Book Title: Yog aur Sadhana Author(s): Shyamdev Khandelval Publisher: Bharti Pustak Mandir View full book textPage 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org गुरु- संदेश * श्री हरि * " शिवमस्तु सर्व जगत् " Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भगवान के स्मरण मात्र से दुःख दारिद्र मिट जाते हैं, मन गुरू कृपा का दास है सदाँ सद्गुरु से डरता रहता है, गुरु चरणों के पास मन रहे तो साधक को सन्तोष मिलता रहता है । शिवालय आश्रम ग्राम- लाखना सांगानेर, जयपुर भगवद् भजन के द्वारा प्राणी भव बन्धन से उसी भाँति मुक्ति प्राप्त कर लेता है जैसे सर्प केंचुली छोड़ देता है । केशवाचार्य वंशोदभवः इस कृति के द्वारा पाठकों का सात्विक मनोरंजन हो, मेरी यही एक मात्र इच्छा है, तथा श्याम देव को भक्ति भाव पूर्ण सुलेखन के लिए आर्शीवाद तथा बधाई । For Private And Personal Use Only शुभेच्छु नवल किशोर गोस्वामीPage Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 245