Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Jivajivabhigame Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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गोमालिया-तच्च
६४१
ताउयभंड [अपुकभाण्ड] रा० ७७४ णोमालिया [नवमालिका] रा०३०. जी० ३१२८३ तउयभारग [त्रपुकभारक] रा० ७६०,७६१, जोमालियागुम्म [नवमालिकागुल्म] जी० ३।५८०
७७४ गोमालियामंडवग (नवमालिकामण्डपका तउयभारय [त्रपुकभारक] र ०७७४ १८४. जी० ३.२६६
तउयागर त्रिपुकाकर] जी० ३१११८ णोमालियामंडवय [नदमालिकामण्डपक ] रा० तए ।ततम् ] ओ० ५२. रा० ६. जी० ३१४४० १८५
तओ [ततम् 7०११,५६,७०,८०२. णोसंजत | नोसंयत ] जो० ६.१४५
जी० ३।६८६ णोसंजतासंजत [नोसंयतासंयत जी० १४५
Vतंडव ताण्डवय् -- -तंडवेति. :०२८१. गोसंजय नोसंयत जी०६।१४१,१४७
जी० ३.४४७ णोसंजयासंजय | नोसंयतासंयत | जी० ६११४१,
तंत नान्त] रा० ७६५ १४७
तंती [तन्त्री ओ०६८. रा० ७,७६,१७३. गोसणि [नोसंज्ञिन् ] जी० ६१०७
जी० ३।२८५,३५०,५६३,८४२,८४५, व्हाइत्ता [स्पनयित्वा] रा० २६१
१०२५ व्हाण (स्नान] ओ० १६१,१६३
तंतुमय तन्तुमय | जी० ३३५६५ पहाणपोढ स्नान पीठ] ओ० ६३
तंबुल ( तण्डुल | रा० १५०,२६१. जी० ३।३२३, व्हाणमंडव स्नानमण्डप] ओ० ६३
४५७,५६२ व्हाणमल्लिया [स्नानमल्लिका] रा० ३०.
तंदुलछिण्णग [तण्डुलछिन्नक] ओ०६० जी० ३१२८३
तंब [ताम्र ओ० १६,४७. जी. ३५५६६, व्हाय [स्नात] ओ० २०,५२,५३,७०. स०६८३,
तंबच्छि [ताम्राक्षि] जी० ३१८६० ६८५,६८७ से ६८६,६६२,७००,७१०,
तंबपाय [ताम्रपात्र ओ० १०५,१२८ ७१६,७२६,७५१,७५३,७६५,७७४,७६४,
तंवबंधण [ताम्रवन्धन ] ओ० १०६,१२६ ८०२,८०५
तंबागर [ताम्राकर] रा० ७७४. जो० ३।११८ हाय स्नपय]---हाएइ. रा० २६१
संबिय ताम्रिक] ओ० १०८,१३१ हारु [स्नायु] जी० १६५,१०५; ३।६२,
तंबोलिमंडवग ताम्बूलीमण्डपक] स० १८४ १०६०
तंबोलिमंडवय ताम्बूलीमण्डपक] रा० १८५ बिहाव [स्नपय-हावेति. जी. ३१४५७
तंबोलीमंडवग | ताम्धूत्रीमण्डपक] जी० ३।२६६ व्हावेत्ता [स्नपयित्वा ! जी० ३।४५७
तंस यस्र जी० ११५; ३१२२,७८,७६.५६४,
१०७१,१०७५ त तत् ] ओ० १. रा० १. जी० १११
तकारवग्ग [तकारवर्ग) रा०६८ तइय तृतीय] ओ० १४४,१७४,१७६,१८२
तक्क [ तर्क | रा० ८१५ तउआगर [वपुकाकर रा० ७७४
तक्कर [तस्कर] ओ० १ तउय [पुक] रा० ७५४,७५६,७७४
तगर [तगर] रा० ३०,१६१,२५८,२७६. तउयपाय [त्रकात्र] ओ० १०५,१२८
जी० ३.२८३,३३४,४१६ तउयबंधण [वयुकबाधन] ओ० १०६,१२६ तच्च [तृतीय] रा० १२,६५,७०२,७०३
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