Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Jivajivabhigame Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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गामाणुगाम-गुणं
गामाणुगाम [ग्रामाणुग्राम ] ओ० १६,२०,५२,५३. गिलाय [ग्लै] -गिलाएज्जाह. रा० ७२० ....
रा० ६८६,६८७,६८६,७०६,७११,७१३ गिल्लि [दे० ] ओ० १००,१२३. जी० ३१५८१. गाय [गात्र ] ओ० १,३६,३७,५२,६३,७०,६४, ५८५,६१० .
११०,१३३. २१० २८५,२६१,६८७ से ६८६. गिह [ गृह ) ओ० २०,५३. रा० ६८१,६८३,७०८, जी० ३।११८
७१०,७१३,७२३,७२६ गाय [गो] जी० ३।६३१
गिहिथम्म [गृहिधर्म | ओ० ५२,७८,६३. रा० ६८७, गायंत [गायत् ] ओ०६४
... ६८६,६६५,६६६.७७५ गायलद्वि [गात्रयष्टि] ओ० ७०. रा० २५४. गिहिलिगसिद्ध [गृहिलिङ्गसिद्ध) जी० ११८ ... __ जी० ३।४१५
गीइया | गीतिका ओ० १४६. रा० ८०६ ।। गांवो [गो] जी० ३।६१६
गीत [गीत ] जी० ३१८४२,८४५ गाह ग्राह ] जी० ११६६,११८, ३२४५७. से ४६२, गीय गीत ओ० ४६.६८,१४६. रा० ७,७८, ४६५,४७०,४७७,५१६,५२०,५५४
८०६. जी० ३.३५.०,५६३,१०२३ । गाह [ग्राहय् ] — गाहेइ. ओ० ५६
गीयजस गीत यशस् ] जी० ३१२५६ माहा गाथा ओ० १४६. रा०८०६. जी० ३।५, गीयरई [गीत रति ] ओ० १४८,१४६. रा० १७३, १२,१२७,३५५
८०६,८१० गाहावइपरिसा [गृहपतिपरिषद् ] रा० ७६७ . .
गीयरइप्पिय [गीत रतिप्रिय | ओ०६५ गाहेत्ता [ग्राहयित्वा] अॅ०५६
गीयरति [गीतरति] जी० ३।२८५ V गिज्य [गृध् --गिज्झिहिति ओ० १५०. ... गोवा [ग्रीवा ] ओ० १६. रा० २६. जी० ३१२७६,
रा० ८११. . ... . गिण्ह [ग्रह, }--गिहइ. ओ १७०.:-गिम्हति. गुंजत [गुञ्जत् ] ओ० ६ रा० ७६,१७३.. ..
- जी० ३।२७५,२८५ .. . रा० २८१. जी. ३१४४५.---गिण्हति. ... रा० २८८-- गिराहामो. ओ० ११७
गुंजद्धराग [गुजार्धराग] ओ० २२. रा०२७,७७५
७७८,७८८. जी. ३२८० . गिहित्तए [ग्रहीतुम् ] ओ० ११७. जी० ३।६८८ गिम्हित्ता [गृहीत्वा] ओ १७०. रा० २८१.
गुंजा [गुजा] रा० ७६,१७३. जी० ३१२८५ जी० ३१४४५
गुंजालिया [ गुजालिका] ओ० ६६. रा० १७४, . गिद्ध [गृद्ध] रा० ७५३
१७५,१८०. जी. ३१२८६ .. गिम्ह [ ग्रीष्म ओ० २६
गुंजावाय {गुजावात ] जी० १८१ गिम्हकाल [ग्रीष्मकाल] ओ० ११५
गुज्झ [गुच्छ ] ओ०.६ से ८,१०. जी० ११६९; गिरा [गिर्] जी० ३।५६७
..३२७५ गिरि [गिरि रा० ८०४. जी० ३।५६७,८३६ गुज्म [ गुह्य ] रा० ६७५ गिरिपक्खंदोलग [गिरिपक्षान्दोलक | ओ० ६० . गुज्झदेस [गुह्यदेश] जी० ३।५६६ ... गिारपाडयग | गारपतितक] आ० ६० गुड [ गुड] जी० ३४५६२ गिरिमह [गिरिमह] रा०६८८ .... . गुण [ गुण] ओ० १,१४,१५,२३,२५,६३,६६,१२० मिलाणभत्त [ग्लान भक्त ] ओ० १३४ . . . . . १४०,१४३, १५७. रा ६६,७२,१७३,६७१२ गिलाणवेयावच्च ग्लान वैयावृत्य] ओ० ४१:. ६७३,६८६.६६८,७५२७८६,५०१.
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