Page #1
--------------------------------------------------------------------------
________________
| ২২তর যUGK
মা
2
SAPNA
Page #2
--------------------------------------------------------------------------
________________
संस्कृत सोपानम्
भाग 2
FFET
व लेखक ए.ogeserest
डॉ. सुरेन्द्र गम्भीर एम० ए० (संस्कृत, भाषा-विज्ञान)
साहित्यशास्त्री, पी-एच.डी. भू.पू. अध्यक्षः, संस्कृत विभागः
मॉडर्न स्कूल, नई दिल्ली
- Pr
पीताम्बर पब्लिशिंग कम्पनी प्रालि 888, ईस्ट पार्क रोड, करौल बाग़, नई दिल्ली-110 005 (भारत)
प्रोवा:
शाखाएं बैंगलोर : आवास न. 6/2, III मेन रोड, एस के गार्डेन, बेन्सन टाउन पोस्ट, बैंगलोर-560046
दूरभाष: 080-23534673 चेन्नई :10, हंटर्स रोड, प्रथम तल, चुलाई, चेन्नई-600112 दूरभाष: 044-25322333 हैदराबादः ए जी-18, शांति बाग अपार्टमेंट्स, बेगमपेट, हैदराबाद-500016दूरभाष : 040-23737423 जयपुर : 113, इंद्रा कालोनी, बनी पार्क, जयपुर-302016 दूरभाष : 0141-2203440
Page #3
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रकाशक :
पीताम्बर पब्लिशिंग कम्पनी प्रा. लि.
दूरभाष फैक्स
888, ईस्ट पार्क रोड, करौल बाग़, नई दिल्ली-110005 (भारत) : 23670067, 23522997, 23625528 91-11-23676058, 91-11-25765754 : pitambar@bol.net.in
E-mail
1
संस्करण
कोड नं.
ISBN
प्रथम, 1972
पुनर्मुद्रण, 1973, 1974, 1975
द्वितीय, 1976
मूल्य
पुनर्मुद्रण, 1976, 1977, 1978, 1979, 1980, 1981, 1982 तृतीय, 1983
सर्वाधिकार © सुरक्षित
Bar
पुनर्मुद्रण, 1984, 1985, 1986, 1987, 1988, 1989, 1990, 1991 चतुर्थ, 1992 पुनर्मुद्रण, 1993, 1994, 1995 पंचम, 1996
पुनर्मुद्रण, 1997, 1998, 1999, 2000 संशोधित एवं परिमार्जित संस्करण, 2001 पुनर्मुद्रण : 2002, 2003
: 12620
: 81-209-0547-4
: 63/- रुपये
कु
प्रिय ग्राहक
आपको जाली / नकली पुस्तको से बचाने के लिए हमने इस पुस्तक में यह होलोग्राम चिपकाया हुआ है। यदि यह होलोग्राम यहाँ नहीं है तो कृपया पुस्तक को न खरीदें क्योंकि यह जाली / नकली हो सकती है। अगर आपको बिना होलोग्राम कोई पुस्तक प्राप्त हो तो कृपया हमें सूचित करें ।
PEES-080
EEESSERE DA ESATETS-DAC
OSS 110
पीयूष प्रिंटर्स पब्लिशर्स प्रा० लि०, नई दिल्ली - 41 द्वारा मुद्रित ।
प्रकाशक
आवरण : (1) महाकवि कालिदास शकुन्तला की रचना करते हुए । (2) जर्मन विद्वान मैक्सम्यूलर - जिन्होंने संस्कृत ग्रंथों का अनुवाद जर्मन भाषा में किया तथा गीता उपदेश का चित्र ।
इस पुस्तक पर आधारित अभ्यास-पुस्तिका भी प्राप्य है।
Page #4
--------------------------------------------------------------------------
________________
किञ्चित्
प्रस्तुतमाला-विषयकम्
भाषा-मनोविज्ञान-शास्त्रिणां शोधैः भाषा-शिक्षणमपि कला-रूपेण उपस्थापितम् ।
अल्पादपि अल्पतरे समये अधिकस्य शिक्षणस्य स्पर्धा सर्वत्र दृष्टिपथमवतरति । कस्या अपि भाषायाः शिक्षणस्य चतस्रः विधा भवन्ति, तथाहि-श्रवणं, वदनं, पठनं लेखनञ्चेति । परं संस्कृत-सदृश्यै भाषायै पठनं तदवगमश्चैव प्राधान्येन लक्ष्यीकृतं स्याद् इत्यस्ति व्यवस्थिता मनीषा भाषा-शास्त्र-विदाम् । गौणरूपेण पठनविधायाः साधनरूपेण वदनादि-विधा अपि अनुशील्यन्ताम् । सत्यमेतत् यत् भाषा-भाषणेन छात्राणां विश्वासो वर्धते रुचिश्चापि वृद्रिं गच्छति । एतद् विचार्यैव अत्र ललितानि संस्कृत-पद्यानि, दैनन्दिन-व्यवहार-पराणि कानिचित् सरल-संस्कृत-वाक्यानि च पुस्तकारम्भे दत्तानि । अनुदिनम् एतेषाम् अनुशीलनेन छात्राणां संस्कृत-भाषां प्रति अनुरक्तिर्वर्धिष्यते इत्याशासे । भाषा-शिक्षण-विधानां प्रधान्य-गौण-व्यवस्थाया विस्मरणं न भवेत् इत्यावश्यकम् । लक्ष्ये स्पष्टे पन्था अपि स्पष्टो जायते ।
प्रत्येकं पुस्तकं छात्रस्य आयुस्स्तरमावश्यकताञ्च विलोक्यैव प्रणीतम् । भाषा-ज्ञान-भित्तिः आदित एवं दृढमूला सुसंहता च भवेदिति दृशा सर्वमत्र क्रमिकं मितं नियतञ्चास्ति । प्रत्येकं शब्दः कयापि योजनयैव सन्निवेशितः । प्रस्तुत-मालायां शब्दा इत्थं प्रयुक्ताः, वाक्य-रचना एवमायोजिता व्याकरणञ्चेत्थं क्रमेण अल्पाल्पशः गुम्फितं येन बालः सारल्येनैव सर्वं शिक्षेत । क्रमिक-शिक्षणं क्रमिक विकासाय आवश्यकम् । भाषा-शिक्षणेन साकं साहित्यस्य रुचिरा ललिताश्चांशाः सन्निवेशिताः । संस्कृत-वाङ्मय-महोदधि मंथनोत्थानि कथा-रत्नानि पद्य-रत्नानि निदर्शन
भूतानि चात्र गुम्फितानि । अन्यच्च, विज्ञान-संस्कृति-सामाजिक-ज्ञानादि-विषयान् अन्तरेण पाठा अपि
चात्र सन्निविष्टा सन्ति । 0 प्रत्येकं पाठस्योपरि पाठ्य-संकेतेन पाठे यदुद्दिष्टं तदवगमे सौकर्यं भविष्यति । सन्धीनां
समासानां चाप्रयोगः सारल्यनिमित्तकः । पुस्तकस्यान्ते दत्तश्शब्दकोशः बालान् का शब्दकोशस्यानुशीलनाय प्रवर्तयिष्यते । पाठेभ्यः व्यतिरिक्तमभ्यासेष्वपि अन्ये प्ररोचकाः Dबुद्धयुत्तेजकाः प्रयोगाः प्रश्नाश्च दत्ताः ।
वस्तुस्थितिरियं यत् न वयं छात्रेषु बहु आशास्महे । शिक्षाविदां तर्कानुभवानुमोदितं वचः यत् यावत छात्रेषु सम्भाव्यते तावत्येव ते कृत-प्रयत्नाः भवन्तीति शम् ।
हिमा-गम्भीरः
Page #5
--------------------------------------------------------------------------
________________
विषय
पाठःPETES
पृष्ठः
षष्ठः
प्रथमः
ईश्वर-वंदना द्वितीयः
लङ्-लकारः (प्रथमपुरुषः एकवचनम्) तृतीयः
लङ्-लकारः (प्रथमपुरुषः द्विवचनम्) चतुर्थः
लङ्-लकारः (प्रथमपुरुषः बहुवचनम्) पंचमः
लङ्-लकारः (मध्यमपुरुषः एकवचनम्)
लङ्-लकारः (मध्यमपुरुषः द्विवचनम्) सपत्मः
लङ्-लकारः (मध्यमपुरुषः बहुवचनम्) अष्टमः
लङ्-लकारः (उत्तमपुरुषः एकवचनम्) नवमः
लङ्-लकारः (उत्तमपुरुषः द्विवचनम्) दशमः
लङ्-लकारः (उत्तमपुरुषः बहुवचनम्) एकादशः लोट् लकारः (प्रथमपुरुषः एकवचनम्) द्वादशः
लोट-लकारः (प्रथमपुरुषः द्विवचनम्) त्रयोदशः लोट् लकारः (प्रथमपुरुषः बहुवचनम्) चतुर्दशः लोट् लकारः (मध्यमपुरुषः एकवचनम्) पंचदशः लोट् लकारः (मध्यमपुरुष: द्विवचनम्) षोडशः लोट् लकारः (मध्यमपुरुषः बहुवचनम्) सप्तदशः
लोट् लकारः (उत्तमपुरुषः एकवचनम्) अष्टादशः लोट् लकारः (उत्तमपुरुष: द्विवचनम्) नवदशः लोट् लकारः (उत्तमपुरुष: बहुवचनम्) विंशतितमः मम विद्यालयः एकविंशतितमः देशस्य रक्षा द्वाविंशतितमः विज्ञानस्य चमत्काराः त्रयोविंशतितमः । बुद्धेः शक्तिः चतुर्विंशतितमः मूर्खः कच्छपः पंचविंशतितमः गाल: सिंह न भवति षड्विंशतितमः श्रद्धायाः प्रभावः सप्तविंशतितमः । महात्मा गांधीः
व्याकरणम् शब्द-कोशः
87
104
Page #6
--------------------------------------------------------------------------
________________
व्यवहार - वाक्यानि
1. प्रणमामि।
(Hello; Good morning; Good
afternoon; etc. राजनीतकाराला 2. आगम्यताम्! गाल (Please come.) जाती 3. उपविश्यताम्।
(Please have a seat.)
4. स्वागतम्। सुस्वागतम्।
"(Welcome ! Welcome !!) org
5. अपि सर्वम् कुशलम् ?
(How is everything? How are you?)
(Yes, everything is fine.)
(Where do you live?)
आम् सर्वम् कुशलम् । 6. त्वम् कुत्र निवससि ?
अहम् गणेशपुरी इति क्षेत्रे निवसामि।
(I live in a locality called Ganeshpuri.)
7. कः समयः ?
(What is the time?)
इदानीम् एकादश-वादनम् । (Now. it is 11 O'clock.) 8. को दिनाङ्कः अद्यः? (What is the date today?)
अद्य जुलाई-मासस्य विंशतिः। (Today, it is July 20th.) 9. एतत् सुन्दरम्।
(This is beautiful.) 10. तूष्णीम् तिष्ठतु!
(Be quiet.)
(Continue using Sanskrit sentences from Sanskrit Sopanam, Part-1. Use the above sentences regularly in appropriate situations. Also, role play them with other students.)
Page #7
--------------------------------------------------------------------------
________________
सुभाषितानि
संस्कृत का साहित्य सरस और विचारोत्तेजक श्लोकों का भण्डार है। चार श्लोक छात्रों ने गत वर्ष याद किये थे। इस वर्ष के लिए पाँच और श्लोक नीचे दिये जाते हैं। छात्र मिलकर इनका पाठ करें और इन्हें कण्ठस्थ करें।
Sanskrit literature is the storehouse of lyrical and thoughtprovoking verses. Students learned four verses last year. For the current year, there are five more verses given below. Students should recite them together and learn them by heart.
त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
स त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव । त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम देव-देव ॥१॥
शिमा उत्तरं यत्समुद्रस्य हिमाद्रंश्चैव दक्षिणम् । वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः ॥२॥
अपूर्वः कोऽपि कोशोऽयं विद्यते तव भारति । व्ययतो वृद्धिमायाति क्षयमायाति सञ्चयात् ॥३॥
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्म-संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे ॥ ४ ॥
मातृवत् परदारेषु परद्रव्येषु लोष्टवत् । आत्मवत् सर्वभूतेषु यः पश्यति सः पण्डितः ॥ ५॥
Page #8
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रथमः
-वन्दना
पाठः
(गत वर्ष के कार्य की आवृत्ति-Review)
ईश्वस्वन्दना
प्रातःकालः देवालयः देवः अर्च् स्मृ (स्मर) सर्वत्र
अधुना प्रातःकालः अस्ति। भक्ताः देवालयम् गच्छन्ति। तत्र ते देवम् नंस्यन्ति। तापसाः वने भ्रमन्ति। तत्र ते अपि ईश्वरम् अर्चन्ति। विद्यालये छात्राः अपि ईश्वरम् स्मरन्ति। ईश्वरः सर्वत्र अस्ति। प्रातः खगाः कूजन्ति। ते अपि ईश्वरम् एव स्मरन्ति। ईश्वरः भक्तान् रक्षति।
वयम् अपि ईश्वरम् स्मरिष्यामः
नंस्यामः च।
शब्दार्थाः
ईश्वर-वन्दना प्रातःकालः देवालयः
ईश्वर की पूजा सुबह का समय मन्दिर देवता पूजा करना याद करना
देवः
(worship of God) (morning time) (temple) (god) (to worship) (to remember) (everywhere)
अर्च स्मृ (स्मर) सर्वत्र
सब जगह
Page #9
--------------------------------------------------------------------------
________________
नए धातु -- अर्च् (1) स्मृ (2) * नया अव्यय - सर्वत्र
अभ्यासः
ईश्वरः
मौखिकम् 1. संस्कृत शब्द बताइए (Give Sanskrit equivalents).
भी, वहाँ, ईश्वर, मन्दिर । 2. निम्न शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए (Pronounce the following words
correctly).
नंस्यन्ति, प्रातःकालः, विद्यालये, सर्वत्र, स्मरिष्यामः, वयम् । लिखितम् 3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks). .......................... अस्ति । ते ........................' नंस्यन्ति । प्रातः खगा
.......... भक्तान् रक्षति । ......... देवालयम् गच्छन्ति । 4. निम्नलिखित शब्दों के अर्थ लिखिए (Write meanings of the following
words).
नंस्यन्ति, ते, अपि, एव, भ्रमन्ति, तापसाः, काकः, कुत्र ।। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit). 1. छात्र पाठ पढ़ते हैं।
1. Students read the lesson. 2. हम ईश्वर को याद करते हैं। 2. We remember God. 3. हम देव को नमस्कार करेंगे। 3. We will bow to God. 4. वे यहाँ घूमते हैं।
4. They walk around here. 5. लड़की ईश्वर की पूजा करेगी। 5. The girl will worship God.
पुस्तक में नियमित धातुओं को क्र. (1) से सूचित किया गया है, अर्धनियमित को क्र. (2) से और अनियमित को क्र. (3) से ।
* In the book, Regular verb-roots are denoted by the number (1), Semiregular by the number (2), and Irregular by the number (3).
Page #10
--------------------------------------------------------------------------
________________
द्वितीयः पाठः
लङ्-लकारः
-
(प्रथमपुरुषः एकवचनम्) . ह (हर्) भार्या आसीत् आचार्यः निबन्धः कथा कथ् (कथय) मेधाविक
जातडजाजजाड
छात्रः अलिखत्। छात्रः कलमेन अलिखत्।
OMA
सः अगच्छत्। सः ग्रामम् अगच्छत्।
अश्वः अतिष्ठत्। अश्वः जलाय अतिष्ठत्।
फलम् अपतत्। फलम् वृक्षात् अपतत्।
रावणः अहरत्। रावणः रामस्य भार्याम् अहरत्।
550
भ्रमरः आसीत्। भ्रमरः पुष्पेषु आसीत्।
Page #11
--------------------------------------------------------------------------
________________
आचार्यःअपश्यत् अवदत्च, “हे छात्र, त्वम् किम् लिखसि?" छात्रः अवदत्-"गुरुदेव, अहम् निबन्धम् अलिखम्। अधुना कथाम लिखामि।" आचार्यः अकथयत्-“हे छात्र, त्वम् मेधाविकः भविष्यसि।" छात्रः प्रसन्नः अभवत्।
शब्दार्थाः
ह (हर्)
चुराना
(to steal) भार्या
पत्नी
(wife) आसीत्
(वह) था/थी (he/she was) आचार्यः
गुरु
(teacher) निबन्धः
लेख
(essay) कथा
कहानी
(story) कथ् (कथय्)
कहना
(to say) मेधाविक
बुद्धिमान
(intelligent) नए धातु (New Verb-roots)- ह (2), कथ् (2) नए रूप (New Nouns)- भार्या, कथा-लता के समान (like लता) Freit fastaut ait-il frivit # (New Adjective- in three genders)मेधाविकः मेधाविका मेधाविकम्
अभ्यासः
मौखिकम्
1. इस पाठ का शुद्ध उच्चारण कीजिए (Read this lesson aloud. Use correct
pronunciation). 2. अर्थ बताइए (Give the meanings)
आसीत्, भार्या, वृक्षात्, रामस्य, अधुना, मेधाविकः
Page #12
--------------------------------------------------------------------------
________________
लिखितम् 3. कोष्ठक में दिए शब्दों में उचित विभक्ति लगाकर वाक्य पूरे कीजिए : (Affix
the appropriate vibhakti to the words within parenthesis to complete the sentences).
प्रातः (सूर्य) ...... प्रकाशः भवति। छात्राः (विद्यालय) .................. गच्छन्ति। अहम् (निबन्ध) ................. अलिखम्। बालाः (गृह).......... अपि पठन्ति । सः (गुरुदेव) ............." सह गच्छति। दा
prost do foi adişg (Write the gender of each word)— कथा, आचार्यः, फलम्, उद्यानम्, प्रसन्नः
5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. तपस्वी आश्रम में रहा।
1. The ascetic lived in a
hermitage. 2. राम के बिना मोहन नहीं 2. Mohan did not study
without Rama. . पढ़ा। 3. हम रोज़ सवेरे घूमते हैं।
3. We go for a walk in the
morning everyday. 4. गोपाल ने भी संस्कृत पढ़ी।
Gopal also studied
Sanskrit. 5. उसने रावण को मारा।
5. He killed Ravana.
Page #13
--------------------------------------------------------------------------
________________
तृतीयः पाठः
लङ्-लकारः
(प्रथमपुरुषः द्विवचनम्)
पञ्जरकः ह्यः खन् श्रमिकः धरा आस्ताम्गवेष् (गवेषय) मारय् विन्द्
(Droveticotoutt तौ अरक्षताम्। तौ सैनिकौ अरक्षताम्। तौ सैनिकौ देशम् अरक्षताम्।
तौ अकूजताम्। तौ खगौ अकूजताम्। तौ खगौ पञ्जरके अकूजताम्।
तौ अखनताम्। तश्श्रमिकौ अखनताम्। तौ श्रमिकौ धराम् अखनताम्।
ते अखेलताम्। ते बाले अखेलताम्। ते बाले ह्यः अखेलताम्।
आस्ताम्। ते छात्रे आस्ताम्। ते छात्रे मार्गे आस्ताम्।
Page #14
--------------------------------------------------------------------------
________________
सः छात्रः अपठत्।
सा छात्रा अपठत्। सः भक्तः तत्र आसीत्।
आस्ताम्।
रामः लक्ष्मणः च वनम् अगच्छताम्। सीता अपि रामेण सह अगच्छत्। तत्र रावणः सीताम् अहरत् । तौ वीरौ सीताम् अगवेषयताम्। तौ रावणम् अमारयताम्, सीताम् च अविन्दताम् । तौ प्रसन्नौ अभवताम्। सीता अपि प्रसन्ना अभवत् ।
UP to
पञ्जरकः
हयः
खन् abud owl or
श्रमिकः
धरा
आस्ताम्
=
=
पिंजरा
कल (बीता हुआ)
→ खोदना
शब्दार्थाः
= भूमि
मज़दूर
तौ छात्रौ अपठताम्। ते छात्रे अपठताम्।
तौ भक्तौ तत्र
(वे दो) थे / थीं
72
(cage) (yesterday)
(to dig)
(labourer, worker)
(ground)
(they two were )
Page #15
--------------------------------------------------------------------------
________________
गवेष् (गवेषय्) = ढूँढना
(to search) मारय्ल = मारना
(to kill) विन्दा |
पाना
(to get) नए धातु (New verb-roots) खन् (1), मारय् (1), गवेष (2), विन्द् (2) नया रूप (New Noun)-धरा - लता के समान (like लता)
अभ्यासः
मौखिकम् 1. 'श्रमिक' शब्द के रूप बोलिए (Decline श्रमिक'). 2. 'गम्' धातु के रूप लृट् लकार में बोलिए (Conjugate 'गम्' in लृट्).
लिखितम् 3. 'उद्यान' शब्द के रूप 'फल' शब्द की तरह लिखिए (Decline 'उद्यान' like
'फल') 4. हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate into English)
बाले अखेलताम्। तौ प्रसन्नौ आस्ताम्। सीता अपि रामेण सह अगच्छत्। श्रमिकौ धराम् अखनताम्। तत्र रावणः सीताम् अहरत्। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. क्या दो बालिकाएँ विद्यालय गईं? 1 1. Did the two girls go to the
school?
2. तुम दोनों ने स्कूल देखा। 3. दो मज़दूरों ने धरती खोदी।
2. Two of you saw the school. 3. The two workers dug the
ground. Ram and Lakshman found Sita.
पाया। 5. पिंजरे में दो पक्षी थे।
6. क्या राम भी पाठशाला जाएगा?
5. There were two birds in a
cage. 6. Will Ram too go to the
school?
8
Page #16
--------------------------------------------------------------------------
________________
चतुर्थः पाठः
लङ्-लकारः
(प्रथमपुरुषः बहुवचनम्)
पशEpps सूच् (सूचय) दूतः गीतम् सिव् (सीव्य) सौचिकः आसन् वृषभः
नृत् (नृत्य) महवीरः महाभारत-युद्धम् कौरवः नाशय गाय
सिंहाः अगर्जन्। ते सिंहाः अगर्जन्। ते सिंहाः वनेषु अगर्जन्।
दूताः असूचयन्। ते दूताः असूचयन्। ते दूताः नृपम् असूचयन्।
गायकाः अगायन्। ते गायकाः अगायन्। ते गायकाः गीतानि अगायन्।
सौचिकाः असीव्यन्। ते सौचिकाः असीव्यन्। ते सौचिकाः वस्त्राणि असीव्यन्
वृषभाः तत्र आसन्। वृषभाः क्षेत्रेषु आसन्।
Page #17
--------------------------------------------------------------------------
________________
काकाः अपश्यन् बालिकाः अनृत्यन् ते आसन्
ताः आसन्।
पाण्डवाः पञ्च आसन्। पाण्डवेषु भीमः अर्जुनः च महावीरौ आस्ताम्। श्रीकृष्णः अपि पाण्डवैः सह आसीत्। महाभारत युद्धे ते कौरवान्
अनाशयन्।
काकः अपश्यत् बालिका अनृत्यत्
सः आसीत्
सा आसीत्
सूच् (सूचय्)
दूतः
गीतम्
सिव् (सीव्य्)
सौचिकः
काकौ अपश्याताम् बालिके अनृत्यताम्
=
तौ आस्ताम्
आस्ताम्
आसन्
वृषभः
नृत् (नृत्य्)
महावीरः
महाभारत-युद्धम्
कौरवः
नाशय्
-
नये धातु (New Verb-roots) - नया विशेषण (New adjective)
शब्दार्थाः
सूचित करना
दूत
गीत
सीना
दर्जी
(वे थे / थीं)
बैल
नाचना
महान् वीर
महाभारत का युद्ध
कौरव
नष्ट करना
(to inform)
(messenger)
अभ्यासः
(song)
(to stitch, sew)
(tailor)
(they were) were)
(bull)
(to dance)
(very brave)
11416 (battle of Mahabharat) of Mahabhara
(Kaurava)
(to destroy)
सूच् (2), नृत् (2), सिव् (2), नाशय् (1) (महा) वीरः वीरा वीरम् ।
बला
मौखिकम्
1. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)—
छात्राः कुत्र अपठन् ? सीता कुत्र भ्रमति ? त्वम् किम् पठसि ? आचार्याः कुत्र अगच्छन्? बालाः किम् अलिखन् ?
INDIE PRIS
10
Page #18
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. अर्थ बताइए (Give the meanings)
कौरवाः अपि अनश्यन्। त्वम् मालाम् अपश्यः? सीता अपि प्रसन्ना आसीत्। आचार्यः अपश्यत् अवदत् च। खगौ पञ्जरके अकूजताम्।
लिखितम् 3. 37ef fofag (Give the meanings)--
स्था, पा, पत्, धात्, नी, दृश्, भू, पच् 4. धातुओं के लङ् लकार के रूपों से वाक्य पूरे कीजिए (Complete the
sentences with me forms of the verb-roots)— (क) सीता रामेण सह .... (गम्)। (ख) भक्ताः ईश्वरम् ........... (स्म)। (ग) त्वम् किम् ............. (दृश्) ? (ग) खगः जलम् ............ (पा)। (ङ) वयम् फलानि ............ (खाद्।
लम्कामाला 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
1. दर्जियों ने कपड़े सिए। 1. The tailors stitched the clothes. 2. वनों में शेर गरजे।
2. Lions roared in the forests. 3. तुम वहाँ क्यों नहीं आए? 3. Why did you not come there ? 4. क्या दूतों ने सूचना दी ? 4. Did the inessengers give the
information ? 5. वीरों ने शत्रुओं का नाश 5. The brave people destroyed
the enemies. किया। 6. घर में बालक रोए।
6. Children cried in the house. 7. हम हाथों से खाते हैं।
7. We eat with hands. 8. हम वहाँ नहीं ठहरेंगे। 8. We will not stay there..
क
मा0 गाडा
11
Page #19
--------------------------------------------------------------------------
________________
पञ्चमः
लङ्-लकारः अन
पाठः
(मध्यमपुरुषः एकवचनम)
गुम्फ माला प्रच्छ (पृच्छ) प्रश्नः अम्बा आसीः ग अतः नश् (नश्य) यः
astro) रीतिकाल के सलवाललाई त्वम् अहसः। Caroor-cor त्वम् किमर्थम् अहसः?
त्वम् अगुम्फः। त्वम् मालाम् अगुम्फः।
aortoosaibardsstearaliator त्वम् अपृच्छः। त्वम् प्रश्नम् अपृच्छः।
त्वम् अयच्छः। त्वम् किम् अयच्छः?
त्वम् अस्मरः। त्वम ईश्वरम् अस्मरः।
त्वम् कुत्र आसीः? त्वम् प्रातः कुत्र आसीः?
12
Page #20
--------------------------------------------------------------------------
________________
हे रावण, त्वम् रामस्य भार्याम् अहरः। त्मम् अगर्वः च। अतः त्वम् अनश्यः। यः अपि मानवः अगर्वत् सः एव अनश्यत्। कौरवाः अपि अनश्यन्।
लम
sionidarciaqoutela
(शब्दार्थाः)
(to string) लागवड
गुम्फ्
गूंथना माला
हार
(garland) प्रच्छ (पृच्छ्)
पूछना sistasso (to ask) प्रश्नःdioaiso = 16 सवाल
कर (question) tioneest आसीः
= (तुम एक) थेबा (you were) प्रातः
सुबह
(in the morning)
अभिमान करना (to be haughty) अतः र = इसलिए
(therefore) नश् (नश्य् = नष्ट होना (to perish) मिट यः Omanor = जो
(whosoever) नए धातु (New verb-roots) – गुम्फ् (1), ग (1), प्रच्छ (2), नश् (2) नए रूप (New Nouns) - माला, अम्बा-लता के समान (like लता) नये अव्यय (New avyayas) - अतः, प्रातः
गर्व up
अभ्यासः
मौखिकम् 1. संस्कृत पर्याय बताइए (Give the Sanskrit equivalents)
सवाल (question), तू (you), माता (mother), था (was), किसलिए (for
Page #21
--------------------------------------------------------------------------
________________
what), किसान (farmer), अब (now), स्कूल (school) 2. दृश् धातु के लृट् रूप बताइए। (Conjugate दृश् in लुट्)
लिखितम् 3. नीचे लिखे शब्दों को संस्कृत-वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Use the following
words in Sanskrit sentences)--
किमर्थम्, आसीः, अस्मरः, प्रश्नः, कौरवाः, पुस्तकम्। 4. शब्दों को रिक्त-स्थानों में यथास्थान भरिए (Insert the following words in
the appropriate blanks)पाठम्, अपृच्छः, गच्छति, सह, विना छात्रः पाठशालाम् .......... । अहम्
" पठामि। सीता रामेण .................. अगच्छत् त्वम् प्रश्नम् त्वम्.... । ते रामम्
............... खेलन्ति । 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. तुमने प्रश्न क्यों नहीं पूछा? 1. Why did you not ask the
question ?
Hey Ram, why did you not bow नमस्कार क्यों नहीं किया ?
to your father ? 3. हे बालिके, तुम चुपचाप क्यों 3. Hey girl, why were you quiet ?
थीं? 4. हे दूत, तुम क्यों नहीं जाते? 4. Hey messenger, why don't you 5. तुम क्यों हँसे?
5. Why did you laugh ? 6. क्या तुम घर कल जाओगे? 6. Will you go home tomorrow ?
go ?
Page #22
--------------------------------------------------------------------------
________________
षष्ठः
लङ्-लकारः
पाठः
(मध्यमपुरुषः द्विवचनम्
नमा रच् (रचय) मूर्तिः वाञ्छ् वृद्धिः आस्तम् तूष्णीम् बधिर मूक
किम् अपि
युवाम् अधावतम्। युवाम् क्षेत्रे अधावतम्।
युवाम् अवदतम्। युवाम किम् अवदतम् ?
युवाम् अरचयतम्। युवाम् मूर्तिम् अरचयतम्।
युवाम् अवाञ्छतम्। युवाम् वृद्धिम् अवाञ्छतम्।
युवाम् कुत्र आस्तम् ? युवाम् बालिके कुत्र आस्तम् ?
त्वम् गीतम् आगायः। यवाम गीतम अगायतम।
15
Page #23
--------------------------------------------------------------------------
________________
त्वम् अम्बाम् अरक्षः। त्वम् कुत्र आसीः ?
आचार्यः अवदत् 'हे छात्रौ, युवाम् किमर्थम् न अवदतम् ? युवाम् तूष्णीम् किमर्थम् आस्तम् ? किम् युवाम बधिरौ स्थः मूकौ वा ? अधुना अत्र
किमपि न अस्ति ।
रच् (रचय्)
मूर्तिः
वाञ्छ्
आस्तम्
तूष्णीम्
बधिर
मूक
किमपि
बनाना
प्रतिमा
=
शब्दार्थाः
इच्छा करना
(तुम दो) थे
चुपचाप
बहरा
गूँगा
युवाम् अम्बाम् अरक्षतम्। युवाम् कुत्र आस्तम् ?
अभ्यासः
the
16
अनि
8155
PHPIRTS FIS SP
(to make)
(statue)
(to want)
(you two were)
(quiet)
(deaf)
(dumb)
(anything)E
कुछ भी
नये धातु (New Verb-roots) - रच् (2), वाञ्छ् (1)
नए रूप (New Nouns) - मूर्ति, वृद्धि-मति के समान (like मति)
नए विशेषण (New Adjectives) - बधिरः
मूकः
नये अव्यय (New avyayas) - तूष्णीम्, किमपि
455 meg
FIR FIES
बधिरा
बधिरम्
मूका मूकम्
FIFE
MATE E FES Pole s
मौखिकम्
1. 'गीत' शब्द के रूप ('फल' की तरह) बताइए। (Decline 'गीता' like 'फल') 2. 'वाञ्छ्' धातु के रूप लङ् लकार में बताइए । (Conjugate 'वाञ्छ्' in लङ्)
Page #24
--------------------------------------------------------------------------
________________
लिखितम् 3. शब्दों के अर्थ लिखिए (Give meanings)- मूर्तिः, बधिरौ, तूष्णीम्, किमपि, मूकौ, द्रक्ष्यामः, खट्वा, गीता। 4. हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate into English)किम् युवाम् बधिरौ स्थः? किम् युवाम् मूर्तिम् अरचयतम् ? युवाम् आचार्यम्
अवदतम्। पाण्डवाः पञ्च आसन्। गायकाः गीतानि अगायन्। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into English)1. हे कलाकारो। तुम दोनों मूर्ति 1. Oh artists, both of you
wanted the statue. चाहते थे। 2. हे सैनिको! तुम दोनों ने देश की 2. Oh soldiers, both of you रक्षा की।
defended the country. 3. तुम दोनों वहाँ नहीं थे।
3. Both of you were not there. 4. दो बैलों ने घोड़े को मार 4. The two bulls killed the डाला।
horse.
करना 5. तुमने किसान को जान लिया।
5. You came to know the
farmer. 5. हे मज़दूरो! तुम क्या ले गए ?
ए ? 6. Oh workers, what did you
take ?
शामा
Page #25
--------------------------------------------------------------------------
________________
सप्तमः पाठः
लङ्-लकारः
र (मध्यमपुरुषः बहुवचनम्)
भूमिः आस्त विपत्तिः सम्पत्तिः कीर्तिः कर्तव्यम् कथम् सम्मतिः
यदि उक्तिः मतिः धृ (धारय्) जीवनम् सफल
यूयम् अभ्रमत। यूयम् उद्यानेषु अभ्रमत। Katarinonstonioristiane यूयम् अयच्छत। यूयम् बालेभ्यः पुस्तकानि अयच्छत।
यूयम् अखनत। यूयम् भूमिम् अखनत।
यूयम् तत्र आस्त। यूयम् तत्र विपत्तौ आस्त।
त्वम् अखादः। त्वम् अलिखः। त्वम् तत्र आसीः।
युवाम् अखादतम्। युवाम् अलिखतम्। युवाम् तत्र आस्तम्।
यूयम् अखादत। यूयम् अलिखत। यूयम् तत्र आस्त।
यूयम् सम्पत्तिम् अनाशयत। अतः यूयम् कीर्तिम् न अविन्दत। यूयम् स्वम् कर्त्तव्यम् कथम् न अवागच्छत ? मम सम्मतिः अस्ति यत् यूयम् स्वाम सम्पत्तिम् रक्षथ। यदि मम उक्तिम् मतौ धारयिष्यथ तदा जीवने सफलाः भविष्यथ।
18।
Page #26
--------------------------------------------------------------------------
________________
(शब्दार्थाः
कीtoreati
भूमिः आस्त विपत्तिः सम्पत्तिः कीर्तिः
भूमि (तुम सब) थे मुसीबत धन-दौलत
यश
कर्त्तव्यम्
॥
-
=
(ground) (you all) were (hardship) (wealth) (fame) (duty) (why) (suggestion) (if) (statement, saying) (mind)
॥
॥
॥
कर्तव्य क्यों सलाह अगर कहना बुद्धि धारण करना जीवन सफल
कथम् सम्मतिः यदि उक्तिः
300297uOY मतिः धृ (धारय्) जीवनम् सफल
(to bear) (life) (successful)
नया धातु (New Verb-root)- धृ (2) नए रूप (New Nouns)- भूमि, विपत्ति, सम्पत्ति, कीर्ति, सम्मति, उक्ति-मति के समान (like मति) नया विशेषण (New adjective)- सफलः सफला सफलम् नए अव्यय (New avyayas)- कथम्, यदि उपपद विभक्ति - दा धातु के योग में, जिसको दिया जाए, उसके वाचक शब्द में चतुर्थी विभक्ति (When दा is used, the word for the recepient gets the fourth vibhakti).
(अभ्यासः)
मौखिकम् 1. इस पाठ का शुद्ध उच्चारण कीजिए (Read this lesson with correct pronunciation).
19
Page #27
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. “यच्छति' का प्रयोग करते हुए दो वाक्य बनाइए (Make . the word यच्छति).
लिखितम् 3. निम्नलिखित शब्दों के अर्थ लिखिए और उन्हें वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Give
meanings of the following words and use them in sentences)
कुक्कुरः, सप्त, सह, श्वः, अपि, आनयति। 4. रिक्त स्थानों में संख्यावाची शब्द भरिए (Fill in the blanks with numbers)पाण्डवा..................... आसन्। मम..................... हस्तौ स्तः। रावणस्य " मुखानि आसन्। चन्द्र
....... अस्ति। अश्वस्य " चरणाः भवन्ति। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. आप सब सफल हुए ।
1. All of you were successful. 2. आप सबने क्या देखा?
2. What did all of you see? 3. आप सबने भोजन क्यों नहीं 3. Why did all of you not
cook the food ? पकाया? 4. आप सबने वहाँ क्या लिखा? 4. What did all of you write
there? 5. आप सबने मालाएँ गँथी।
5. All of you strung garlands. 6. आप सब जीवन में सफल
6. All of you were successful हुए।
in life. 7. क्या आप सब मेरे घर कल तक 7. Will all of you come to my आएँगे?
SIP house tomorrow ? जहाज लिमाता teriyalayamsinestori pyaripaavass tortworse
Page #28
--------------------------------------------------------------------------
________________
अष्टमः
लङ्-लकारः
पाठः
(उत्तमपुरुषः एकवचनम्)
चिन्त् (चिन्तय्) युक्तिः कृष् उन्नतिः वृष्टिः आसम् सदा समयः
क्रीड् आज्ञा पाल् (पालय्) कदापि चुर् (चोरय्)
सादOdiyobम अहम् अवसम्। sucia अहम् ग्रामे अवसम्। पति
Ta
-KOSSDK
अहम् अचिन्तयम्। अहम् युक्तिम् अचिन्तयम्।
माता यता
अहम् अकृषम्। अहम् भूमिम् अकृषम्।
)
अहम् अतरम्। अहम् सरोवरे अतरम्।
iinavr
अहम् तत्र आसम्। अहम् तत्र गृहे आसम्।
21
Page #29
--------------------------------------------------------------------------
________________
अहम् सदा समये अपठम्, समये च अक्रीडम्। अहम् सदा अम्बायाः जनकस्य आचार्यस्य च आज्ञाम् अपालयम्। रमेशः अपृच्छत्- “किम् त्वम् कदापि अचोरयः?" अहम् रमेशाय अकथयम्- “अहम् कदापि किमपि न अचोरयम्।”
शब्दार्थाः
चिन्त् (चिन्तय्) युक्तिः कृष् उन्नतिः वृष्टिः आसम् सदा समयः
मनमाड FEBE
सोचना उपाय हल चलाना उन्नति बारिश (मैं था हमेशा समय खेलना आज्ञा, हुक्म (आज्ञा) मानना कभी भी चोरी करना
(to think) (device) (to plough) (prosperity) (rain) (I was) (always) (time) (to play) (order) (to obey) (ever) (to steal)
जीना
क्रीड्
आज्ञा पाल् (पालय्) कदापि चुर् (चोरय)
TEITE
नए धातु (New verb-roots)- चिन्त् (2), कृष् (1), क्रीड् (1), पाल् (2), चुर् (2) नए रूप (New Nouns)- युक्ति, उन्नति, वृष्टि - मति के समान (like मति) नए अव्यय (New avyayas)- सदा, कदापि उपपद-विभक्तिः - कथ् धातु के योग में, जिसको कहा जाए उसके वाचक शब्द में चतुर्थी विभक्ति (When कथ् is used, the word for the person, to whom something is said, gets the fourth vibhakti)
22.0
Page #30
--------------------------------------------------------------------------
________________
अभ्यासः
मौखिकम् 1. क्रीड् धातु के लङ् लकार में रूप बोलिए ( Conjugate क्रीड् in लङ्). 2. 'वृष्टि' शब्द के रूप ‘मति' की तरह बोलिए (Decline वृष्टि like मति).
लिखितम् 3. निम्नलिखित वाक्यों को लङ् लकार के रूपों से पूर्ण कीजिए (Complete the
following sentences with ac forms) -
अहम् दुग्धम् ................. । वृषभः घासम् . ............ । तौ बधिरौ .............. | श्रीकृष्णः वसुदेवस्य पुत्रः .... । गजः गजैः सह । 4. हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate into English)
अहम् गृहे आसम्। किम् त्वम् कदापि अचोरयः? अहम् उन्नत्यै अकृषम्। यूयम्
सम्पत्तिम् अनाशयत। युवाम् आचार्यम् अवदतम्। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. मैंने समय पर पत्र लिखा।
1. I wrote a letter in time. 2. मैंने युक्ति सोची।
2. I thought of a device. 3. मैंने सदा माता और पिता की 3. I always obeyed the order आज्ञा का पालन किया।
of my parents 4. मैं राम के साथ सरोवर में 4. I swam in the pool along तैरा।
with Rama. 5. तुम सब बारिश में ठहरे।
5. All of you stayed in the
rain.
करमामा
Page #31
--------------------------------------------------------------------------
________________
नवमः पाठः
लङ्-लकारः
पनि
(उत्तमपुरुषः द्विवचनम्
अग्निः गिरिः मुनिः क्रुधू (क्रुध्य) अरिः आस्व रविः अतिथि:
सहोदरः राष्ट्रपतिः समापीलीयन
Earlies) प्रसिहोदरः राष्ट्रपतिः समीर
आवाम् अपश्याव। आवाम् मूर्तिम् अपश्याव। मामाका
आवाम् अतिष्ठाव। आवाम् गिरौ अतिष्ठाव।
Savsbalog)
आवाम् अनमाव। आवाम् मुनीन् अनमाव।
आवाम् अक्रुध्याव। आवाम् अरये अक्रुध्याव
आवाम् तत्र आस्व। आवाम् प्रातः तत्र आस्व।
अहम् अग्नये अनमम्। आवाम् अग्नये अनमाव।
24
Page #32
--------------------------------------------------------------------------
________________
अहम् रवये जलम् अयच्छम्। अहम् तस्य अतिथिः आसम्।
आवाम् रवये जलम् अयच्छाव। आवाम् तस्य अतिथी आस्व।
आवाम् सहोदरौ स्वः। हयः आवाम् राष्ट्रपतेः भवनम् अगच्छाव। तत्र आवाम् राष्ट्रपतिम् अपि अपश्याव। भवनस्य समीपे एव एकम् सुन्दरम् उद्यानमपि अस्ति। आवाम् तत् अपि अपश्याव, प्रसन्नौ च अभवाव।
Fbrovr.adionitosg)
शब्दार्थाः
अग्निः
आग
(fire) गिरिः डा पर्वत
(mountain) मुनिः ___मुनि
(sage) क्रुध् (क्रुध्य) = क्रोध करना
(to get angry) अरिः = शत्रु
(enemy) आस्व
(हम दो) थे
(we two) were रविः
सूर्य
(sun) त जिन अतिथि:
मेहमान
(guest) सहोदरः 1 = सगा भाई
(real brother) राष्ट्रपतिः
राष्ट्रपति
(president) समीप = पास
(near) Disi नया धातु (New verb-root)- क्रुध् (2) नए रूप (New Nouns)- अग्नि, गिरि, मुनि, अरि, रवि, अतिथि, राष्ट्रपति-मुनि के समान (like मुनि) नया अव्यय (New avyaya)- समीपे
उपपद-विभक्तिः- क्रुध् धातु के साथ, जिस पर क्रोध किया जाए, उसके वाचक शब्द में चतुर्थी विभक्ति (When क्रुध् is used, the word for the person you feel angry at, gets the fourth vibhakti).
Page #33
--------------------------------------------------------------------------
________________
काहाकार मात्र
REE
अभ्यासः नाकालि मौखिकम् 1. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit) – 3 किम त्वम् नगरे वससि ? किम् आवाम् मित्रे आस्व ? किम् वयम् भारते वसामः?
किम् त्वम् दुग्धम् पिबसि ? किम् त्वम् विद्यालयम् गच्छसि? शशांक 2. मुनि शब्द के रूप बोलिए (Decline the word मुनि).
लिखितम् 3. 'मुनि' की तरह 'रवि' शब्द के रूप लिखिए ( Decline the word रवि like
नाव मुनि).
4. नीचे लिखे शब्दों को अपने संस्कृत-वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Use the
following words in Sanskrit sentences)
सुन्दरम्, हयः, राष्ट्रपतेः, समीपे, विना, यच्छति। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. हम दोनों पर्वत पर गए।
1. Both of us went on the
mountain. 2. वहाँ एक मन्दिर था।
2. There was a temple. 3. हम दोनों ने देवता की मूर्ति को 3. Both of us bowed before नमस्कार किया।
the deity idol. 4. हम दोनों ने वहाँ पानी भी
There both of us drank
2Fwater too. 5. मेरा मित्र बोला, “मैं प्रसन्न 5. My friend said, “I am
happy”
4.
पिया।
नरम
6.
Both of us were happy.
6. हम दोनों प्रसन्न थे।
auoroqadi.poraGEE
E EE
.26
Page #34
--------------------------------------------------------------------------
________________
दशमः
लङ्-लकारः
पाठः
समाज (उत्तमपुरुषः बहुवचनम्)दण्ड् (दण्डय) दुष्ट गण (गणय्) वप् बीजम् आस्म सर्वस्वम्
मायाकी वालीफीलिममायणाच्या
वयम् अदण्डयाम। वयम् दुष्टान् अदण्डयाम।
300.03)
वयम् अखेलाम।
म। वयम् छात्रैः सह अखेलाम।
वयम् अगणयाम। वयम् अतिथीन् अगणयाम।
वयम् अवपाम। वयम् बीजानि अवपाम।
वयम् तत्र आस्म। वयम् अग्नेः समीपे आस्म।
27
Page #35
--------------------------------------------------------------------------
________________
अहम् अहसम्। अहम् अचलम्। अहम् तत्र आसम्।
आवाम् अहसाव। आवाम् अचलाव। आवाम् तत्र आस्व।
वयम् अहसाम। वयम् अचलाम। वयम् तत्र आस्म।
वयम्छात्राःस्मः। वयम् स्वस्य देशस्य सैनिकाःस्मः। वयम् सदा भारतम् अरक्षाम्, रक्षामः रक्षिष्यामःच। वसम् सैनिकाः देशाय सर्वस्वम् अयच्छाम, यच्छामः दास्यामः च। वयम् देशस्य अरीन् अनाशयाम नाशायामः नाशयिष्यामः च। वयम् कीर्तिम् च अविन्दाम् विन्दामः वेदिष्यामः च।
शब्दार्थाः)
तासालफायर माण्डमा
बोना
दण्ड (दण्डय्) सज़ा देना
(to punish) दुष्ट
दुष्ट
(wicked) गण् (गणय्)
गिनना
(to count) गाहमा वप्
(to sow)
मगर बीजम्
बीज
(seed) आस्म
(हम सब) थे (we) were सब कुछ
(everything) नए धातु (New verb-roots)- दण्ड (2), गण (2), वप् (2)
Fai नए विशेषण (New Adjectives)- दुष्टः दुष्टा दुष्टम् नया अव्यय (New avyaya)- सर्वस्वम्
सर्वस्वम्
अभ्यासः
मौखिकम् 1. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)
त्वम् किम नयसि? पुत्रम् विना कः न गच्छति? त्वम् प्रातः जनकम् नमसि?
त्वम् कुत्र पठसि ?
Page #36
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. पच् धातु के लङ् लकार के रूप बोलिए (Conjugate पच् in लङ्)
लिखितम्
3. कोष्ठकों में दिए गए शब्दों में ठीक विभक्तियाँ लगाकर रिक्त स्थानों को भरिए। (Add the appropriate vibhakti to the words within parenthesis and complete the sentences)
(शरीर)
(नगर)
(विद्यालय)
10
रक्तम् भवति ।
रामः आगच्छति ।
आ
'बालाः पठन्ति ।
मोहनः गच्छति।
अम्बा दुग्धम् यच्छति ।
(ग्राम)
(पुत्र)
4. अनुवाद कीजिए (Translate)
वयम् भारतम् रक्षामः। वयम् छात्रान् अगणयामः । मम भवनस्य समीपे सुन्दरम् उद्यानम् अस्ति। तत्र आवाम् राष्ट्रपतिम् अपश्याव । हे छात्रौ, युवाम् किमर्थम् अवदतम् ?
कम्
तामी
5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)—–
1. हमने ईश्वर की पूजा
की। 2. हमने राष्ट्रपति का घर देखा ।
3. आप भी राम के घर नहीं गए।
4. हम दुकान पर ठहरे।
5. हमने रुपये गिने ।
6. हम आश्रम में नहीं थे।
7. तुम रोज़ सुबह बगीचे में घूमते
हो।
1.
2.
HEPTS HE
3.
4.
5.
6.
कार
7.
his word for We worshipped God.
We saw the President's house. |
You also did not go to Rama's house. 19
We stayed at the shop. We counted rupees.
We were not in the hermitage. E FISTERS Every morning you walk around in the garden.
biste poop prete
IEPIF THE IPS 19T PIE pop there
29
Page #37
--------------------------------------------------------------------------
________________
एकादशः पाठः
- लोट-लकारः
तिभागतीकोनरिणीडित (प्रथमपुरुषः एकवचनम्) egss SAY
अधि+गम् (गच्छ्) धनम् उत् + पत् आकाशः अस्तु स्थपतिः परम्
सः नमतु। सः भक्तः नमतु। सः भक्तः देवालये नमतु।
सः अधिगच्छतु। सः श्रमिकः अधिगच्छतु। सः श्रमिकः धनम् अधिगच्छतु।
diosis)च्यातरजमकता
Doggreams सः उत्पततु। सः खगः उत्पततु। सः खगः आकाशे उत्पतत्।
उन्नतिः अस्तु। छात्राणाम् उन्नतिः अस्तु।
Gabagerani
अम्बा बालाय न क्रुध्यतु। मालाकारः मालाम् गुम्फतु। स्थपतिः भवनम् रचयतु। छात्रः आचार्यम् प्रश्नम् पृच्छतु। आचार्यः छात्राय कथयतु। सौचिकः वस्त्राणि सीव्यतु। यूयम् तत्र प्रतिदिनम् अगच्छत परम् सः गच्छतु। अहम् । गायामि, यूयम् अपि गयथ। सा अपि गायतु।
30
Page #38
--------------------------------------------------------------------------
________________
अधि + गम् (गच्छ्)
धनम्
उत् + पत्
आकाशः
अस्तु
स्थपतिः
=
=
"
॥ ॥
मालाकारः
पृच्छतु।
क
शब्दार्थाः
प्राप्त करना
धन
उड़ना
आसमान
(वह) हो
राज (मकान बनाने
वाला)
उपसर्ग युक्त धातुएँ (Verb-roots with prefixes) - अधि + गम् (गच्छ्),
उत् + पत्
yala
newed biode meSt
नया अव्यय (New avyaya) परम्
उपपद विभक्तिः- प्रच्छ् धातु द्विकर्मक है। जिससे पूछें और जो कुछ पूछें, दोनों के वाचक शब्द द्वितीया विभक्ति में होते हैं। (When प्रच्छ् is used, two words get the second vibhakti-word for whom you ask, and word for what you askill on Jon Drb uoy
vsb
150041 T bien ar
भूमिष जनताम
(to get)
(money)
(to fly)
प्रचि में ि
अभ्यासः
(sky)
(hel shel that) be
(mason)
मौखिकम्
1. उत् + पत् तथा अधि+ गम् धातुओं के लट् लकार तथा लोट् लकार में
रूप लिखिए (Conjugate) उत् + गम् and अधि + गम् in लट् and लोट्).
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks)—
खगः आकाशे
....। भक्तः देवम्
'गुम्फतु। आचार्यः'
31
भवनम् रचयतु ।
'कथयतु। छात्रः
Page #39
--------------------------------------------------------------------------
________________
लिखितम् 3. कोष्ठकों में दी हुई दो-दो क्रियाओं में से उचित क्रिया लेकर वाक्य पूर्ति
कीजिए (Choose the correct form from the parenthesis)खगः ..... (उत्पततु/सीव्यतु)। भक्तः देवालये ................ (नमतु/क्रुध्यतु)। मालाकारः मालाम्
(सीव्यतु/गुम्फतु)। अध्यापकः छात्राय
(कथयतु/नमतु)। स्थपतिः भवनम् ................ (गुम्फतु/रचयतु)। 4. इस पाठ के अन्तिम पाँच वाक्यों का अनुवाद कीजिए। (Translate the last five
sentences of this lesson). 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. यह पक्षी आकाश में उड़े।qfile 1. This bird should fly in the
sky. 2. राम मन्दिर में नमस्कार करे।
Ram should bow in the
temple. _3. पिता बेटे पर क्रोध न करे। 3. The father should not be
angry at (his) son. 2b4. छात्र माला गूंथे।Riwa 4. The student should string
garland.di 5. तुम वहाँ रोज नहीं गये। 5. You did not go there every
day. 6. किसान ने खेतों में बीज बोए। 6. The farmer sowed seeds in
the fields.
2.
समाजात जातका मागी P+
adhai
पणाला
Page #40
--------------------------------------------------------------------------
________________
शाyि द्वादशः
लोट-लकारः पाठः
समयमा शरशी मावनाकामना बजाकार (प्रथमपुरुषः द्विवचनम्): मागणपणात
आरक्षकः स्ताम् कक्षा उपवनम् अध्यापकः पाठय् यज्
एते नयताम्। एते बालिके नयताम्। एते बालिके पुस्तकानि नयताम्।
एतौ दण्डयताम्। एतौ आरक्षकौ दण्डयताम्। एतौ आरक्षकौ दुष्टान् दण्डयताम्।
(TIRHIV
एतौ खनताम्। एतौ श्रमिकौ खनताम्। एतौ श्रमिकौ भूमिम् खनताम्।
एतौ तत्र स्ताम्। एतौ बालौ अत्र स्ताम्। एतौ बालौ कक्षायाम् स्ताम्।
N
.
7
एषः बालः नमतु। एतौ बालौ नमताम्। एषा बाला पठतु। एते बाले पठताम्। एषः वीराः अस्तु। एतौ वीरौ स्ताम्।
33
Page #41
--------------------------------------------------------------------------
________________
एतौ सेवको बालान् रक्षताम्। एतौ मयूरौ उपवने नृत्यताम्। एषः गायकः एषा गायिका च गायताम्। एषः छात्रः एषा छात्रा च देवम् अर्चताम्। एषः अध्यापकः एषा अध्यापिका च पाठयताम्। एतौ मुनी आश्रमे यजताम्। एतौ पथिको प्रातः चलताम्। वयम् अपि पथिकैः सह गमिष्यामः। आवाम् तानि रुप्यकाणि गणयामः। सः अपि तानि गणयतु। एतौ भक्तौ प्रातः देवालये स्ताम्।
(शब्दार्थाः)
आरक्षकः
(policeman)
लाका
सिपाही (वे दोनों हों
स्ताम्
||
(may they two) bc
कक्षा
||
कक्षा
(class)
उपवनम्
||
बाग
अध्यापकः
STEE 1199
(garden) (teacher) 5 E (to teach) (to worship)
अध्यापक पढ़ाना यज्ञ करना
पाठ्य यज्
नए धातु (New verb-roots)- पाठ्य (1), यज् (2) नए रूप (New Noun & Pronoun)- कक्षा - लता के समान (like लता)
एतत् - तद् के समान (like तद्)
अभ्यासः
मौखिकम् 1. नीचे लिखी क्रियाओं के साथ कर्त्ता लगाइये। (Add subject form to the
following verbs) खनताम्, गमिष्यामः, नयताम्, रचयतु, नमत, अगच्छन्, सीव्यतु, गायताम्
34
Page #42
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)–
तौ मयूरौ कुत्र नृत्यताम् ?
एषः खगः कत्र उत्पततु ? एतौ मुनी कुत्र यजताम् ?
लिखितम्
3. तीन स्तम्भों से एक एक शब्द लेकर वाक्य बनाइये (Make sentences. Take
one word from each column to construct a sentence)
एषः
एव
वयम्
कदा
एतौ
अत्र
त्वम्
तत्र
अहम्
न
आवाम्
कुत्र
1. हम अध्यापकों के साथ
जायेंगे।
2. यह मुनि आश्रम में यज्ञ करे।
3. वे लड़कियाँ बाग में नाचें ।
4. यह श्रमिक सुबह चले।
5. ये दो छात्र कक्षा में हों।
6. वे दो पुरुष यहाँ न आएँ।
P
एतौ श्रमिकौ किम् खनताम् ? सः छात्रः आचार्यम् किम् पृच्छतु ?
4. इन वाक्यों को ठीक क्रम में लिखिए (Re-arrange in the correct word order)—
गणयतु अपि सः तानि। देवालये स्ताम् भक्तौ प्रातः । फलानि आवाम् तानि गणयावः। वसन्ति च आश्रमेषु कृषकाः तापसाः ग्रामेषु। न सः पठतु तत्र । 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)—
35 02
1.
2.
3.
4.
5.
वदावः
अर्चताम्
पठसि
गमिष्यामः
6.
गायामि
We will go with the teachers.
THE P This sage should perform sacrificial worship in the hermitage.
Those girls should dance in the garden.
This labourer should go in the morning.
These two students should be in the class.
Those two men should not come here.
100
Page #43
--------------------------------------------------------------------------
________________
त्रयोदशः
पाठ:
रूपकाणि साद
(प्रथमपुरुषः बहुवचनम्)
6
चुम्ब सन्तु कविता कविः श्रावय् सत्यम् अद्य तरणम् प्रतियोगिता भोः
250002
लोट्-लकारः
एते खेलन्तु। एते छात्राः खेलन्तु।
एते छात्राः परस्परम् क्षेत्रे खेलन्तु ।
For m
एते लिखन्तु । एते लेखकाः लिखन्तु । एते लेखकाः कथाः लिखन्तु ।
एताः चुम्बन्तु।
एताः अम्बाः चुम्बन्तु ।
98
bluorz alig on
एताः अम्बाः पुत्रान् कन्याः च चुम्बन्तु ।
i gida
दुष्टः नश्यतु । फलम् पततु।
artne
एते वीराः सन्तु। एते बालकाः वीराः सन्तु ।
FIF
ताल एम
36
प्रति
दुष्टौ नश्यताम्। फले पतताम्।
Page #44
--------------------------------------------------------------------------
________________
धनिकः धनम् यच्छतु। धनिकौ धनम् यच्छताम्। धनिकाः धनम् यच्छन्तु।
stit ni
वीराः अरीन् नाशयन्तु। कवयः कविताः श्रावयन्तु। भक्ताः देवान् अर्चन्तु । देवाः भक्तान् रक्षन्तु। छात्राः सदा सत्यम् वदन्तु। ते आचार्याणाम् आज्ञाम् पालयन्तु। कृषकाः वृषभान् गवेषयन्तु।
Te bus
अद्य अत्र तरणस्य प्रतियोगिता भविष्यति। जनाः अत्र आगच्छन्तु तिष्ठन्तु च। भोः बालकाः, किम् यूयम् अपि अत्र आगमिष्यथ ?
अम्बा
चुम्ब्
सन्तु
कविता
कविः
श्रावय्
सत्यम्
अद्य
तरणम्
प्रतियोगि
भोः
Diac
(Thelen
माँ
चूमना
(वे सब) हों
कविता
Worl कवि
11
bluor = To सुनाना
9190
dorize
med ni bor
low सच
(शब्दार्थाः
आज
तैरना
Foll
मुकाबला अरे
फलम् मधुरम् अस्तु । फले मधुरे स्ताम्। फलानि मधुराणि सन्तु।
37
(mother)
(to kiss)
ssiansTT) DR
Trang
(may they) be
(poem)
(poet)
(to tell)
(truth)
(today)
(swimming)
(competition)
(hey, oh)
नए धातु (New verb roots) — चुम्ब् (1), श्रावय् (1)
नए रूप (New Nouns) - कविता, प्रतियोगिता- लता के समान (like लता)
नए अव्यय (New avyayas) – अद्य भोः
-
Page #45
--------------------------------------------------------------------------
________________
अभ्यासः
मौखिकम्ती 1. कोष्ठकों में दिए शब्दों से वाक्य-पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks)
देवाः (भक्त) रक्षन्तु। ते आचार्याणाम् (आज्ञा) पालयन्तु। सरोवरे (कमल)
भवन्ति। नगरे (कवि) आगमिष्यन्ति। सः मम (मित्र) अस्ति। 2. चुम्ब् और श्रावय के रूप लट्, लुट, लङ् और लोट् में बोलिए (Conjugate चुम्ब् and श्रावय in लट्, लुट्, लङ्, and लोट्).
ए
RESS लिखितम्
शाहगीतिक 3. निम्नलिखित शब्दों को संस्कृत-वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Use the
following in Sanskrit sentences)
सह, अपि, गच्छामि, तस्मै, मधुरम्, मालाम्, ह्यः, श्वः 4. निम्नलिखित रूपों के मूल शब्द विभक्ति तथा वचन लिखिए (Give the base
form, vibhakti and number) (उदाहरण – भक्तान् - भक्त शब्द, द्वितीया विभक्ति, बहुवचन)
कृषकाः, छात्राय, आकाशे, मयूरो, मुनी, फलानि, पथिकैः 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. वे सदा सत्य बोलें।
1. They should always tell the
truth. 2. वे भी यहाँ पढ़ें।
They should also study 3. भक्त सवेरे ईश्वर को याद 3. Devotees should remember करें।
God in the morning. 4. वे भी कथा लिखें।
4. They should also write a
story. 5. छात्र अध्यापकों से प्रश्न पूछे। 5. Students should ask (their)
teachers questions.
here.
D
I -210010 1- कारपोर मात
28
Page #46
--------------------------------------------------------------------------
________________
चतुर्दशः
- लोट-लकारः
पाठः
(मध्यमपुरुषः एकवचन) एधि यतः मधुरम् (क्रियाविशेषण) अनुजः मा बुभुक्षित
त्वम् यच्छ। त्वम् भोजनम् यच्छ।
LAGE
IN
त्वम् आनय। त्वम् जलम् आनय।
त्वम् पश्य। त्वम् वेदान् पश्य।
त्वम् प्राज्ञः एधि। त्वम् संस्कृते प्राज्ञः एधि। immelaisngaratsovie)
ज लाया
जाता
जातामाकड वार्तालाप
मोहनः- तम् पश्य। सः मम मित्रम् अस्ति। त्वम् तस्मै अपि फलानि यच्छ।
39
Page #47
--------------------------------------------------------------------------
________________
राकेश:- अहम् तस्मै फलानि न दास्यामि। यतः सः मधुरम् न वदति। त्वम्
फलानि अधिगच्छ। मोहनः- किम् त्वम् स्मरसि यत्: ह्यः सः तव अनुजम् अरक्षत्। अतः त्वम्
तेन सहः मधुरम् वद। मा गर्व। सः बुभुक्षितः अस्ति। तस्मै फलानि
यच्छ। एवम् मित्रम् मित्रम् रक्षतु। राकेश:- आम्, यच्छामि।
शब्दार्थाः
एधि
(may you) be (singular) (because)
यतः
(तुम एक) होवो क्योंकि मीठी तरह छोटा भाई
(in a sweet manner)
मधुरम् अनुजः
(younger brother)
मा
मत
(not)
बुभुक्षित
भूखा
(hungry) नया रूप (New pronoun)- तद् (देखिए पृष्ठ 88-89) नया विशेषण (New adjective)- बुभुक्षितः बुभुक्षिता बुभुक्षितम् नए अव्यय (New avyays)- मधुरम्, मा
हिमान
अभ्यासः
मौखिकम् 1. काले छपे शब्दों के स्थान पर उचित शब्द बताइए (Give appropriate form
in place of bold words)— मयूरः जले नृत्यति। मत्स्यः वृक्षे तरतु। सिंहः वृक्षे गर्जति। तापसाः छात्रावासे वसन्ति। भ्रमरः देवालये तिष्ठति।
40
Page #48
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. दो छात्र मिलकर मोहन और राकेश के वार्तालाप का अभिनय करें (Two stuents should role-play the conversation between Mohan and Rakesh).
लिखितम्
3. संस्कृत में उत्तर लिखिए (Answer in Sanskrit)
त्वम् किम् स्मरसि ? त्वम् तस्मै किम् न दास्यसि ? लेखकाः किम् लिखन्तु ? छात्राः कुत्र क्रीडन्तु ? पथिकौ कदा अचलताम् ?
4. इस पाठ के वार्तालाप अंश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate the
conversation part of this lesson in English).
5. (क) फलम् मधुरम् अस्ति। सः मधुरम् वदति ।
इन दोनों वाक्यों में 'मधुर' शब्द के प्रयोग में क्या अन्तर है (Explain difference
in the use of (ख) मित्रम् मित्रम् रक्षतु ।
155
इस वाक्य में पहले 'मित्रम्' शब्द और दूसरे 'मित्रम्' शब्द में क्या अन्तर है (Explain the difference in the two uses of मित्रम्).
6. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit) —
1. मैं उसको फल दूँगा।
2. राम श्याम का दोस्त है।
in the above two sentences).
3. तू भी फल ला।
4. कल तूने मेरे छोटे भाई की रक्षा की।
5. वह अब भूखा नहीं है।
41
1.
I will give him fruits.
2.
Ram is Shyam's friend. You also bring fruits.
3.
4. Yesterday, you protected my
younger brother.
He is not hungry now.
5.
Tinos
Page #49
--------------------------------------------------------------------------
________________
पंचदशः
। लोट् लकारः पाठः
(मध्यमपुरुषः द्विवचनम्) शान्तिः स्तम् विनम्र चिरम् जीव पंक्तिः किञ्चित् खादित्वा st on ध्यानम् आ+कर्णय सायम् क्रीडनम् आवश्यक जनः
c
hori
Sonomialbrinlaoशला कार
arterovisvodroini युवाम् खड्गम् विन्दतम्। युवाम् वीरौ स्तम्।
chudaimarilaust viinmal avintiret bosim
a itrissy युवाम् शान्तिम् वाञ्छतम्। युवाम् उन्नतिम् वाञ्छतम्।
इ udidogwat
युवाम् न क्रन्दतम्। युवाम् चिरम् न क्रन्दतम्।
युवाम विनम्रौ स्तम्। युवाम् प्राज्ञौ स्तम्।
Page #50
--------------------------------------------------------------------------
________________
त्वम् चिरम् जीव। त्वम् पंक्तौ तिष्ठ। त्वम् स्वस्थः एधि।
युवाम् चिरम् जीवतम्। युवाम् पंक्तौ तिष्ठतम्। युवाम् स्वस्थौ स्तम्।
व जनकः अवदत्-भोः पुत्रौ, किंचित् खादित्वा विद्यालयम् गच्छतम्। तत्र गत्वा आचार्यान् नमतम्। कक्षायाम् स्वैः मित्रैः सह मधुरम् वदतम्। कक्षायाम् पाठम् ध्यानेन आकर्णयतम् स्मरतम् च। तत्र पठित्वा लिखित्वा च सायम् गृहम् आगच्छतम्। अत्र परस्परम् क्रीडतम्। क्रीडनम् अपि आवश्यकम् अस्ति। तेन जनः स्वस्थः भवति।नातिका
शब्दार्थाः
Ivano =
शान्तिः स्तम् विनम्र चिरम्
शान्ति प्रति (peace) नाम: (तुम दो) हो
DEBUTIOIg (may you two) be
गोलीय. नम्र चिरकाल तक (for a long time)
(humble)
a
TOTS
Page #51
--------------------------------------------------------------------------
________________
जीव
जीना
(live) जमिन पंक्तिः
कतार, लाइन (line) खादित्वा
खाकर
(having eaten) ध्यानम्
ध्यान
(attention) आ + कर्णय
सुनना
(to listen) सायम्
शाम को
(in the evening) क्रीडनम्
खेलना
(playing) आवश्यक
जरूरी
(necessary) जनः
मनुष्य
(person) नया धातु (New verb-root)- जीव (1) उपसर्ग-युक्त धातु (New-root with prefix)- आ+कर्णय नए रूप (New nouns)- शान्ति, पंक्ति-मति के समान (like मति) नए अव्यय (New avyayas)(क) चिरम्, सायम् (ख) खादित्वा = खाद् + क्त्वा, गत्वा = गम् + क्त्वा, पठित्वा पठ+क्त्वा, लिखित्वा लिख्+क्त्वा। नए विशेषण (New Adjectives)एव (New Aajectives) विनम्रः का विनम्रा पति विनम्रम् आवश्यकः आवश्यकी आवश्यकम्
।
(अभ्यासः
मौखिकम् 1. इस पाठ का शुद्ध उच्चारण कीजिए (Read this lesson with correct
pronunciation). 2. निम्नलिखित धातुओं के साथ ‘क्त्वा' प्रत्यय लगाकर रूप बनाइए और उनका
उच्चारण कीजिए (Add क्त्वा and pronounce the new forms)
44
Page #52
--------------------------------------------------------------------------
________________
(उदाहरण - पठ् + क्त्वा = पठित्वा) खाद, रक्ष, चल्, हस्, धाव्, पत्, खेल, भ्रम्।
लिखितम् 3. नीचे लिखे शब्दों को यथास्थान रखकर वाक्य-पूर्ति कीजिए (Fill in the
appropriate word and complete the sentences)
खादित्वा, पठित्वा, नत्वा, लिखित्वा, गत्वा, भोजनम् त्वम् पाठम् ....... ...... गच्छ। यूयम् आचार्यम् ........ पठत। युवाम् विद्यालयम्
.... पठतम्। त्वम् फलानि ... आगच्छ। यूयम् पत्रम् खादत। 4. इस पाठ के दूसरे भाग का हिन्दी में अनुवाद लिखिए (Translate the second
part of the lesson in English). 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
1. तुम दोनों क्या बोल रहे हो? 1. What are both of you saying ? 2. तू यहाँ ध्यान से खेल। 2. You play here carefully.. 3. तुम सब फल खाकर स्कू ल 3. All of you eat fruits and go to जाओ।
school.
Greet (your) school teachers. प्रणाम करो। 5. तू वहाँ पढ़कर घर आ। 5. You study there and then come
home.
मा00
45
Page #53
--------------------------------------------------------------------------
________________
षोडशः पाठः
लोट-लकारः
(मध्यमपुरुषः बहुवचनम्)
प्रति + वद् वि + ह (हरू) उत् + स्था (तिष्ठ्) स्तो
नीरोग जन्म-दिवसः जलपानम् नूनम् एव
यूयम् प्रतिवदत। भोः छात्राः, यूयम् प्रतिवदत।
यूयम् विहरत। यूयम् उद्यानेषु वनेषु च विहरत।
यूयम् उत्तिष्ठत। आचार्यान् दृष्टवा यूयम् उत्तिष्ठत।
यूयम् प्रसन्नाः स्त। यूयम् विनम्राः स्त। यूयम् प्राज्ञाः स्त।
त्वम् कथाम् श्रावय। यूवाम् कथाम् श्रावयतम्। यूयम् कथाम् श्रावयत।।
त्वम् नीरोगः एधि। युवाम् नीरोगौ स्तम्। यूयम् नीरोगाः स्त।
46
Page #54
--------------------------------------------------------------------------
________________
त्वम् पाठम् स्मर।
युवाम् पाठम् स्मरतम्। यूयम् पाठम् स्मरत।
अशोकः - भोः मित्राणि, यूयम् अद्य
आकार
बालकाः
तत्र किम् भविष्यति ?
अशोकः- तत्र जलपानम् भविष्यति ।
वयम् तत्र खादिष्यामः,
सायम् मम गृहम् आगच्छत। अद्य मम जन्मदिवसः अस्ति ।
JUTTE
पास्यामः,
परस्परम्
खेलिष्यामः च। एवम्
खादित्वा पीत्वा च वयम् प्रसन्नाः भविष्यामः ।
बालकाः- भोः अशोक, जयन्तः अत्र न अस्ति । किम् सः अपि आगमिष्यति ?
(WP)
अशोकः- सायम् तम् अपि यूयम्
आनयत।
बालकाः- आम्, वयम् नूनम् एव आगमिष्यामः, तम् अपि च तत्र आनेष्यामः ।
प्रति + वद् वि + हृ (हर्) उत् + स्था (तिष्ठ्)
=
उक्त
एक
शब्दार्थाः
उत्तर देना
घूमना उठ खड़ा होना
47
(to answer)
(to walk around)
(to stand up )
Page #55
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्त नीरोग जन्म-दिवसः जलपानम् नूनम्
(तुम सब) होवो (may you all) be रोगरहित, स्वस्थ (healthy) जन्म-दिन
(birthday) जलपान प्राणी (party, refreshments) अवश्य माया (definitely) ही ी की (for emphasis)
एव
उपसर्ग-युक्त धातु (Verb-roots with prefix)- प्रति + वद्, वि + हृ, उत् +
स्था
नये अव्यय (New avyayas)- (क) नूनम् (ख) खादित्वा = खाद् + क्त्वा, पीत्वा = पा + क्त्वा । नया विशेषण (New adjective)-नीरोगः नीरोगा नीरोगम्
अभ्यासः
मौखिकम् 1. नीचे लिखी धातुओं के लोट-लकार रूप बताइए और उनका शुद्ध उच्चारण
Alfate (Give the site forms and pronounce them correctly)—
अस् पा, आ + गम्, आ + नी, उप + विश, वाञ्छ्, भू, स्मृ। 2. ठीक क्रिया चुनिए (Choose the correct verb-form)
वयम् (पठिष्यामः/पठिष्यावः)। त्वम् (उत्तिष्ठ/उत्तिष्ठत)। अशोकः जयन्तः च (विहरतु/विहरताम्)। अद्य रामस्य जन्म-दिवसः (असि/अस्ति)। तत्र गत्वा आचार्यान् यूयम् (नमथ/नमत)।
लिखितम् 3. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)
अद्य अशोकस्य गृहे किम् अस्ति? अशोकस्य जन्म-दिवसे किम् भविष्यति? किम् यूयम् अशोकस्य गृहम् गमिष्यथ ? किम्तत्र जयन्तः अपि गमिष्यति ? किम् तत्र जलपानम् भविष्यति?
48
Page #56
--------------------------------------------------------------------------
________________
4. निम्नलिखित शब्दों को अपने वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Use the following
words in sentences)
अद्य नीरोगौ, दृष्ट्वा, आगच्छतु, मम, परस्परम्, पीत्वा ।
पास्यामः,
5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)—
1.
1. कल श्याम का जन्म-दिन
होगा।
2. वहाँ हम कुछ पियेंगे और कुछ खायेंगे।
3. हम खाकर और पीकर खेलेंगे।
4. हाँ, मैं अवश्य ही जाऊँगा । 5. क्या जयन्त भी जायेगा ?
49
2.
3.
Shyam's birthday will be
tomorrow.
There we will drink and eat something.
We will eat and drink and then play.
4.
Yes, I will certainly go. 5. Will Jayant also go ?
रा
77
Page #57
--------------------------------------------------------------------------
________________
सप्तदशः
लोट-लकारः
पाठः
(उत्तमपुरुषः एकवचनम्) असानि प्र + विश् उप + विश् अथकिम्
शछ
anitter armisi
अहम् आगच्छानि? किम् अहम् सायम् आगच्छानि?
अहम् आनयानि? किम् अहम् जलम् आनयानि?
(NAVNNI
अहम् पिबानि? किम् अहम् औषधम् पिबानि ?
अहम् वीरः असानि। अहम् सैनिकः असानि। अहम् प्राज्ञः असानि।
Page #58
--------------------------------------------------------------------------
________________
वार्तालापः
छात्रः- गुरुदेव, किम् अहम् कक्षायाम् प्रविशानि? शिक्षकः- भोः रमेश, आगच्छ, अत्र उपविश च। छात्र:- गुरुदेव, अत्र स्थित्वा अहम् पठितुम् वाञ्छामि। किम् अहम् मानक संस्कृतम् पठानि? FEBITA शिक्षकः- अथकिम्, अत्र छात्राः पठितुम् एव आगच्छन्ति। त्वम् अपि पठ। छात्रः- तत् सत्यम्। परम् आचार्यस्य आज्ञा आवश्यकी भवति।
उपविशामि। शिक्षकः- किम् अहम् अद्य कथाम् श्रावयाणि? छात्रः- आम्, गुरुदेव।
ती म गर मोशंगा (शब्दार्थाः
असानि
(मैं होऊँ
(may I) be प्र + विश्m babao = ( प्रवेश करना (to enter) उप + विश्
बैठना
(to sit) अथ किम् - = और क्या, हाँ पर (yes) उपसर्ग-युक्त धातु (verb-root with prefix)- प्र + विश्, उप + विश् नए अव्यय (New avyayas)(क) अथ किम् (ख) स्थित्वा = स्था + क्त्वा, प्रविश्य = प्र + विश् + ल्यप् उपविश्य = उप + विश् + ल्यप् (ग) पठितुम् = पठ + तुमुन् विशेषः- धातु के पूर्व उपसर्ग हो तो क्त्वा के स्थान पर ल्यप् लगता है (If there is a prefix before a verb-root use ल्यप् instead of क्त्वा ).
Page #59
--------------------------------------------------------------------------
________________
अभ्यासः
मौखिकम् 1. ऐसे प्रश्न बताइए जिनके उत्तर निम्नलिखित हों (Make questions to the
following answers) भोः रमेश, त्वम् अत्र उपविश। आम्, त्वम् पठ। मम गृहे कुक्कुरः अस्ति। यूयम्
तम् अपि आनयत। 2. इस पाठ के वार्तालाप का शुद्ध उच्चारण कीजिए (Read the conversation
part of this lesson with correct pronunciation).
लिखितम् 3. इस पाठ के 'वार्तालाप' अंश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate the
conversation part of the lesson in English). 4. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)
छात्राः किमर्थम् विद्यालयम् आगच्छन्ति? अध्यापकः रमेशम् किम् वदति? तव किम् नाम अस्ति? किम् त्वम् प्रतिदिनम् विद्यालयम् गच्छसि ? 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
1. हे बालको! यहाँ आओ और 1. Hey kids, come here and __ बैठो। 2. यहाँ मैं पढ़ने के लिए आता हूँ। 2. Icome here to study. 3. क्या मैं बैठ जाऊँ?
3. May I sit down ? 4. क्या हम दोनों दूध पिएँ?
4. Should both of us drink
milk? 5. क्या तुम आज पढ़ना नहीं 5. Don't you want to study चाहते हो?
today?
sit.
52
Page #60
--------------------------------------------------------------------------
________________
अष्टादशः | पाठः
लोट-लकारः
(उत्तमपुरुषः द्विवचनम्)
शक्तिः असाव नाटकम् नवनीतम्
Pाफमा
आवाम् गणयाव? किम आवाम् छात्रान् गणयाव?
आवाम् वपाव? किम् आवाम् बीजानि वपाव?
आवाम् विन्दाव? किम् आवाम् धनम् विन्दाव?
आवाम् नाटके किम् असाव? आवाम् नाटके तापसौ असाव?
किम् अहम् निबन्धम् लिखानि? किम् आवाम् निबन्धम् लिखाव? किम् अहम् भूमिम् खनानि? - किम् आवाम् भूमिम् खनाव?
53
Page #61
--------------------------------------------------------------------------
________________
किम् अहम वीरः असानि? किम् आवाम् वीरौ असाव? किम् अहम् । शक्तिम् विन्दानि? किम् आवाम् शक्तिम् विन्दाव?
वार्तालापः
बालकौ - अम्बिके, किम् अधुना
आवाम् क्रीडाव? अम्बा - पठित्वा किञ्चित् नवनीतम्
खादतम्, तदा क्रीडतम्। बालकौ - किम् क्रीडित्वा आवाम्
पठाव? अम्बा - गच्छतम्, मा चिरम्
क्रीडतम्।
सैनिकौ - किम् आवाम् द्वौ एव तान्, दुष्टान नाशयाव? जनाः - तान् मा नाशयतम् तान् दण्डयतम् एव। सैनिकौ - किम् आवाम् स्वानि शस्त्राणि आनयाव, अथवा हस्ताभ्याम् एव . तान् दण्डयाव?
कीमा
शब्दार्थाः
शक्तिः
बल
(strength) असाव
(हम दो) हों
(may we two) be नाटकम्
नाटक
(drama) नवनीतम्
मक्खन
(butter) नया रूप (New noun)- शक्ति - मति के समान ( like मति) नया अव्यय (New avyaya)- क्रीडित्वा = क्रीड् + क्त्वा
Page #62
--------------------------------------------------------------------------
________________
मौखिकम्
1. निम्नलिखित धातुओं के लोट् और लङ् लकारों में रूप पढ़िये (Conjugate
in लोट् and लङ्)
अभ्यासः
अस्, क्रीड, खन्, पा, गम्।
2. निम्नलिखित का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए (Use the following in
sentences)—
पठ, पठानि, स्थित्वा, पिबाव, अधुना, च, सायम्।
लिखितम्
TOS TUS PIP
3. नीचे के कालमों से शब्द लेकर वाक्य बनाइए (Take words from different columns and construct sentences)
त्वम्
पुस्तकम्
सः
पत्रम्
लेखम्
अहम्
4. वाक्य पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks)— 'सह बालः गच्छति । धनिकः
2. क्या मैं खेल कर पढूँ ? 3. क्या हम निबन्ध लिखें ? 4. वे भी प्रश्नों को पूछें?
लिखामि, लिखसि
पठामि, पठसि
लिखति, पठति
आनयति ! युवाम्
'क्रन्दतम्। स्वास्थ्याय
5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)— 1. तू भी अब पढ़ और लिख ?
5. क्या तुम भी मित्रों के साथ खेलोगे ?
E
The FFR
THIS 1435
भोजनम् यच्छति। अम्बा
55
'फलम्
की
1. Now you also read and write ?
2. Should I play then study ? 3. Should we write an essay ? 4. They should also ask questions ?
FFF
Fist past
1708
आवश्यकम्।
5. Will you also play with friends?
blog 00
चार
Page #63
--------------------------------------------------------------------------
________________
नवदशः पाठः
लोट-लकारः
(उत्तम पुरुषः बहुवचनम्) क्षल (क्षालय) असाम चतुर नागरिकः युष्मद् व्याधिः पीडा
अनु + भू (भव) षोडश
वयम् वस्त्राणि क्षालयाम। किम वयम् वस्त्राणि क्षालयाम?
वयम् मालाः धारयाम। किम् वयम् मालाः धारयाम?
वयम् कुक्कुरेभ्यः त्रस्याम। किम् वयम् कुक्करेभ्यः त्रस्याम?
वयम् चतुराः न असाम। किम् वयम् चतुराः न असाम?
अहम् नृत्यानि। आवाम् नृत्याव। वयम् नृत्याम। अहम् पृच्छानि। आवाम् पृच्छाव। वयम् पृच्छाम। अहम् प्राज्ञः असानि। आवाम् प्राज्ञौ असाव। वयम् प्राज्ञाः असाम।
56
Page #64
--------------------------------------------------------------------------
________________
वार्तालापः
स्थपतयः
आरक्षकाः - किम् वयम् आरक्षकाः नागरिकान् रक्षाम् ? नागरिकाः -- अथ किम्, यूयम् रक्षत।
भोः जनाः, किम् वयम् युष्माकम् भवनानि रचयाम? जनाः
आम्, यूयम् भवनानि रचयत। वैद्याः हे नराः, किम् वयम् व्याधिम् हराम? wollatern नराः
आम्, यूयम् व्याधिम् हरत। वयम् शरीरे पीडाम्
अनुभवामः। वैद्याः उपविशत।
शब्दार्थाः
चतुर
क्षल् (क्षालय)
धोना
(to wash) असाम
(हम) हों
(may we) be चतुर
(clever) नागरिकः
नागरिक
(citizen) व्याधिः
बीमारी
(disease, sickness) पीड़ा
दर्द int (pain) अनु + भू (भ) = अनुभव करना
(to feel) षोडश
सोलह
(sixteen) नया धातु (New verb-root)- क्षल् (क्षालय) (2) उपसर्ग-युक्त धातु (Verb-root with prefix)- अनु + भू नए रूप (New pronoun & Noun)युष्मद् व्याधि- 'मुनि' के समान, (like मुनि), पीड़ा - 'लता' के समान (like लता) नया विशेषण (New Adjective)- चतुरः चतुरा चतुरम्
57
Page #65
--------------------------------------------------------------------------
________________
ENTE
अभ्यासः
मौखिकम्
1
1. संस्कृत में समानार्थक बताइए (Give Sanskrit equivalents)—
CORS
सिपाही, शहरी, हाँ, हाथ, पढ़ने के लिए, आओ, आज, ज़रूर, जाकर, कुछ। 2. निम्नलिखित शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks with
the following words)
चन्द्रस्य, चन्द्राय, चन्द्रम्, हे चन्द्र
अहम्
पश्यामि । 'जलम् यच्छन्ति।
2. हाँ, तुम दोनों भी मकान बनाते हो।
3. तुम दोनों पढ़कर खाना खाओ।
4. क्या मैं भी बीज बोऊँ ?
5. क्या वे भी अपने वस्त्र ले
आये ?
6. क्या मैं भी यहाँ खेलूँ ?
लिखितम्
3. ऐसे प्रश्न बनाइए जिनके उत्तर निम्नलिखित हों (Construct questions to which following are the answers)
आम्, अहम् शरीरे पीडाम् अनुभवामि। न, सः कुक्कुरात् न त्रस्यति। त्वम् अवश्यम् विद्यालयम् गच्छ। अहम् प्रातः विद्यालयम् गच्छामि। अहम् तत्र पठितुम् गच्छामि।
58
प्रती 135HFTR
4. इस पाठ के 'वार्तालाप' अंश का अनुवाद लिखिए (Translate the
conversational part of this lesson).s
5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)—
1. मेरे शरीर में दर्द है।
1.
2.
3.
4.
31967
प्रकाशः शीतलः भवति । जनाः
5.
वयम् त्वाम् नमामः । DEPE
6.
S
I have a pain in my body.
Yes, both of you too build houses.
THE
gre-diss Both of you study and then eat food.
I too sow the
Should
seeds?
Did they too bring their clothes ?
May I too play here ?
D
Page #66
--------------------------------------------------------------------------
________________
विंशतितमः
पाठः
मम विद्यालयः
सर्व अस्मद् आदरः कृ अनुशासनम् प्राचार्यः चत्वारिंशत् प्रत्येकम् त्रिंशत् पिण्डीकृत्य पंचाशत् तरण-सरोवरः
(no)
(1950
Prast
मम विद्यालयः सुन्दरः अस्ति । तत्र अनेके छात्राः पठन्ति । विद्यालये अनेके (अध्यापकाः अनेका अध्यापिकाः च सन्ति। ते छात्रान् पठयन्ति। आचार्याणाम् हृदयेषु स्नेहः अस्ति। ते सर्वैः छात्रैः सह स्नेहेन मिलन्ति पाठयन्ति च। - अस्माकम् विद्यालये छात्राः अपि विनम्राः सन्ति । ते आचार्याणाम् आदरम् कुर्वन्ति । यः छात्रः विद्यालयस्य अनुशासनम् न पालयति, अध्यापकः
तम्
दण्डयति ।
तरामः।
SAID
नही
fam
59
1578
ST
बर-2015)
अस्माकम् विद्यालये एकः प्राचार्यः अस्ति, चत्वारिंशत्, च अध्यापकाः सन्ति। प्रत्येकम् कक्षायाम् त्रिशत् छात्राः भवन्ति । अस्मिन् विद्यालये पिण्डीकृत्य पंचाशत् बालिकाः सन्ति।
niwalior ordi
का
अस्माकम् विद्यालये एकः तरण-सरोवरः अपि अस्ति। वयम् तत्र
ठा
कार
मा
Page #67
--------------------------------------------------------------------------
________________
शब्दार्थाः
सब
जो
अनेक
अनेक
(many) हृदयम्
दिल
(heart) स्नेहः
प्रेम
(affection) मिल
मिलना
(to meet) सर्व
(all) अस्मद
हम
(we) आदरः
सम्मान
(respect) करना
(to do) यः
(one who) अनुशासनम्
अनुशासन र (discipline) प्राचार्यः
मुख्याध्यापक
(Principal) चत्वारिंशत्
चालीस
(forty) प्रत्येकम्
प्रत्येक
(every) त्रिंशत्
तीस
(thirty) पिण्डीकृत्य
कुल मिलाकर (in all) पचास
(fifty) तरण-सरोवरः
तैरने का तालाब (swimming pool) नए धातु (New verb-roots) - कृ (3), मिल् (1) नए रूप (New Pronouns)- · अनेक, सर्व तद् के समान (like तद्)
अस्मद् नए अव्यय (New avyayas)- प्रत्येकम्, पिण्डीकृत्य
पंचाशत्
अभ्यासः)
मौखिकम् 1. निम्नलिखित शब्दों को संस्कृत-वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Use the following
words in Sanskrit sentences) पिण्डीकृत्य, पंचाशत्, विनम्राः, स्नेहः, पाठयन्ति, सुन्दरः, प्राचार्यः, अनेके।
60 .
Page #68
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)
युष्माकम् विद्यालये अध्यापकाः किम् कुर्वन्ति ? किम् छात्राः आचार्याणाम् आदरम् कुर्वन्ति? यूयम् कुत्र तरथ? किम् तव विद्यालये आचार्याः छात्रैः सह स्नेहेन मिलन्ति ? युष्माकम् कक्षायाम् त्रिंशत् छात्राः सन्ति चत्वारिंशत् वा?
लिखितम् 3. इस पाठ के प्रथम नौ वाक्यों का हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate the first
nine sentences of this lesson into English). 4. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks)अस्माकम् कक्षायाम्
छात्राः सन्ति। वयम्.. तरामः। अत्र..................... छात्राः पठन्ति। अस्माकम् विद्यालये
सन्ति । अत्र अध्यापिकाः सन्ति। अध्यापिकाः छात्रान् 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. हमारे स्कूल में चालीस 1. Forty teachers teach in our अध्यापक पढ़ाते हैं।
school. 2. क्या तू भी तालाब में तैरता है ? 2. Do you also swim in the
pool ? 3. हम नम्र छात्र हैं।
3. We are humble students. 4. अध्यापक मुझे स्नेह से पढ़ाते
4. The teachers teach me
afectionately. 5. मैं समय पर स्कूल जाता हूँ। 5. I go to school on time. 6. हमारे प्रिंसिपल का नाम क्या 6. What is the name of our है?
का principal? होगीका साकारणार
हैं।
मितताशा पाडारोहमाए
भारतक-आवक
Page #69
--------------------------------------------------------------------------
________________
एकविंशतितमः
पाठ:
देशस्य रक्षा
यत् आक्रमणम् सीमान्त- प्रदेशः कार्यम् उद्योगपतिः प्रयत्नः कृषिः वर्धय् उतपादनम् प्रेरणा प्रशिक्षणम् देशभक्तः
छात्राः ng to saICHE
आचार्यः
छात्राः
आचार्यः
छात्राः
—
gna
Ang
भोः गुरु देव, भवान् अकथयत् यत् वयम् भारतम् अरिभ्यः रक्षिष्यामः। अस्माकम् अरिः कः अस्ति ?
यः देशः असमाकम् देशे आक्रमणम् करिष्यति, सः एव देशः अस्माकम् अरिः भविष्यति।
परम् देशम् तु सैनिकाः रक्षन्ति, वयम् कथम् रक्षाम ?
सैनिकाः तु सीमान्त-प्रदेशेषु युद्धम् कुर्वन्ति । परम् नगरेषु ग्रामेषु च उषित्वा वयम् एव रक्षायाः कार्यम् कुर्मः ।
कथम् एतत्।
62
Page #70
--------------------------------------------------------------------------
________________
आचार्यः - युद्धस्य समये कृषकाः, उद्योगपतयः, अध्यापकाः छात्राः च
सर्वे एव देशम् रक्षितुम् प्रयत्नम् कुर्वन्ति। कृषकाः कृषिम् वर्धयन्ति, उद्योगपतयः उत्पादनम् वर्धयन्ति। अध्यापकाः जनेभ्यः प्रेरणाम् यच्छन्ति। छात्राः प्रशिक्षणम् अधिगच्छन्ति,
सैनिकाः च भवन्ति। भोः छात्राः, अधुना अवगच्छथ न वा? छात्राः - आम्, गुरुदेव। अवगच्छामः। आचार्यः - भोः छात्राः, यूयम् अपि देशभक्ताः स्त।
शब्दार्थाः
यत्
(that conjunction)
(attack)
||
(but)
||
(border-area) (work) (industrialist)
(effort)
कि आक्रमणम्
हमला परम्
परन्तु सीमान्त-प्रदेशः
सीमा का प्रदेश कार्यम्म क
म कामी उद्योगपतिः
फैक्ट्री का मालिक प्रयत्नः
कोशिश कृषिः
खेती-बाड़ी
बढ़ाना उत्पादनम्
उत्पादन प्रेरणा बायका = प्रेरणा प्रशिक्षणम्
ट्रेनिंग वा
अथवा देशभक्तः
देशभक्त
(agriculture)
वर्धय
(to increase) (production)
(inspiration)
(training)
(or)
(patriot)
Page #71
--------------------------------------------------------------------------
________________
नया धातु (New verb-root)- वर्धय (1) नए रूप (New Nouns)- प्रेरणा- 'लता' के समान (like लता)
अरि, उद्योगपति- 'मुनि' के समान (like मुनि) नए अव्यय (New avyayas)- यत्, उषित्वा = वस् + क्त्वा, रक्षितुम् = रक्ष् +
तुमुन्
PDF
(अभ्यासः
मौखिकम् 1. 'प्रेरणा' शब्द के रूपों को 'लता' की तरह बोलिए (Decline प्रेरणा like लता) 2. निम्नलिखित शब्दों का अपने संस्कृत वाक्यों में प्रयोग कीजिए (Use the
following words in Sanskrit sentences) कुर्मः, सैनिकाः, अस्माकम्, वर्धयन्ति, युद्धम्, कथम्, एव।
लिखितम् 3. युद्धस्य समये
""न वा। इस अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate the above passage
in English). 4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए (Answer in Sanskrit)
देशम् कः रक्षति ? युद्धस्य समये कृषकाः किम् कुर्वन्ति ? अध्यापकाः छात्रेभ्यः
किम् यच्छन्ति ? सैनिकाः कुत्र रक्षन्ति ? किम् त्वम् अपि देशम् रक्षिष्यसि। 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)1. हम भी अपने देश की रक्षा 1. Wetoo defendourcountry.
करते हैं। 2. क्या तुम भी भारत की रक्षा 2. Will youtoo defend India?
करोगे? 3. मैं भी अब यह समझता हूँ। 3. I too now understand it. 4. हम सब देशभक्त हैं।
4. All of us are patriots. 5. कौन-सा देश हमारा शत्रु 5. Which country is our
enemy ?
6.
6. क्या छात्र भी देश की रक्षा
करते हैं ?
Do students too defend the country?
64
Page #72
--------------------------------------------------------------------------
________________
द्वाविंशतितमः
विज्ञानस्य चमत्काराः
पाठः
चमत्कारः दूरभाषम् शीतकम् शीतल रेडियो-यंत्रम् संगीतम् दूरदर्शनम् कथकः वायुयानम् गन्तव्यम् गतिः राकेट-यंत्रम् द्रुततर
एतत् विज्ञानस्य युगम्। यत्र अपि दृष्टिः गच्छति तत्र एव विज्ञानस्य चमत्कारम् पश्यामः।
saaoga
एतत् अस्ति दूरभाषम्। दूरे अन्येषु नगरेषु देशेषु वा अपि स्थिताः जनाः दूरभाषेण परस्परम् वार्तालापम् कुर्वन्ति।
एतत् अस्ति शीतकम्। यत् अपि अस्मिन् अस्तु, तत् शीतलम् भवति चिरम् च शीतलम् एव तिष्ठति।
Page #73
--------------------------------------------------------------------------
________________
एकस्मिन् चित्रे अस्ति रेडियोयंत्रम्। गृहे एव स्थित्वा जनाः प्रदेशानाम् विदेशानाम् समाचारान् अवगच्छन्ति। संगीतम् अपि आकर्णयन्ति ।
च
एतत् अस्ति दूरदर्शनम्। अस्मिन् जनाः न केवलम् समाचारान् गीतानि च आकर्णयन्ति परम् कथकस्य चित्राणि प्रदेशानाम् विदेशानाम् च दृश्यानि अपि पश्यन्ति । ते रामायणम्, महाभारतम् अन्यानि च नाटकानि अपि द्रष्टुम् प्रभवन्ति ।
एतत् अस्ति वायुयानम्। अस्मिन् स्थित्वा जनः खगः इव आकाशे उत्पतति, अल्पे एव समये च स्वम् गन्तव्यम् विन्दति ।
66
THE D
कस
SID
म
Page #74
--------------------------------------------------------------------------
________________
Ghoda
एतत् अस्ति राकेट-यन्त्रम्। अस्य गतिः वायुयानात् अपि द्रुततरा। अस्मिन् उपविश्य जनः चन्द्रम् अन्यान् उपग्रहान् अपि गन्तुम् प्रभवन्ति। चिकित्सायाः क्षेत्रे अपि वयम् विज्ञानस्य चमत्कारान् सर्वत्र पश्यामः।
S amualAP शब्दार्थाः)
विज्ञान पd1001- (science) युग
- (era, age) जहाँ
(where)
नजर
(sight, eye)
विज्ञानम् युगम् यत्र दृष्टिः चमत्कारः दूरभाषम् स्थित शीतकम्
चमत्कार टेलीफ़ोन स्थित रेफ्रिजरेटर जो
(miracle) (telephone) (situated) (refrigerator) (whatever) (cool) (radio)
यत्
ठंडा
शीतल रेडियो-यंत्रम् प्रदेशः विदेशः
रेडियो प्रदेश
(state)
विदेश
(foreign country)
Page #75
--------------------------------------------------------------------------
________________
(only) (news) (music)
(television)
॥
॥
केवलम् समाचारः संगीतम् दूरदर्शनम् कथकः वायुयानम् अल्प गन्तव्यम् राकेट-यंत्रम् गतिः द्रुततर चिकित्सा प्र + भू (भव्) सर्वत्र
केवल समाचार संगीत टेलीविज़न कहने वाला हवाई जहाज़ थोड़ा लक्ष्य-स्थान राकेट चाल ज़्यादा तेज़
चिकित्सा ___समर्थ होना
सब जगह
(speaker) (aeroplane) (short) (destination) (rocket) (speed) (swifter, quicker) (medical treatment) (to be able to) (everywhere)
नए रूप (New Nouns)- दृष्टि, गति - 'मति' के समान ( like मति) चिकित्सा - 'लता' के समान (like लता) उपसर्गयुक्त धातु (Verb-root with prefix)- प्र + भू (भव्) नए विशेषण (New Adjectives)- स्थितः स्थिता . स्थितम्
अल्पः अल्पा अल्पम् नए अव्यय (New avyayas)- केवलम्, सर्वत्र
अभ्यासः
मौखिकम् 1. इस पाठ में आये हुए यंत्रों के नाम बताइए (Tell the names of the gadgets
discussed in this lesson).. 2. संस्कृत में नाम बताइए (Tell the Sanskrit words)
टेलिफ़ोन, रेडियो, टेलिविज़न, हवाई जहाज़, राकेट।
68
Page #76
--------------------------------------------------------------------------
________________
लिखितम्
3. नीचे लिखे यंत्रों का संस्कृत में कम से कम एक उपयोग लिखिए (Write in Sanskrit at least one use of the following gadgets)
दूरभाषम्, दूरदर्शनम्, राकेट - यन्त्रम्।
4. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit) — 1. हम वायुयान में बैठकर आसमान में उड़ते हैं।
1.
2. टेलिविज़न पर हम चित्र भी देख लेते हैं।
3. क्या तुम्हारे घर में टेलिविज़न है ?
4. लोग रेडियो से समाचार सुन लेते हैं। 5. वायुयान की रफ्तार राकेट से तेज़ नहीं होती।
HIST
馬克
2.
69
3.
4.
5.
भागी
We sit in an aeroplane and fly in the sky.
On a television, we can see the picture too.
Do you have a television in your house ?
People listen to the news from the radio.
The speed of an aeroplane is not faster than that of a rocket.
क
כג
Page #77
--------------------------------------------------------------------------
________________
त्रयोविंशतितमः
। बुद्धेः शक्तिः पाठः
अभिधानम् मृगः .एकदा मृगराजः क्रमेण स्वयम् तृत शशकः वार:
andorse अन्यः वनराजः प्रतिबिम्ब: बलम
एकः सिंहः आसीत्। तस्य अभिधानम् भासुरकः आसीत्। सः प्रतिदिनम् अनेकान् मृगान् मारयति स्म। एकदा सर्वे मृगाः तस्य समीपे अगच्छन् अवदन् च- 'हे मृगराज, त्वम् अनेकान मृगान् प्रतिदिनम् मारयसि। त्वम् तान् न मारय। प्रतिदिनम् क्रमेण एकः मृगः स्वयम् एव तव समीपे आगमिष्यति। तम् खादित्वा त्वम् तृप्तः भव।' सिंहः प्रत्यवदत्-‘एवम् अस्तु'।
तदा प्रतिदिनम् एकः मृगः तत्र आगच्छति रम। सिंहः च तम् खादति स्म। एकदा शशकस्य वारः आसीत्। सः मार्गे एकम् कूपम् अपश्यत् सिंहस्य समीपे गत्वा च अवदत्-हे वनराज, वने एकः अन्यः सिंह अपि वसति। सः कथयति-अहम् वनराजः, न तु भासुरकः। तत् आकर्ण्य भासुरकः अक्रुध्यत्।
70
Page #78
--------------------------------------------------------------------------
________________
तदा शशकः तम् सिंहम् कूपम् अनयत्। भासुरकः कूपे स्वम् प्रतिबिम्बम् अपश्यत्। स प्रतिबिम्बम् एकम् अन्यम् सिंहम् अवागच्छत्। तत् मारयितुम् सः कूपे अपतत् अनश्यत् च।
अतः प्राज्ञः कथयति-'यस्य बुद्धिः बलम् तस्य'।
शब्दार्थाः)
अभिधानम् मृगः एकदा मृगराजः क्रमेण स्वयम् तृप्तः शशकः
नाम mes पशु एक बार पशुओं का राजा बारी से प्रोमा खुद नाममा तृप्त काल खरगोश
(name) (animal)ीजापुर (once) (king of animals) (by turn) (oneself) (satisfied) (rabbit, hare)
वारः
बारी
(turn)
अन्यः
(other)
(king of the forest)
वनराजःSiboy. स्ममाsiddh
(past tense maker)
दूसरा वन का राजा (भूतकाल बनाने वाला , अव्यय) परछाईं शक्ति
प्रतिबिम्बः
(shadow)
बलम्
(strength)
उपसर्ग-युक्त धातु (Verb-root with prefix)—प्रति + वद्, आ + गम् (गच्छ) अव + गम् (गच्छ्) /नया विशेषण (New Adjective)- तृप्तः तृप्ता तृप्तम् नया अव्यय (New avyayas)- एकदा, क्रमेण विशेष-प्रयोगः – मारयति स्म, आगच्छति स्म - ये भूतकाल के रूप हैं। लट्लकार के रूप के बाद स्म लगाने से भूतकाल का रूप बन जाता है।
Page #79
--------------------------------------------------------------------------
________________
अभ्यासः
मौखिकम् 1. निम्नलिखित शब्दों को संस्कृत-वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए (Use the following
words in Sanskrit sentences)—
एकदा, वनराजः वारः, समीपे, अक्रुध्यत्, मार्गे। 2. वाक्य-पूर्ति कीजिए (Fill in the blanks)
सिंहस्य अभिधानम् ............" आसीत्। सः अनेकान्........मारयति स्म। भासुरकः कूपे स्वम्.... अपश्यत्। शशकः सिंहम् ... "अनयत्। मृगाः सिंहस्य
"अगच्छन्।
लिखितम् 3. इन प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए (Answer in Sanskrit)
सिंहः कुत्र अवसत् ? सिंहम् कूपम् कः अनयत्? सिंहः मृगान् किम् प्रत्यवदत् ?
वनराजः कः आसीत् ? सिंहः कुत्र अपतत् ? जा 4. इस पाठ के दूसरे अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate the
second para of this lesson into English). 5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
1. जंगल में एक शेर रहता था। 1. A lion lived in a jungle. 2.. एक बार खरगोश की भी बारी
Once a rabbit's turn also आई।
came. 3. शेर खरगोश पर नाराज़ 3. The lion got angry at the हुआ।
rabbit. 4. भासुरक खरगोश के साथ
Bhasurak went to the well कूएँ पर गया।
along with the rabbit. 5. उसने कुएँ में अपनी परछाईं 5. He saw his shadow in the देखी।
well. 6. शेरकूँए में गिर कर मर गया। 6. The lion fell in the well and कि
died.
4.
72
Page #80
--------------------------------------------------------------------------
________________
चतुर्विंशतितमः
पाठः
मूर्खः कच्छपः
कच्छपः निदाघः शुष् व्याकुल हंसः अन्यत्र सम् + भू(भव्) लगुडः मध्यभागः आश्चर्यः कोलाहलः प्राणः
छ
एकः कच्छपः आसीत् । सः सरोवरे वसति स्म। एकदा निदाघे सरोवरस्य जलम् अशुष्यत् । जलम् बिना कच्छपः व्याकुलः अभवत्।
तस्य कच्छपस्य द्वौ हंसौ मित्रे आस्ताम् । तौ कच्छपम् व्याकुलम् दृष्ट्वा तम् अपृच्छताम् -“भोः मित्र, त्वम् किमर्थम् व्याकुलः भवसि । एकः उपायः अस्ति। आवाम् त्वाम् अन्यत्र नयावः । "
कच्छपः प्रत्यवदत् -“कथम् एतत् सम्भवति। अहम् उत्पतितुम् न प्रभवामि।"
हंसौ अवदताम्-“आकर्णय, आवाम् लगुडम् आनेष्यावः। त्वम्
73
Page #81
--------------------------------------------------------------------------
________________
लगुडस्य मध्यभागम् मुखेन अधिगमिष्यसि। तदा आवाम् लगुडेन सह उत्पतिष्यावः। परम् त्वम् मार्गे किम् अपि न वदिष्यसि, अन्यथा त्वम् नीचैः पतिष्यसि।" ते त्रयः एवम् एव अकुर्वन्। हंसौ च कच्छपेन लगुडेन सह आकाशे उदपतताम्। सान
मार्गे ग्रामस्य जनाः एतम् आश्चर्यम् आकाशे अपश्यन्। तत्र च कोलाहलः अभवत्। कोलाहलम् आकर्ण्य कच्छपः तस्य कारणम् प्रष्टुम् प्रयत्नम् अकरोत्। तदा एव सः नीचैः अपतत् प्राणान् च अत्यजत्।
शब्दार्थाः
शुष
हंस
कच्छपः
कछुआ
(tortoise) निदाघः
गर्मी
(summer) सूखना
(to dry) व्याकुलः
व्याकुल
(perplexed, grieved) हंसः
(swan) अन्यत्र
कहीं और
(somewhere else) सम् + भू (भव्)
सम्भव होना
(to be possible) लगुडः
छड़ी
(stick) मध्यभागः
बीच वाला भाग (middle part) अन्यथा
नहीं तो
(otherwise) आश्चर्यः
आश्चर्य
(surprise) कोलाहलःPIs रजत
शोर माध्याय
(noise) प्राणः ।
= जीवन ।। is (life) नया धातु (New verb-root)- शुष् (2) मा . उपसर्ग-युक्त धातु (Verb-root with prefix)- सम् + भूमाता
नए अव्यय (New avyayas)- अन्यत्र, अन्यथा कडाका वजन विशेषः- प्राण शब्द का प्रयोग सदा बहुवचन में ही होता है। (The word प्राण is always used in plural.) 5 STESU
74
Page #82
--------------------------------------------------------------------------
________________
Do Taa
मौखिकम्
1. तीन छात्र मिलकर इस कहानी का संस्कृत में अभिनय करें (Three students should role-play this story in Sanskrit)
2. निम्नलिखित शब्दों का अपने संस्कृत वाक्यों में प्रयोग कीजिए। (Use the following words in your Sanskrit sentences)
व्याकुलः, नीचैः, सह, प्रणान्, सरोवरे, दृष्ट्वा, लगुडेन । त
लिखितम्
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए (Answer the following questions in Sanskrit)
कच्छपः कुत्र अवसत् ? सः किमर्थम् व्याकुलः अभवत्? किम् कच्छपः उत्पतितुम् प्रभवति ? हंसौ कुत्र उदपतताम् ? हंसौ कम् व्याकुलम् अपश्यताम् ? कच्छपः कुत्र अपतत् ?
4. इस पाठ के चौथे अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए (Translate the fourth paragraph of this lesson in English).
5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
152
FO
3.
धुड़ा
1. पक्षी पानी के बिना व्याकुल
हो जाते हैं।
2. जब तालाब में पानी सूख p 2. When the water in the pool गया तब कछुआ व्याकुल हो dried up then the tortoise became restless.
गया।
दो हंसों ने
अभ्यासः
4.
5.
कछुए से
फ
पूछा ।
वहाँ पर शोर हुआ। कल हम तीनों स्कूल जायेंगे।
क
अग
कर
1. Birds become restless without water.
75
गंगाड़
3. Two swans asked the tortoise.
A noise occured there.ne
FOR CRIT
PROP 6 IF THERE FPS PEPE
हा
4.
5. Tomorrow all three of us That will go to school.
PIRE PE
00
Page #83
--------------------------------------------------------------------------
________________
पंचविंशतितमः
शृगालः सिंहः न भवतिः
पाठः
तिअनी काशीकर महासचिव कमी वाटी
Ben
ve Dior Door मृगया, शृगालः शावकः सिंही अनुजः प्रति जातिः भयभीत:
कातरः निन्दा निन्द कलहः
to एकदा एकः सिंहः मृगयायै वने अभ्रमत्। परम् सः किंचित् अपि न अविन्दत्। तदा सः शृगालस्य एकम् शावकम् अपश्यत्। सः तम् शावकम् गृहम् आनयत्। सिंहः सिंहीम् अवदत्-“एषः शावकः तव भोजनम् अस्ति। एतम् खादित्वा तृप्ता भव।" सिंही प्रत्यवदत्-“एषः शावकः। एतम् मारयितुम् न वाञ्छामि। एतम् अहम् पालयिष्यामि। एषः मम तृतीयः पुत्रः भविष्यति। एतौ मम पुत्रौ अस्य अनुजौ भविष्यतः। एषः मम पुत्राभ्याम् सह खेलतु।"
त्रयः अपि शावकाः परस्परम् जातिम् न अवागच्छन्। ते परस्परम् खेलन्ति स्म। एकदा ते वने अखेलन्। तदा एकम् गजम् दृष्ट्वा सिंहस्य
76
Page #84
--------------------------------------------------------------------------
________________
शावकः अकथयत्-“एषः अस्माकम् अरिः। एतम् वयम् मारयिष्यामः।" शृगालस्य शावकः गजम् दृष्ट्वा भयभीतः अभवत् गृहम् प्रति च अधावत्। गृहम् गत्वा अनुजौ अम्बाम् अवदताम्- “आवयोः अग्रजः कातरः अस्ति। सः गजम् दृष्टवा गृहम् प्रति अधावत्।" स्वाम् निन्दाम् आकर्ण्य अग्रजः अवदत्-“एतौ अनुजौ माम् निन्दतः। अहम् एतौ मारयिष्यामि।" sristianolisbsansairaima जोशी
तदा सिंही शृगालस्य पुत्रम् अन्यत्र अनयत् अकथयत् च- “त्वम् ताभ्याम् मा क्रुध्य। तौ सिंहस्य पुत्रौ, त्वम् च शृगालस्य शावकः। यदि कलहः भविष्यति तदा तौ त्वाम् मारयिष्यतः।।
तदा शृगालस्य शावकः तूष्णीम् ततः अधावत्।
श
शब्दार्थाः)
शिकार
मृगया शृगाल शावक
गीदड़
सिंही
बच्चा शेरनी छोटा भाई
अनुजः
बेटा
(hunting) (jackal) (young-one) (lioness) (younger brother) (son) (caste, race) (frightened) (towards) (coward)
जातिः भयभीतः प्रति कातरः निन्दा निन्द्
जाति डरा हुआ की ओर डरपोक निन्दा निन्दा करना झगड़ा
(condemnation)
कलहः
(to condemn) (quarrel) (from there)
ततः
वहां से
77
Page #85
--------------------------------------------------------------------------
________________
नया धातु (New verb-root)- निन्द् (1) नए रूप (New nouns)- मृगया-लता के समान ( like लता)
जाति - मति के समान (like मति) नए अव्यय (New avyayas)- प्रति, दृष्टवा = दृश् + क्त्वा मारयितुम् = मारय् + तुमुन् । उपपद विभक्तिः - प्रति के योग में जो शब्द आता है, उसमें सदा दूसरी विभक्ति होती है। (The word used along with प्रति gets the second vibhakti).
(अभ्यासः
मौखिकम् 1. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)सिंहाः कुत्र अभ्रमत्? सः तत्र किमर्थम् अभ्रमत्? सिंही शृगालस्य पुत्रम् कुत्र अनयत् ? शृगालस्य पुत्रः कम् दृष्टवा भयभीतः अभवत् ? अग्रजः कः
आसीत्? 2. इस पाठ में द्विवचन शब्द छाँटकर बताइए (Select all the dual number words in this lesson).
अपयाय लिखितम् doas 3. निम्नलिखित शब्दों को यथा-स्थान रखकर वाक्य-पूर्ति कीजिए (Fill in the
blanks with the following words)— अधावत्, अग्रजः, माम्, क्रुध्य, तूष्णीम्। शृगालस्य पुत्रः सिंहस्य पुत्रयोः ........................ आसीत्। शृगालस्य पुत्रः गृहम् प्रति ........ । त्वम् ताभ्याम् मा............ । एतौ निन्दतः। शृगालस्य शावकः
....' अधावत्। 4. पहले अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवद कीजिए (Translate the first paragraph
into English). सन
Page #86
--------------------------------------------------------------------------
________________
____5. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
1. शेर ने शेरनी से कहा।HTS 1. The lion said to the lioness. 2. शेर के दो पुत्र थे।
2. The lion had two male cubs. 3. हाथी को देखकर गीदड़ का 3. The jackal's baby ran away बच्चा भाग गया।
after seeing the elephant. 4. शेरनी उसे कहीं और ले 4. The lioness took him
elsewhere. सी गई। 5. क्या तू भी कायर है?
5. Are you also a coward ? 6. शेरनी ने कहा, 'मैं इसको 6. The lioness said, "I will
bring him up". पालूँगी।'
मलाकशीटी की शाPA
काकोरमकाजमी मायाजा
79
Page #87
--------------------------------------------------------------------------
________________
षड्विंशतितमः
श्रद्धायाः प्रभावः
पाठः
वा
धनुर्विद्या सवी + कृ श्रद्धा शिथिल शनैः शनैः धनुर्धरः mife भर बाणः भवान् दर्शय गुरु दक्षिणा छुर्
MANA
WY
एकः बालकः आसीत्। तस्य अभिधानम् एकलव्यः आसीत्। सः धनुर्विद्याम् अधिगन्तुम् वाञ्छति स्म। सः द्रोणाचार्यस्य समीपे गत्वा अवदत्- “गुरुदेव, अहम् अपि तव शिष्यः भवितुम् वाञ्छामि। कृपया स्वीकुरु।" आचार्यः प्रत्यवदत्- “अहम् कौरवान् पाण्डवान् च पाठयामि। अन्यः समयः न अस्ति।" एकलव्यः निराशः भूत्वा गृहम् आगच्छत् परम् तम् आचार्यम् प्रति तस्य श्रद्धा शिथिला न अभवत्।
सः तस्य आचार्यस्य एकाम् मूर्तिम् अरचयत्। सः प्रतिदिनम् प्रातः ताम् मूर्तिम नमति स्म मूर्तिम् च नत्वा धनुर्विद्यायाः अभ्यासम् करोति स्म। शनैः शनैः सः प्रसिद्धः धनुर्धरः अभवत।
80
Page #88
--------------------------------------------------------------------------
________________
एकदा तस्मिन् वने पाण्डवानाम् कुक्कुरः तम् दृष्ट्वा अभषत्। एकलव्यः बाणैः तस्य कुक्कुरस्य मुखम् असीव्यत् ।
द्रोणाचार्यः एतत् दृष्टवा तत्र आगच्छत् तम् च अपृच्छत्-“कः तव आचार्यः?” एकलव्यः प्रत्यवदत्-" भवान् एव मम आचार्यः।” द्रोणाचार्याय ताम् मूर्तिम् अदर्शयत् ।
: तदा
सः
द्रोणाचार्यः अवदत्-"यदि अहम् तव आचार्यः तदा गुरुदक्षिणाम् मह्यम यच्छ। अहम् तव हस्तस्य अंगुष्ठम् वाञ्छामि।”
एकलव्यः त्वरितम् स्वम् अंगुष्ठम् अच्छुरत् आचार्याय च अयच्छत्।
धनुर्विद्या
कृपा
स्वी + कृ
निराशः
श्रद्धा
शिथिल
अभ्यासः
शनैः शनैः
प्रसिद्धः
धनुर्धरः
भष्
बाणः
भवान्
दर्शय्
गुरुदक्षिणा
त्वरितम्
छुर्
=
=
शब्दार्थाः
धनुष बाण की विद्या ( archery )
कृपा
(kindness)
स्वीकार करना
निराश
विश्वास
ढीला
अभ्यास
धीरे-धीरे
मशहूर
धनुर्धारी
भौंकना
बाण
आप
दिखाना
गुरु दक्षिणा
जल्दी से
काटना
81
जि
fon are
(to accept)
(disappointed)
(confidence)
is (loose)
(practice)
(gradually)
(famous)
(archer)
(to bark)
(arrow)
(you-respectful)
(to show)
(fees) • HULES
(quickly)
(to cut)
Page #89
--------------------------------------------------------------------------
________________
नए धातु (New verb-roots)- भष् (1), दर्शय (1), छुर् (1) का उपसर्ग-युक्त धातु (Verb-roots with prefix)- स्वी + कृ (3) नए रूप (New Nouns)- कृपा, श्रद्धा - लता के समान (like लता),
क शाजामा मूर्ति - मति के समान (like मति) जाट नए विशेषण (New Adjectives)-
मीमा शीशाजार शिथिलः शिथिला
शिथिलम् प्रसिद्धः माणमा
प्रसिद्धा
बयाहाहाहाड नए अव्यय (New avyayas)- शनैः शनैः, गत्वा = गम् + क्त्वा, दृष्ट्वा = दृश् + क्त्वा, नत्वा = नम् + क्त्वा, भवितुम् = भू + तुमुन्, अधिगन्तुम् = अधि + गम् + तुमुन्
काग्मा IP
प्रसिद्धम्
अभ्यासः
मौखिकम् orgasala 1. श्रद्धा का क्या प्रभाव था? इस कथा के आधार पर बताइए (What is the
___impact of faith ? Tell on the basis of this story). 2. इस पाठ में लङ् क्रिया-पदों को छाँटिए (Select all लङ् forms in this
lesson).
लिखितम्
शिशुख अन्तिम वान्यामा को 3. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)-वामाइवान
(क) एकलव्यः द्रोणाचार्याय किम् अकथयत् ? = तिमा (ख) द्रोणाचार्यः किम् प्रत्यवदत् ? तपशिपिला भवन (ग) एकलव्यः कुक्कुरस्य किम् अकरोत्? (घ) गुरु दक्षिणायाम् किम् अवाञ्छत् ?
82
Page #90
--------------------------------------------------------------------------
________________
4. निम्नलिखित शब्दों का संस्कृत वाक्यों में प्रयोग कीजिए (Use the following words in Sanskrit sentences)
B
811
खादित्वा, पीत्वा, नत्वा, गत्वा, दृष्ट्वा 5. 'कृ' धातु के रूप सब लकारों में लिखिए (Conjugate कृ in all lakaras). 6. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit) ——
1. एकलव्य की कथा प्रसिद्ध है। 2. उसने एक मूर्ति बनाई ।
3. वह रोज़ प्रातः मूर्ति को
नमस्कार करता था।
4. एकलव्य ने आचार्य को मूर्ति दिखाई।
5. आप ही मेरे आचार्य हैं।
1.
2.
53. He used to bow down before the statue every morning.
4.
Ekalavya's story is famous. He made a statue.
5.
Ekalavya showed the statue to the teacher.
जाणार You are my teacher.
शीशा ।
म
La pistar.fo CC
Page #91
--------------------------------------------------------------------------
________________
सप्तविंशतितमः
पाठः
Casisaal ils ai e
महोदयः
महापुरुषः
अहिंसा देशभक्तः
9818
1
महात्मा गान्धीः
पीली
उच्चशिक्षा संलग्न सत्याग्रह आन्दोलनम् आंगलीयः स्वतन्त्र शकीर कप
एतत् चित्रम् गान्धीमहोदस्य
अस्ति । महात्मा गान्धी एकः महापुरुषः
आसीत्। सः भारताय अजीवत्,
torional
भारताय एव च प्राणान् अत्यजत्।
बाल्ये गान्धी एकः सरलः बालकः आसीत्। सः सदा सत्यम् वदति स्म। सः आचार्यणाम् प्रियः आसीत्। उच्च-शिक्षायै सः इंगलैण्ड-देशम् अगच्छत्। भारतम् आगत्य सः देशस्य सेवायाम् संलग्नः अभवत्।
प्रत्र
SETETES
84
चाल
शी TE
नमः
सः सत्याग्रहम् अचालयत् । तस्य श्रद्धा अहिंसायाम् आसीत्। तस्य सर्वः समयः, सर्वा शक्तिः, सर्वम् धनम् च देशाय एव आसीत्।
सः देशभक्तानाम् नायकः आसीत्। सः आन्दोलनम् अचालयत्‘आंगलीयाः! भारतम् त्यजत।' तस्य महापुरुषस्य प्रयत्नैः भारतम् स्वतन्त्रम् अभवत्।
गान्धी - महोदयाय नमः ।
Page #92
--------------------------------------------------------------------------
________________
शब्दार्थाः
महोदयः म
E महोदय
(sir, word of respect) महापुरुषः
महान् पुरुष
(great man) बाल्यम्
बाल्यकाल
(childhood) फजी सरल = सीधा Ven) म
(simple) प्रिय
प्यारा शिान
(dear) उच्च-शिक्षा
ऊँची शिक्षा
(higher education) सेवा
सेवाकाली
(service) संलग्न
काय लगा हुआ
(busy) सत्याग्रहः
सत्याग्रह 131 Vo
(Satyagraha) चालय् = चलाना कर (
(to start) अहिंसा
= अहिंसा Py प्रति (non-violence) देशभक्तः जीनी देशभक्त शंशया भार (patriot) TEH आन्दोलनम्
= bns आन्दोलन uodas (movement) आंगलीयः
die=2 अंग्रेज़ i2D वीति (English man)F2 स्वतन्त्र Mercomsia आज़ाद श नि (free) मिला । नमः designation = *नमस्कार
(salutations) नया धातु (New verb-root)- चालय (1) गंडाकामिनी नए रूप (New nouns)- शिक्षा, अहिंसा, सेवा- लता के समान (like लता) TG fastaut (New adjectives) - सरलः सरला
सरलम् प्रियः संलग्नः
संलग्ना स्वतन्त्रः स्वतन्त्रा
स्वतन्त्रम् नए अव्यय (New avyayas)- नमः, आगत्य = आ + गम् + ल्यप्
(अभ्यासः मौखिकम् 1. अन्तिम अनुच्छेद शुद्ध उच्चारण के साथ पढ़िए (Read the last paragraph with correct pronunciation).
858
प्रिया
प्रियम्
संलग्नम्
Page #93
--------------------------------------------------------------------------
________________
2. निर्दिष्ट रूप बताइए (Give the required forms)
कृ (लट् प्रथम पुरुष), अस् (लङ् मध्यम पुरुष), कृ (लृट् उत्तर पुरुष), - अस् (लोट् मध्यम पुरुष), विन्द् (लट् प्रथम पुरुष), नम् (लङ् उत्तम पुरुष)
(asmdss) लिखितम् Modblitto) 3. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit)
(क) महात्मा गान्धी कः आसीत्? मास (ख) सः भारतीयेभ्यः किम् अकरोत् ? . (ग) सः आंगलीयेभ्यः किम् अकथयत्? .
(घ) किम् गान्धी-महोदयस्य प्रयत्नैः अस्माकम् देशः स्वतन्त्रः अभवत् ? 4. निर्दिष्ट रूप बताइये (Give the required forms)
अस्मद् (चतुर्थी एकवचन), यत् {. (षष्ठी बहुवचन), किम् {. (द्वितीया
द्विवचन), तद् स्त्री. (तृतीया एकवचन), युष्मद् (सप्तमी द्विवचन) 5. महात्मा गान्धी के बारे में संस्कृत में पाँच वाक्य लिखिए (Write five
sentences in Sanskrit about Mahatma Gandhi). 6. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)
1. गान्धी जी ने अंग्रेज़ों के साथ गाय 1. Mahatma Gandhi fought
छत युद्ध किया। सादगम्य शतनाम with the English. सना 2. अहिंसा ही उनका शस्त्र था।D i2. Non-violence was his only
Ter weapon. 3. महात्मा गान्धी एक वीर पुरुष । 3. Mahatma Gandhi was a थे।
brave man. ) 4. वे एक देशभक्त थे। तस्य 4. He was a patriot. सम5. हम भी देशभक्त बनें।
5. We should also become
patriots.
agatgansgenions hsssssीए
काम करना
DE 15 TOE TW
8629
Page #94
--------------------------------------------------------------------------
________________
व्याकरणम् (GRAMMAR)
राजकी
हि
सार आकारान्त-स्त्रीलिंग-शब्दः 'लता'
बहुवचनम् लताः गि
एकवचनम् द्विवचनम् नी प्रथमा विभक्तिः लता
लते नि द्वितीया
लताम् वि तृतीया लतया
लताभ्याम् चतुर्थी
लतायै पंचमी "
लतायाः षष्ठीdiyobansoom लियो.ककार सप्तमी सम्बोधनम् हे लते Garli हे लते ।
लताभिः लताभ्यः
लतायाम् anmot rea
लतानाम् लतासु हे लताः
इकारान्त-स्त्रीलिंग-शब्दः 'मति'
एकवचनम् मतिः
द्विवचनम् मती
लोकी
किसी बहुवचनम् मतयः मतीः मतिभिः हिम मतिभ्यः मिक
मतिम्
मतिभ्याम्
प्रथमा विभक्तिः द्वितीया तृतीया चतुर्थी पंचमी षष्ठी सप्तमी सम्बोधनम्
मत्या मतये, मत्यै मतेः, मत्या
मत्योः
।
मतौ, मत्याम् हे मते
मतिनाम् मतिषु हे मतयः
हे मती
Page #95
--------------------------------------------------------------------------
________________
इकरान्त पुंल्लिग-शब्दः 'मुनि'
एकवचनम् द्विवचनम् प्रथमा विभक्तिः मुनिः
मुनी द्वितीया " मुनिम्
मुनी तृतीया " मुनिना
मुनिभ्याम् चतुर्थी " मनये Repli " जाना पंचमी " मुनेः आमत
"मार मन्योः सप्तमी
मनौ मायन सम्बोधनम् मान्य हे मुने
हे मनी यात
बहुवचनम् मुनयः मुनीम् मुनिभिः मुनिभ्यः
षष्ठी
मुनीनाम् मुनिषु हे मुनयः
सर्वनाम-शब्दाः नोट- सर्वनाम शब्दों का सम्बोधन नहीं होता (Pronouns do not have
सम्बोधन forms) तद्-वह (that), पुँल्लिगः
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
ते
तम्
तेन
ताभ्याम्
प्रथमा विभक्तिः द्वितीया " तृतीया " चतुर्थी पंचमी षष्ठी सप्तमी
तान् तैः तेभ्यः
hal
तस्मात् तस्य तस्मिन्
तयोः गण
तेषाम्
"झापा
तेषु
तद् = वह (that), स्त्रीलिंगः एकवचनम् द्विवचनम् कि सा ताम्
प्रथमा विभक्तिः द्वितीया "
TET
बहुवचनम् ताः राग तान
Page #96
--------------------------------------------------------------------------
________________
एकवचनम
द्विवचनम् ताभ्याम्
बहुवचनम् ताभिः
तया
तस्यै
ताभ्यःमशेर
तृतीया विभक्तिः चतुर्थी पंचमी षष्ठी " सप्तमी
तस्याः
तयोः ।
तासाम् तासु
तस्याम्
तद् = वह (that), नपुंसकलिंगः
द्विवचनम् ते दी
बहुवचनम् तानि
प्रथमा विभक्तिः द्वितीया तृतीया चतुर्थी पंचमी "
ताभ्याम्
एकवचनम् तत् मध "मजी तेन तरमै तस्मात् तस्य तस्मिन्
तेभ्यः
षष्ठी
तयाः
तेषाम् तेषु
सप्तमी
18
एतत् = यह (this), पुँल्लिगः
एकवचनम् एषः
द्विवचनम् एतौ
एतम्
प्रथमा विभक्तिः द्वितीया " तृतीया " चतुर्थी "
बहुवचनम् एते एतान् एतैः गए एतेभ्यः माजी
एतेन म
एताभ्याम्
एतस्मै
"
एतस्मात्
पंचमी षष्ठी
एतस्य
एतेषाम् एतेष
सप्तमी
एतस्मिन्
Page #97
--------------------------------------------------------------------------
________________
बहवचनम् एताः PE
प्रथमा विभक्तिः द्वितीया तृतीया " चतुर्थी " पंचमी " षष्ठी सप्तमी
एतत् = यह (this), स्त्रीलिंगः एकवचनम्
द्विवचनम् एषा
एते कि एताम् एतया कि एताभ्याम् एतस्यै एतस्याः गल्लीतल,osh एतयोःक एतस्याम्
एताभिः नि एताभ्यः
एतासाम् एतासु
"
एतत् = यह (This), नपुंसकलिंगः
एकवचनम् द्विवचनम् । बहुवचनम् प्रथमा विभक्तिः एतत् मायाम एते न
एतानि द्वितीया " तृतीया एतेन एताभ्याम्
एतैः चतुर्थी " एतस्मै
एतेभ्यः पंचमी गा" एतस्मात् षष्ठी " एतस्य
एतयोःम्मक
एतेषाम् सप्तमी एतस्मिन्
एतेषु नोट - यत् (जो) और किम् (कौन) शब्दों के रूप तद् के समान चलेंगे (Conjugate यत् and किम् like तद्). तुयी
अस्मद् = मैं, हम (I, We) पुं. स्त्री/नपुं. जाली
एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम् प्रथमा विभक्तिः अहम्म
आवाम् ण वयम् शिम द्वितीया " माम्
अस्मान् वन तृतीया ".
आवाभ्याम्
अस्माभिः चतुर्थी " महयम्
अस्मभ्यम् पंचमी
अस्मत् षष्ठी
आवयोः
अस्माकम् सप्तमी मयि
अस्मासु
स्वय
मया
मत्
90
Page #98
--------------------------------------------------------------------------
________________
DHOTE
PUS TOTS
प्रथमा विभक्तिः up त्वम्
द्वितीया
त्वाम्
त्वया
तृतीया
चतुर्थी
पंचमी
षष्ठी
सप्तमी
27
""
77
प्रथम-पुरुषः
मध्यम- पुरुषः उत्तम-पुरुषः
प्रथम-पुरुषः
मध्यम-पुरुषः
उत्तम पुरुषः
PETITE
युष्मद् = तुम (You) पुं./स्त्री./नपुं.
PDATE
HERSTO
एकवचनम्
प्रथम-पुरुषः
तुभ्यम्
त्वत्
तव
तवयि
(sensT
द्विवचनम्
युवाम्
एकवचनम्
अजीवत्
अजीवः
अजीवम्
युवाभ्याम्
नियमित-धातु
""
Of
जीव् (जीना)
एकवचनम्
जीवतु
जीव
जीवानि
युवयोः
लङ्-लकारः (भूतकाल Past tense)
द्विवचनम्
अजीवाम्
अजीवतम्
अजीवाव
ल
लोट्-लकारः (आज्ञा, प्रार्थना Order, Request)
द्विवचनम्
जीवाम्
जीवतम्
जीवाव
91
12 ला
अर्धनियमित धातुः
F
स्मृ (याद करना to remember)
लङ्-लकारः (भूतकाल Past Tense)
एकवचनम्
द्विवचनम्
अस्मरत्
अस्मरताम्
बहुवचनम्
यूयम्
युष्मान्
युष्माभिः
युष्मभ्यम्
युष्मत्
युष्माकम्
युष्मासु
3-ST
बहुवचनम्
अजीवन्
अजीवत
अजीवाम
बहुवचनम्
जीवन्तु
जीवत
जीवाम
बहुवचनम् अस्मरन्
Page #99
--------------------------------------------------------------------------
________________
मध्यम-पुरुषः
उत्तम-पुरुषः
प्रथम-पुरुषः
मध्यम- पुरुषः
उत्तम-पुरुषः
प्रथम-पुरुषः
मध्यम-पुरुषः
उत्तम-पुरुषः
प्रथम-पुरुषः
मध्यम-पुरुषः
उत्तम पुरुषः
प्रथम-पुरुषः
मध्यम-पुरुषः
उत्तम-पुरुषः
अस्मरः
अस्मरम्
लोट्- -लकारः (आज्ञा, प्रार्थना Order, Request)
द्विवचनम्
एकवचनम्
स्मरतु
स्मर
स्मराणि
एकवचनम्
करो
करोषि
करोमि
अनियमित धातुः
कृ (करना to do)
लट्-लकारः (वर्तमान काल Present Tense)
द्विवचनम्
कुरुतः
कुरुथः
कुर्वः
अस्मरतम्
अस्मराव
एकवचनम्
करिष्यति
करिष्यासि
करिष्यामि
लृट्-लकारः (भविष्यत्काल Future Tense)
द्विवचनम्
करिष्यतः
करिष्यथः
करिष्यावः
FO
लङ्-लकारः (भूतकाल Past Tense)
द्विवचनम्
अकुरुताम्
अकुरुतम्
अकुर्व
एकवचनम्
अकरोत्
अकरोः
अकुरवम्
स्मरताम् ·
स्मरतम्
स्मराव
92
अस्मरत
अस्मराम
THIS TY
बहुवचनम्
स्मरन्तु
स्मरत
स्मराम
बहुवचनम्
कुर्वन्ति
कुरुथ
कुर्मः
बहुवचनम्
करिष्यन्ति
करिष्यथ
करिष्याम
बहुवचनम्
अकुर्वन्
अकुरुत
अकुर्म
Page #100
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रथम-पुरुषः मध्यम-पुरुषः उत्तम-पुरुषः
लोट-लकारः (आज्ञा, प्रार्थना Order, Request) एकवचनम् तिष्ठ द्विवचनम्
बहुवचनम् करोतु कुस्ताम्
कुर्वन्तु कुरु कुस्तम्
कुस्त करवाणि करवाव
करवाम
आसन्
कालि अस् = (होना to be)
लङ्-लकारः (भूतकाल Past Tense) एकवचनम् द्विवचनम्
बहुवचनम् प्रथम-पुरुषः आसीत्
आस्ताम् मध्यम-पुरुषः आसी: आस्तम्
आस्त उत्तम-पुरुषः
आसम्म आसम् आस्व
आस्म लोट-लकारः (आज्ञा, प्रार्थना Order, Request) गाड एकवचनम् द्विवचनम्
बहुवचनम् प्रथम-पुरुषः आस्तकाष्यास्ताम मध्यम-पुरुषः एधि
स्तम् उत्तम-पुरुषः असानि
असाव
असाम
सन्तु स्त
धातवः ननियमितः
ल
क्र. 1. 2.
धातुः अर्च खन्
लट
लुट अर्चति
अर्चिष्यति खनति खनिष्यति नश्यति नंक्ष्यति गुम्फति
_गुम्फिष्यति गर्वति गर्विष्यति वाञ्छति वाञ्छिष्यति
93
आर्चत् अखनत् अनश्यत् अगुम्फत् अगर्वत् अवाञ्छत्
लोट अर्चतु खनतु नश्यतु गुम्फतु गर्वतु वाञ्छतु
4. गुम्फ 5. गर्व 6. वाञ्छ
Page #101
--------------------------------------------------------------------------
________________
लोट
क्रीडतु
चुम्बतु
जीव
जीवतु
निन्दतु
11.
भष्
भषतु
छुरतु मारयतु नाशयतु पाठयतु श्रावयतु वर्धयतु दर्शयतु चालयतु
धातुः लट् लृट् चाड
लङ् क्रीड् क्रीडति क्रीडिष्यति
अक्रीडत् चुम्ब् चुम्बति चुम्बिष्यति अचुम्बत् जीवति जीविष्यति
अजीवत् 10. निन्द् निन्दति निन्दिष्यति
अनिन्दत् भषति भषिष्यति अभषत् 12. छुर् छुरति छुरिष्यति । अच्छुरत् 13. मारय् मारयति मारयिष्यति अमारयत् 14. नाशय नाशयति नाशयिष्यति अनाशयत् 15. पाठय् पाठयति पाठयिष्यति
अपाठयत् 16. श्रावय श्रावयति श्रावयिष्यति अश्रावयत् 17. वर्धय वर्धयति वर्धयिष्यति । अवर्धयत् 18. दर्शय दर्शयति दर्शयिष्यति अदर्शयत् 19. चालय चालयति चालयिष्यति अचालयत्
अर्धनियमितः विन्द् विन्दति वेदिष्यति अविन्दत् 2. प्रच्छ पृच्छति प्रक्ष्यति अपृच्छत् 3. कृष्ट कृषति पा कर्त्यति अकृषत्
वप् वपति वप्स्यति अपवत् 5. यज् यजति यक्ष्यति
(प्र) + विश् विशति वेक्ष्यति अविशत् 7. मिल
मिलति मेलिष्यति
अमिलत् 8. शुष् शुष्यति शोक्ष्यति अशुष्यत् १. कथ्
कथयति कथयिष्यति - अकथयत् 10.2 स्मृ स्मरति स्मरिष्यति अस्मरत् 11. ह
हरति हरिष्यति अहरत् 12. धृ धारयति धारयिष्यति अधारयत् 13. गवेष् गवेषयति गवेषयिष्यति अगवेषयत् 14. सूच सूचयति सूचयिष्यति असूचयत्
अयजत्
विन्दतु पृच्छतु कृषतु वपतु यजतु विशतु मिलतु शुष्यतु कथयतु स्मरतु हरतु धारयतु गवेषयतु सूचयतु
94
Page #102
--------------------------------------------------------------------------
________________
15. सिव् सीव्यति सेविष्यति असीव्यत् सीव्यतु 16. नृत् नृत्यति नर्तिष्यति अनृत्यत्
नृत्यतु 17. रच् त रचयति रचयिष्यति अरचयत्
रचयतु 18. चिन्त् चिन्तयति चिन्तयिष्यति अचिन्तयत् मनु
चिन्तयतु 19. चुर् चोरयति चोरयिष्यति ___ अचोरयत्
चोरयतु 20. क्रुध् क्रुध्यति क्रोत्स्यति अक्रुध्यत् क्रुध्यतु 21. गण गणयति गणयिष्यति अगणयत् गणयतु
त्रस् त्रस्यति त्रसिष्यति । अत्रस्यत् त्रस्यतु 23. दण्ड् दण्डयति दण्डयिष्यति अदण्डयत् दण्डयतु 24. (आ) +
कर्णय कर्णयति कर्णयिष्यति अकर्णयत् - कर्णयतु 25. क्षल्क्षालयति क्षालयिष्यति अक्षालयत्न क्षालयतु मा
22.
अनियमितः कृ2 करोति करिष्यति जा अकरोत् करोतु उपसर्गयुक्त-धातवः
उपसर्ग लगाने से धातुओं के अर्थ में अन्तर आ जाता है। इस प्रकार के आ + गम्, आ + नी, अव् + गम्-ये तीन धातु हमने गत कक्षा में पढ़े थे। यहाँ इसी प्रकार के कुछ अन्य धातु देखिये-(The prefixes when used cause a change in the meaning of the verb-roots. We have seen आ + गम्, आ + नी, अव् + गम् in the earlier grade. Here are a few more)
1. अधि + गम् वि = पाना (to get) 2. उत् + पत्
उड़ना (to fly) उत् + स्था (तिष्ठ्) GET ETTT (to stand up) आ + कर्णय
सुनना (to listen) प्रति + वद्
उत्तर देना (to answer) 6. वि + ह (हर)
घूमना (to walk around) प्र + विश्
प्रवेश करना (to enter) 8. उप + विश्
बैठना (to sit) १. सम् + भू (भव्) = - सम्भव होना (to be possible) 10. प्र + भू (भव्)
(to be able to) ___95
Page #103
--------------------------------------------------------------------------
________________
11. स्वी + कृति - स्वीकार करना (to accept) 12. अनु + भू जनह को अनुभव करना (to experience) नोट-ध्यान रखिए कि लङ् लकार में मूल धातु का रूप बनाकर फिर उसमें उपसर्ग जोड़ना चाहिए, जैसे-अधि + अगच्छत् = अध्यगच्छत् (Add the prefix to the लङ् form).
फक्त्वा , तमनकोश
उदाहरणम् पठ् + क्त्वा = पठित्वा = पढ़कर (after studying) अपमान पठ् + तुमुन् = पठितुम् = पढ़ने के लिए (for studying) यातायात
.
अन्य उदाहरण क्र. धातुः
क्त्वागेश अर्छ
अर्चित्वारी 2. खन्
खनित्वा 3. नश् ।
नाशत्वा 4. गुम्फ बाट गुम्फित्वा 15 5. ग 205pbanari गर्वित्वा 6. वाञ्छ मकवाञ्छित्वा water क्रीड्
क्रीडित्वा चुम्ब
चुम्बित्वा जीव्
जीवित्वा निन्द् 11.. भष्
भषित्वा छुर् More
छुरित्वा 13. मारय् Simo मारयित्वा 14. नाशय
नाशयित्वा पाठय् ात पाठयित्वा
तुमुन् अर्चितुम् खनितुम् नष्टुम् मक गुम्फितुम् गर्वितुम् वाञ्छितुम् क्रीडितुम् चुम्बितुम् जीवितुम निन्दितुम् भषितुम् छोरितुम् मारयितुम् नाशयितुम् पाठयितुम्
निन्दित्वा
12.
15.
960
Page #104
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्रावय्
वर्धय
दर्शय्
16.
17.
18.
19.
20.
21.
22.
23.
24.
25.
26.
27.
28.
29.
30.
31.
32.
33.
34.
35.
36.
37.
38.
39.
40.
41.
42.
43.
44.
45. कृ
चालय्
विन्द्
प्रच्छ्
कृष्
वप्
यज्
विश्
मिल्
शुष्
कथ्
स्मृ
ह
धारय्
गवेष्
सूच्
सिव्
नृत्
रच्
चिन्त्
चुर्
क्रुध्
गण्
त्रस्
दण्ड्
कर्णय्
क्षल्
श्रावयित्वा
वर्धयित्वा
दर्शयित्वा
चालयित्वा
विदित्वा
पृष्ट्वा
कृष्ट्वा
उप्त्वा
इष्ट्वा
विष्ट्वा
मिलित्वा
शुष्ट्वा
कथयित्वा
स्मृत्वा
हृत्वा
धारयित्वा
गवेषयित्वा
सूचयित्वा
सेवित्वा
नर्तित्वा
रचयित्वा
चिन्तयित्वा
चोरयित्वा
क्रुद्ध्वा
गणयित्वा
त्रसित्वा
दण्डयित्वा
कर्णयित्वा
क्षालयित्वा
कृत्वा
07
80
शरद 1895
चौद
श्रावयितुम्
वर्धयितुम्
दर्शयितुम् चालयितुम्
वेदितुम्
प्रष्टुम्
क्रष्टुम्
वप्तुम्
यष्टुम्
वेष्टुम्
मेलितुम्
शोष्टुम्
कथयितुम्
स्मर्तुम्
हर्तुम्
धारयितुम्
गवेषयितुम्
सूचयितुम्
सेवितुम्
नर्तितुम्
रचयितुम्
चिन्तयितुम्
चोरयितुम्
क्रोद्धुम्
गणयितुम्
त्रसितुम्
दण्डयितुम्ं
कर्णयितुम्
क्षालयितुम्
कर्तुम्
THE
Page #105
--------------------------------------------------------------------------
________________
ल्यप
आ
+
+
धातु के पूर्व यदि उपसर्ग हो तो क्त्वा' के स्थान पर 'ल्यप्' लगता है; (When there is a prefix use my instead of frat) - कर्णय
आकर्णय विश्
प्रविश्य उपविश्य
आगम्य विहृत्य अनुभूय उत्थाय
विश्
+
+
गम्
+
+
+
वाय
फासीवान जमा
काजाणन
Page #106
--------------------------------------------------------------------------
________________
संख्याएं (NUMERALS)
twelve movie
चौदह
सोलह वाजत
एक से दस तक संख्या गत कक्षा में पढ़ चुके हैं। ग्यारह से तीस तक यहाँदेखिए (We learned numerals one to ten in the previous grade. Here are numerals eleven to thirty)
कामगायनमायाक एकादश odisha = agrautozolinon. ग्यारह
Peleveneg द्वादश vairatoaslumnibagesmom and
बारह diye gath त्रयोदश
तेरह
thirteen चतुर्दश
fourteen पञ्चदश
पन्द्रह जति
fifteen षोडश की
sixteen सप्तदश
सत्रह
seventeen अष्टादश
अठारह शिज eighteen नवदश
उन्नीस
nineteen विंशतिः
बीस
twenty FORTE
şcontra tot twenty-one
बाइस broad twenty-two त्रयोविंशतिः
twenty-three चतुर्विशतिः
tilata
twenty-four पंचविंशतिः thisddiv dwota पच्चीस Ratand
twenty-five षड्विंशतिः
छब्बीस
twenty-six सप्तविंशतिः
सत्ताइस
twenty-seven अष्टाविंशति
अट्ठाइस
twenty-eight नवविंशतिः
उनतीस
twenty-nine त्रिंशत्
thirty चत्वारिंशत्
चालीस
forty पचास
fifty शतम
सौ
hundred
एकविंशतिः द्वाविंशतिः
तेइस
तीस
पंचाशत्
10
Page #107
--------------------------------------------------------------------------
________________
विना, रक्ष, गम्, सह, दा
ball
इन शब्दों के सम्बन्ध में विशेष नियम गत कक्षा में पढ़ाए गए थे। इसी प्रकार के कुछ और नियम देखिए (The specific rules of usage with the above words were covered in the previous grade. Some more special rules of this type are given below)—
stil
क
strol
शब्दः
प्रति 095/11
*0951x12
नमः
विभक्तयः
विभक्तिः
द्वितीया
प्रच्छ्*
द्वितीया
कथ् * : **ino92 चतुर्थी क्रुध्***__{gis.
चतुर्थी
modiohin
चतुर्थी
Champers
आपडी
प्रच्छ्-जिसे पूछा जाए और जो कुछ पूछा जाए, दोनों के वाचक शब्द द्वितीया विभक्ति में (The words for what you ask and whom you ask get the second vibhakti).
ITS
Trigis-vinsw
snin-vinsw
aghini
ΤΟ
Yna
byboud
क
** कथ्- जिसे कहा गया- उसका वाचक शब्द चतुर्थी में (The word for one whom something is said gets the fourth vibhakti).
क
क्रुध् - जिस पर क्रोध किया जाए, उसके वाचक शब्द में चतुर्थी (The word for one at whom anger is shown gets the fourth vibhakti).
Gvsz-vinowi
PRIMES
उदाहरणम्
सः गृहम् प्रति गच्छति ।
सः आचार्यम् प्रश्नम् पृच्छति।
रामः जनकाय कथयति ।
जनः सेवकाय क्रुध्यति । देवाय नमः ।
प्रकर
श
एज
THOD
ि
पत्रक
100
00
काज
Page #108
--------------------------------------------------------------------------
________________
विशेषणाणि
वीर
इस पुस्तक में आए हुए विशेषणों की सूची
(List of adjectives used in this book) मेधाविक
बुद्धिमान
intelligent वीर
brave बधिर
बहरा
deaf मूक
गूंगा
dumb सफल
सफल
successful बुभुक्षित
भूखा
hungry विनम्र
नम्र
humble आवश्यक
आवश्यक
necessary नीरोग
रोग-रहित
healthy चतुर
चतुर
clever स्थित
स्थित
situated शीतल
ठंडा
cold अल्प
थोड़ा
a little द्रुततर
ज्यादा तेज़
swifter व्याकुल
व्याकुल
perplexed कातर
डरपोक
coward निराश
निराश.
disappointed शिथिल
ढीला
loose प्रसिद्ध
मशहूर
famous महोदय
महोदय
sir सरल
सीधा
simple प्रिय
प्यारा
dear संलग्न
लगा हुआ
busy स्वतन्त्र
आज़ाद
free नोट-विशेषणों के तीनों लिंगों के रूप हर पाठ के बाद देखिए (Different gender forms of adjectives can be seen at the end of every lesson).
__101
Page #109
--------------------------------------------------------------------------
________________
अव्ययाः ।
इस पुस्तक में आए अव्ययों की सूची
सर्वत्र
हवा.yg
everywhere yesterday therefore quietly FFF
अतः तूष्णीम् त किमपि dिasi कथम् 25000
anything
why, how
यदि
isod
if
सदा
always
कदापि
any time
सब जगह कल (बीता हुआ) इसलिए चुपचाप कुछ भी क्यों,कैसे अगर हमेशा कभी भी पास सब कुछ परन्तु आज अपने क्योंकि मत ति शामा जरूर
समीपे
near
everything
सर्वस्वम् परम् अद्य
but
today
भो:
oh!
यतः
because don't
मा सायम्
slatite
evening
definitely
हाँ
म
yes
नूनम् अथ किम् and प्रत्येकम् यत् वा
प्रत्येक
every
कि
that (conjunction) o
or
अथवा ___102
Page #110
--------------------------------------------------------------------------
________________
यत्र
wherever
केवलम्
only
एकदा
once
oneself
जहाँ सिर्फ एक बार खुद कहीं और की ओर धीरे-धीरे जल्दी से
स्वयम् अन्यत्र प्रति शनैः शनैः त्वरितम्
elsewhere
towards
337
slowly quickly
Dedicaregamaराम खि
मनाया
enismसदोकान
हाडिक
P
सनम
(
पाट
103
Page #111
--------------------------------------------------------------------------
________________
शब्द-कोशः
fire
आगटविक मेहमान कि
guest
therefore yes today to get teacher younger brother to experience discipline
अनेक
many elsewhere
other
name
अग्निः अतिथि:
abrnvro अतः
इसलिए अथ किम् wala
और क्या, हाँ अद्य
आज अधि + गम् (अधिगच्छ) प्राप्त करना अध्यापकः
अध्यापक अनुजः
छोटा भाई अनु + भू (अनुभव) अनुभव करना अनुशासनम्
अनुशासन अनेक अन्यत्र
कहीं और अन्यः
दूसरा अभिधानम्
नाम अभ्यासः
अभ्यास अम्बा
माता अरिः
शत्रु अर्च्
पूजा करना अल्प
थोड़ा असानि
(मैं होऊं असाम
(हम) होवें असाव
(हम दो) होवें
(वह) हो अस्मद्
मैं, हम अहिंसा
अहिंसा | आ आंगलीयः
अंग्रेज़
104
practice
mother
enemy to worship a little (may I) be (may we) be (may we two) be (may he) be I, we non-violence
अस्तु
Englishman
Page #112
--------------------------------------------------------------------------
________________
,
आ+कर्णय्
आकाशः
आक्रमणम्
आचार्यः
आज्ञा
आदरः
SOTO
d (asy yom)
आन्दोलनम्
आरक्षकः
आवश्यक
आश्चर्यम्
आसन्
आसम्
आसीः
आसीत्
आस्त
आस्तम्
आस्ताम्
आस्म
आस्व
ई
ईश्वर- वन्दना
38 01
wod vrlwe
cove
yuub
FUTISET
उपवनम् उप् + विश्
1900
musoy
DEWOO
Sore
gaudionoe,
gdiyaw
THB)
aasnbnit
dauola
Swalesings
उ
उक्तिः उच्च-शिक्षा
उत् + पत्
उत्पादनम्
उत् + स्था (उत्तिष्ठ्)
उद्योगपतिः
उन्नतिः
ing
सुनना
आकाश
हमला
अध्यापक
हुक्म
इज्जत
आन्दोलन
सिपाही
जरूरी
आश्चर्य
(वे) थे
(मैं) था
(तू) था
(वह) था
(तुम) थे
(तुम दो) थे
(वे दो) थे
कथन
ऊँची पढ़ाई
उड़ना
उत्पादन
खड़ा होना
उद्योगपति
उन्नति
(हम सब थे
(हम दो) थे
ईश्वर की पूजा
बाग
बैठना
ओ
105
()
THES
मि
क
क
किती आठ
लिए
कारह
to listen
sky
attack
teacher
order
respect
agitation
policeman
important
miracle
(they) were
(I) was
(you) were
(he) was
(you all) were
(you two) were
(they two) were
(we) were
(we two) were
ore (sing.)
to the
worship of God
statement
higher education
to fly
production
to stand up
industrialist
progress
garden
to sit
2016
Page #113
--------------------------------------------------------------------------
________________
एकदा
एधि
क
कक्षा
कच्छपः
कदापि
कथ् (कथय्)
कथकः
कथम्
कथा
कर्त्तव्यम्
कलहः
कविः
कविता
कातरः
कार्य
कौरवः
क्रमेण
क्रीड्
किञ्चित्
किमपि
कीर्तिः
कृपा
कृष्
कृषिः
केवलम्
कोलाहलः
noteil
ashio
Jaagaan
nonsign
nismoilon
TASTROCHE
Samutt
Sisw (ab
hiz) OTOW (NO
28W()
25 2EW (STI)
(Jio no)
STSW (Owsu
(owd (aili)
STOW (59)
'STSW (O
DoD to allian
Jasm12
obs Ter
क्रुध् (क्रुध्य्)
क्षल् (क्षालय्)
Bobpube
qu base of
hauzubi
22618011
एक बार
(तू) हो
कक्षा
कछुआ
कभी भी
कहना
कहने वाला
क्यों, कैसे
कहानी
फर्ज़
झगड़ा
कवि
कविता
डरपोक
काम
कुछ
कुछ
यश
भी
कृपा
खेती करना
खेती
सिर्फ़
शोर
कौरव
बारी से
खेलना
क्रोध करना
धोना
बाकु
15
का
1P3
कहि
FROSTRE
शिशी
स्त्रिय
benc
TIS
TIS
The
aer 106
fs (p)
(ड)
(a)
क
फन
6)
इस किन्हें
कीमा
कीड
once
(may you) be
class
tortoise
ever
to say
speaker
why, how
story
duty
quarrel
poet
poem
coward
work
something
anything
fame
kindness
to plough
agriculture
प्रका
RFISSTTE
only
noise
the Kaurava
turn by turn
to play
to get angry
to wash
Te
ना
ITS
अध
ग
अछा
FRIRE
PETE
afrire
PIE
क
TRE
PROSTITE
Pyhe
ETS
प्रण
अनुराह
कह
मंडर
कष्ट
मह
कृष्ण+ ह
Page #114
--------------------------------------------------------------------------
________________
ख
खन्s
ha mom
खोदना
to dig
कामांच
गीतम्
गिनना गण (गणय्)
अधिक काश
to count गतिः चाल
speed गन्तव्यम् लक्ष्य-स्थान
destination ग अभिमान करना
to feel proud गवेष (गवेषय) खोजना
to search गिरिः पहाड़
mountain dairtigo
क) छ गीत
song गुम्फ Dथना
to string (flowers etc.) गुरु दक्षिणा गुरु दक्षिणा
fees due to the teacher noizivals
कीजी anodalaa
निशीगड चतुर चतुर
clever Jigre चत्वारिंशत् चालीस
forty चमत्कारः चमत्कार
miracle चालय चलाना
to start चिन्त् (चिन्तय्) saidp सोचना याशाच to think चुम्ब चूमना
to kiss चुर् (चोरय्) चुराना
to steal TricPOTOजाणE Prodol काटना कि ाण
to cut
शि
refreshments
जलपानम् जातिः
caste, race
जीव्
जलपान जाति जीना जीवन जन्म-दिन
to be alive
life
जीवनम् जन्म-दिवसः
मागील
birthday
107
Page #115
--------------------------------------------------------------------------
________________
ततः
from there
वहां से तैरना तैरने का तालाब
swimming
swimming pool
SETOO
तरणम् तरण-सरोवरः तूष्णीम् तृप्त त्रस् (त्रस्य) त्रिंशत्
quietly satisfied
चुपचाप सन्तुष्ट डरना तीस
to fear
thirty
दूरदर्शनम्
दृष्टिः
god
LATION दण्ड (दण्डय) सज़ा देना
to punish दर्शय दिखाना
to show दुष्ट sowgrined दुष्ट
wicked Sube टेलिविज़न
television दूरभाषम् टेलीफ़ोन
telephone Taysia नज़र
sight देवः
देवता देवालयः मन्दिर
temple देश-भक्तः देशभक्त
patriot द्रुततर ज्यादा तेज़
quicker ध धनम्
धन
पानमाज wealth (जिज
धनुष बाण चलाने वाला archer धनुर्विद्या
धनुष बाण की विद्या की archery पृथ्वी
earth धृ (धारय् . धारण करना
to bear ध्यानम् ध्यान
attention 953181 avilad नमस्कार
salutations नवीनतम् मक्खन
butter नवीन नया
new 108
Hisara
धनुर्धर
धराउ
गजा
न
Page #116
--------------------------------------------------------------------------
________________
नश् (नश्य्)
नागरिकः
नाटकम्
नाशय
निदाघः
निन्द्
निन्दा
निबन्ध:
निराश
नीरोग
नूनम्
नृत् (नृत्य्)
प
पंक्तिः
पंचाशत्
पंजरकः
परम्
पाठय्
पाल् (पालय्)
पिण्डीकृत्य
पीडा
नष्ट होना
नागरिक
nousup
नाटक
2ums नष्ट करना
गर्मी की ऋतु
air of Isqioning निन्दा करना sold निन्दा
mom arti mi निबन्ध grimom निराश
पुत्रः
प्रच्छ् (पृच्छ्)
प्रति
प्रतिबिम्बः
प्रतियोगिता
Jon
gninisu
ab रोग-रहित
nonesian निश्चय से
नाचना
teob
लाइन
WOSTS पचास
boorblindo पिंजरा
(IST)
bosa परन्तु
पढ़ाना
पालना
कुल मिलाकर
दर्द
and or बेटा
प्रति + वद् प्रत्येकम्
प्रदेशः
प्र + भू (प्रभव्)
पूछना
bauona की ओर
godo परछाई
viioswe
sa-sibbim
rism 1851g
मुकाबला
उत्तर देना
प्रत्येक
प्रदेश
समर्थ होना
109
डाली
TTT
to perish
citizen
drama
to destroy
Te summer
TP to condemn
गणश
condemnation
essay
disappointed
healthy
definitely
to dance
5 line
fifty
cage
Searc TOP but
TOT
nury
to teach
to obey
in all
pain
त
son
fg to ask
towards
shadow
competition
$5 to answer
गणरा
FB for every
5
region
to be able
डीए
की
प्र
तैमानार
उपर
और
कार
फ्री
प्रतीक
आमच्याक
FISTE
कुत
home
OT
Page #117
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रयत्न rainag of कोशिश
effort प्रशिक्षणम्
5 प्रशिक्षण कमाणात training प्रश्नः सवाल
question प्रसिद्ध से 120bor प्रसिद्ध तालारत, डा famous प्र + विश्
प्रवेश करना कितना to enter प्राचार्यः
principal प्राणः obsinsbios प्राण
life breath प्रातः 29 सुबह
in the morning प्रातः कालः niougaaib सुबह
morning प्रिय दण्डयailsari प्यारा
dear प्रेरणा प्रेरणा
inspiration
ristinaba
बधिर बलम् बाणः बाल्यम् बीजम् बुभुक्षित् भ भयभीत भवान्
3osb. बहरा
deaf ताकत
strength बाण
arrow
कागलं बाल्यकाल मी childhood बीज
seed richo भूखा
hungry Vado a tusri डरा हुआ तवाला frightened त्वपित्री nita आप
you (respectful) roa
भौंकनाना to bark Janor पत्नी
wife abrewo
DEZE 1 ground wobstle 377
3P oh, hey robitiogmoo. Tomatsoi बुद्धि
brain मीठी तरह
sweetly बीच का हिस्सा
middle-part ladisode महान् पुरुष
great-man 110
भष्
भार्या भूमिः
भूमि
भोः
मतिः मधुरम् मध्यभागः महापुरुषः
Page #118
--------------------------------------------------------------------------
________________
महाभारत-युद्धम् 2000g महाभारत का युद्ध महावीरः onominor महान् वीर महोदय अदम् 2001 महोदय मा Groga
मत मारय्
मारना
मिलना
abo मुनिः
मुनि
the battle of Mahabharata great warrior sir 5
जाधी don't
तिकीट to kill to meet sage
Pिorthato अलार्मर dumb
मिल्
मूक
गूंगा
statue
animal
या
मूर्तिः
मूर्ति मृगः
Tuodel
पशु I list ROISTERITOR शिकार मृगराजः
पशुओं का राजा मेधाविक
बुद्धिमान
Yadयार यः R SHRS 250 जोगने जाना
hunting king of animals wisein
whosoever
foreign country humble
विदेशः
विदेश पidenorror विनम्र
नम्र विन्द्
पाना विपत्तिः
vodporie
मुसीबत वि + ह (विहर) Tiw घूमना वीरः
बहादुर वृद्धिः
उन्नति वृषभः
Pivot बैल वृष्टिः
gs.10
बारिश व्याकुल
losd.
व्याकुल व्याधिः
बीमारी
to get misfortune to walk around brave
అలంలో
progress bull rain perplexed disease, sickness
श
strength
शक्ति शनैः शनै शशकः
als
of
ताकत धीरे-धीरे खरगोश
slowly, gradually
rabbit, hare here
111
Page #119
--------------------------------------------------------------------------
________________
peace young-one loose
refrigerator
cold
जा
सूखना
to dry jackal
शान्तिः M. शान्ति
का शावकः 10 बच्चा अgश अनि यही शिथिल ढीला 2
A शीतकम् रेफ्रिजरेटर शीतल
ठंडा शुष् (शुष्य्) शृगालः
गीदड़ श्रद्धा
विश्वास श्रमिकः
मज़दूर श्रावय
सुनाना
alsurintingral नाकार संगीतम् संगीत
लालकी संलग्न
लगा हुआ (भूतकाल बनाने वाला निपात)
faith
labourer
to narrate, to tell
नमः
music busy (past tense maker)
to worship
यज् यत्
यज्ञ करना कि, जो
that (conjunction)
whosoever
जहाँ
wherever
अगर
if
यत्र यदि यतः युक्तिः युगम्
क्योंकि उपायन युग ।
युद्ध व 229tTeloia Saib
because device era, age
युद्धम्
battle
युष्मद्
you
बनाना
to make
रच् (रचयति) रविः
सूर्य
sun
112
Page #120
--------------------------------------------------------------------------
________________
,
rocket
राकेट-यंत्रम् dicare राकेट राष्ट्रपतिः siliond its राष्ट्रपति रेडियो-यंत्रम् atiseva रेडियो
president
radio
tot
stick
king of the forest, lion
to sow
to increase
wsaonaristiane लगुडः
छड़ी R -Tohod व वनराजः
वन का राजा, शेर
SO1y8 वप्
बोना वर्धय Clo uor ran)
बढ़ाना छ वा dowance com) अथवा निम ( D वाञ्छ noasta (चाहनाला ला वायुयानम्
baisi हवाई जहाज़ कमी वार: 5volnbingalis बारी विज्ञानम्
विज्ञान
का याच्या
or
to want
aeroplane
turn
science
truth
Satyagraha
always
सच
पान्तमा सत्याग्रह हमेशा (वे) हों सफल II आराम सम्भव होना
(may they) be
successful
to be possible
सत्यम् सत्याग्रहः सदा सन्तु
USD 1929 सफल
Jsi2:01 सम् + भू (सम्भव समयः समाचारः समीपे सम्पत्तिः सम्मतिः सरल सर्व
समय
time
news
near
wealth
समाचार निकट धन-दौलत राय सीधा सब सब जगह
113
opinion simple
all
सर्वत्र
everywhere
Page #121
--------------------------------------------------------------------------
________________
सेवाकात
सर्वस्वम् सहोदरः सायम् सिंही सिव् (सीव्य) सीमान्त-प्रदेशः सूच् (सूचय्) सेवा सौचिकः
52,-57000 स्तम् स्थपतिः स्थित
CIBLECIOS स्नेहः स्मृ (स्मर्य)
9019302 स्वतन्त्र स्वयम् स्वी + कृ
SELSTEEMI
सब कुछ
everything - सगा भाई
real brother शाम
evening शेरनी
lioness सीना
to stitch, to sew सीमा-प्रदेश
border-area सूचना देना
to inform
service दर्जी
tailor (तुम सब) होवो कि
(may you all) be pure (तुम दो) होवो
(may you two) be P राज (मकान बनाने वाला) mason स्थित लाया situated प्रेम
affection, love याद करना
to remember मनाली आज़ाद
free खुद
oneself स्वीकार करना
to accept
स्त
ह
swan
sd(S
DT)
yesterday
हंसः
ह्यः . हृ (हर्) हृदयम
हंस कल (बीता हुआ) हरना, चुराना दिल
bi22900112
ताक
to steal heart
idiaaoqdor
1690
का
noisnigo
riwYISVS
बामचा 114
Page #122
--------------------------------------------------------------------------
________________ रामायण अभिज्ञान शाकुन्तलम् मामवद यजवट अर्थवेद पीताम्बर