Book Title: Sanskrit Sopanam Part 02
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company
View full book text
________________
सः छात्रः अपठत्।
सा छात्रा अपठत्। सः भक्तः तत्र आसीत्।
आस्ताम्।
रामः लक्ष्मणः च वनम् अगच्छताम्। सीता अपि रामेण सह अगच्छत्। तत्र रावणः सीताम् अहरत् । तौ वीरौ सीताम् अगवेषयताम्। तौ रावणम् अमारयताम्, सीताम् च अविन्दताम् । तौ प्रसन्नौ अभवताम्। सीता अपि प्रसन्ना अभवत् ।
UP to
पञ्जरकः
हयः
खन् abud owl or
श्रमिकः
धरा
आस्ताम्
=
=
पिंजरा
कल (बीता हुआ)
→ खोदना
शब्दार्थाः
= भूमि
मज़दूर
तौ छात्रौ अपठताम्। ते छात्रे अपठताम्।
तौ भक्तौ तत्र
(वे दो) थे / थीं
72
(cage) (yesterday)
(to dig)
(labourer, worker)
(ground)
(they two were )

Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122