum), ignorance about east, west direction (disha mohenum) and an article is consumed in the state when a monk says that quarter of the day is over while it is not, and in a state of sudden unbearable condition any article is consumed (Sarv Samadhi pratyakhyan). विवेचन : पौरुषी का अर्थ है – पुरुष प्रमाण छाया। प्रहर दिन चढ़ने पर पुरुष की छाया कम होते-होते उसके शरीर प्रमाण लंबी रह जाती है। शरीर प्रमाण छाया के गणित से अभिव्यंजित होने से एक प्रहर के प्रत्याख्यान को पौरुषी कहा जाता है। इस प्रत्याख्यान के छह आगार हैं (1) अनाभोग, (2) सहसाकार-इनके अर्थ पूर्व लिख दिए गए हैं। (3) प्रच्छन्नकालबदलों आदि के कारण सूर्य के ढक जाने से ठीक-ठीक समय का बोध न होने से प्रत्याख्यान को पूर्ण समझ कर कुछ खा लेना। (4) दिशामोह-दिशाभ्रम होने से-पश्चिम दिशा को पूर्व दिशा मानकर पौरुषी. का काल पूर्ण होने से पूर्व ही अशनादि खा लेना। (5) साधु-वचन। साधु द्वारा 'पौरुषी आ गई है' ऐसा कहने पर पौरुषी न आने पर भी आहार ग्रहण कर लेना। (6) सर्व-समाधि प्रत्ययाकार-अचानक तीव्र शूल आदि का शरीर में प्रकोप होने पर औषधि आदि को ग्रहण करना। Exposition: Paurushi literally means shadow upto the height of a person. When from sunrise a quarter of the day is over, the shadow of a person is upto the length asleshastr sakestatestatesterdeste stesslesslesslesale slesteresdessessleselesslesslesalesale skestastestostalksesaleakssleakedeoaket आवश्यक सूत्र PREPARAPATRAP a // 175 // 6thChp.:Pratyakhyan rmanararapparamanarayamaramanararaamarts

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