Book Title: Sanskrit Sopanam Part 02
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

View full book text
Previous | Next

Page 28
________________ अष्टमः लङ्-लकारः पाठः (उत्तमपुरुषः एकवचनम्) चिन्त् (चिन्तय्) युक्तिः कृष् उन्नतिः वृष्टिः आसम् सदा समयः क्रीड् आज्ञा पाल् (पालय्) कदापि चुर् (चोरय्) सादOdiyobम अहम् अवसम्। sucia अहम् ग्रामे अवसम्। पति Ta -KOSSDK अहम् अचिन्तयम्। अहम् युक्तिम् अचिन्तयम्। माता यता अहम् अकृषम्। अहम् भूमिम् अकृषम्। ) अहम् अतरम्। अहम् सरोवरे अतरम्। iinavr अहम् तत्र आसम्। अहम् तत्र गृहे आसम्। 21

Loading...

Page Navigation
1 ... 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122