Book Title: Sanskrit Sopanam Part 02
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 103
________________ 11. स्वी + कृति - स्वीकार करना (to accept) 12. अनु + भू जनह को अनुभव करना (to experience) नोट-ध्यान रखिए कि लङ् लकार में मूल धातु का रूप बनाकर फिर उसमें उपसर्ग जोड़ना चाहिए, जैसे-अधि + अगच्छत् = अध्यगच्छत् (Add the prefix to the लङ् form). फक्त्वा , तमनकोश उदाहरणम् पठ् + क्त्वा = पठित्वा = पढ़कर (after studying) अपमान पठ् + तुमुन् = पठितुम् = पढ़ने के लिए (for studying) यातायात . अन्य उदाहरण क्र. धातुः क्त्वागेश अर्छ अर्चित्वारी 2. खन् खनित्वा 3. नश् । नाशत्वा 4. गुम्फ बाट गुम्फित्वा 15 5. ग 205pbanari गर्वित्वा 6. वाञ्छ मकवाञ्छित्वा water क्रीड् क्रीडित्वा चुम्ब चुम्बित्वा जीव् जीवित्वा निन्द् 11.. भष् भषित्वा छुर् More छुरित्वा 13. मारय् Simo मारयित्वा 14. नाशय नाशयित्वा पाठय् ात पाठयित्वा तुमुन् अर्चितुम् खनितुम् नष्टुम् मक गुम्फितुम् गर्वितुम् वाञ्छितुम् क्रीडितुम् चुम्बितुम् जीवितुम निन्दितुम् भषितुम् छोरितुम् मारयितुम् नाशयितुम् पाठयितुम् निन्दित्वा 12. 15. 960

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