Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Jivajivabhigame Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 521
________________ घण्ण-धायतिसंड ६५६ घण्ण [धान्य] ओ० २३ पम्मिय [धार्मिक ] ओ० ५२,५७,१६१,१६३. रा० धन्न [धन्य] ओ० १६४. रा० ६६५ २७०,२८८,६६७,६८७,७५२,७५३. जी० धमावियपुव्व [मापितपूर्व ] स० ७५७,७६३ धम्म [धर्म] ओ० १६,२१,४०,४६,५४,६९,७१, धम्मोवदेसग [धर्मोपदेशक] ओ० २१.५४,११७. ७२७४ से ७७,७६ से८१,१४२,१४४,१६१, स०७१४,७६६ १६३. रा०८,१६,६१,६२,२६२,६९३ से घिर [५]--धरंति जी० ३१७३३ ६६५,७००,७१७ से ७२०,७३२,७५२,७७५, घर [घर] ओ० ५,८,१६,२१,४७,४६,५४,७२. ७७६,७८०,८००,५०२. जी० ३.४५६ रा०८,२२,१४५,२९२,६६४,७७१. जी० ३३२६८,२७४,३८७,४५७,२६२,५८४,६७२ धम्मकहा [धर्मकथा] ओ० ४२,४३. ० ७७५ ७०२,०८,८२६ धम्म [माण] [धर्म्य ध्यान ] ओ० ४३ धरण [धरण] अॅ०६८. रा० २८२. जी०३:२४४ धम्मक्खाइ [धर्माख्यायिन् ] ओ० १६१,१६३. से २४७,२५०,४४८ रा० ७५२ परणितल धिरणितल ओ० २१,५४. रा०८, धम्मचरण [धर्मचरण] जी० २.२६ से २६,५४ ५६,२६२. जी० ३।४५७ से ५७,६५,८४,८८,८६,११४,१२३,१३२ धरणियल धिरणितल] जी० ३४५७,८८२ षम्मचितग धर्मचिन्तक] ओ०६३ परिज्जमाण [ध्रियमाण] ओ० ६३,६५. रा० धम्मज्मय धर्मध्वज ] ओ० १६ ६६२,७००,७१६ धम्मणायग [धर्मनायक] रा० २६२. जी० ३।४५७ धरिसणा [धर्षणा] ओ० ४६ धम्मस्थिकाय [धर्मास्तिकाय ] रा० ७७१. जी. घरेज्जमाण [ध्रियमाण] रा०६८३ २४ धव [धव ओ० ६.१०. जी० ११७२:३१३८८ धम्मदय [धर्मदय ] रा० ८,२६२. जी० ३।४५१ ५८३ धम्मदेसय [धर्मदेशक | रा०८,२६२. जी. ३१४५७ बल [धवल] ओ०१६,४६,४७.६३,६४. रा० धम्ममायग [धर्मनायक ] रा०८ २५५,२५६,२८५. जी० ३।३७२,४१६,४१७, धम्मपलज्जण धर्मप्ररञ्जन] ओ० १६१,१६३. ४५१,५६६,५६७ रा० ७५२ घवलहर [धवलगह) जी० २५६४ धम्मपलोइ [धर्मप्रलोकिन् ] रा० ७५२ घाई [धात्री] रा०८०४ धम्मप्पलोइ [धर्मप्रलोकिन् ] ओ० १६१,१६३ घाउरत्त [धातुरक्त] ओ० १०७,११७,१३० धम्मसमुदायार [धर्मसमुदाचार ] ओ० १६१,१६३ ।। धातइसंड [घातको ड] जी. ३१७११ धम्मसारहि [धर्मसारथिन् ] रा० ८,२६२. जी० धायइरुक्ख [धातकीरूक्ष जी० ३१८०८ ३१४५७ धायइवण धातकीवन | जी० ३८०८ धम्मसीलसमुयाचार [धर्मशीलसमुदाचार] रा० धायइसंड [धातकीपण्ड] जी० ३१७०८,७१५ __७५२ से ७२०,७६८,७७०,७७१,७६६ से ८००, धम्माणुय (धर्मानुग] ओ० १६१,१६३. रा० ७५२ ८०२ से ८०४,८०६,८०८,८०६,८३८।२३,२५ धम्मायरिय [धर्माचार्य ] ओ० २१,५४,११७. रा० धायई [धातकी] जी ० ३१७७५,८०८ ७१४,७७६,७६६ घायईसंड [धात कोरण्ड] जी० ३१८०६,८३८।२४ धम्मिट्ठ [धर्मिष्ठ] ओ० १६१,१६३. रा० ७५२ धायतिसं [धातीण्ड] जी० ३।७६६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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