Book Title: Pragnapanasutram Part 03
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 798
________________ ८५८ प्रज्ञापनाच आहारकशरीरकायप्रयोगी च, आहारकसिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्र ६, अथवा एकच औदारिकमिश्रशरीरका प्रयोगच आहारकशरीर कायप्रयोगिण आहार कमिश्रशरीरकायप्रयोगी चं ७, real rastदारिकमिश्रशरीरका प्रयोगिणथ आहारकशरीरकाच प्रयोगिणच आहारक मिश्रश्वरायप्रयोगश्च ८, एते अष्टौ भङ्गाः, अथवा एकत्र औदारिव मिश्रशरीरकाय प्रयोगी च - आहारकशरीरकायप्रयोगी च कार्मणशरीरकाप्रयोगी च १, अथवा एकथ औदारिक मिश्र ( अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिलोय, आहारगसरीरका गप्पओगी य, आहारगमीसासरीरकायप्पभगिणी य) अथवा बहुत-से आहारकमिश्रशरीरका प्रयोग एक आहारकशरीरकाग्रप्रयोगी, और बहुत से आहारक मिश्रशरीरकायप्रयोगी (६) । ( अहवेगे य ओरालियममामरीरकावध्यओगिणो य. आहारगसरीरकायओगिणो य, आहारगमीसा सरीरकायप्पओगी य) (अथवा बहुत-से औदारिकमिश्रशरीरकाययोगी, बहुत से आहारक शरीरकायप्रयोगी और एक आहारमिश्रशरीरकाप्रयोगी (७) (अहंवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य, आहारंगसरीरको युष्पओगिणो ये आहारगमी सासरीरकायप्पओगिणो य) अथवा बहुत-से औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी, बहुत-से आहारकशरीरकायप्रयोगी और बहुत से आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी) (८) (एते अट्ट भंगा) ये आठ भंग हैं। ( अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी च, आहारगसरीरकायओगी. य, कम्मगसरीरकायप्पओगी य) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीर कायप्रयोगी, एक आहारकशरीरका प्रयोगी और एक कार्मणशरीरायप्रयोगी (१) । ( अहवेगे य ओरालिय मीसा सरीरका पओगिणो य, अहारग सरीरका यप्पओगीय, आहारग मीसासरीरकायप्पओगिणो य) अथवा धमधा औहारि शरीराय प्रयोगी એક આહ્વારક શરીરક ય પ્રયાગી અને ઘણા આહારક મિશ્ર શરીરઠાય પ્રયેગી (૬) ( अहंवेगे य ओरालिय मीसासरीरकायप्पओगिणो य, आहारगसरीरकायपओगिणो च आहारंग मीसा सरीरकावपओगी य) अथवा घणा अधा भौगरिश मिश्र शरीरायप्रयोगी ઘણુા બધા આહારક- શરીરકાયપ્રયાગી અને એક આઢારક મિશ્ર શરીરકાય પ્રયેળી (છ) ( अहवेगे य ओरालिय मीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारकसरीरकायप्पओगिणो य आहारंग मीसा सरीरकायप्पओगिणो य) अथवा धया गोहारि मिश्र शरीरायप्रयोगी घ। आहार शरीराय प्रयोगी भने घोषा भाडा२४ मिश्र शरीराय प्रयोगी (८) (एंसे अट्ठ भंगा) मा आई लौंग छे ( अहवेगे य ओरालिय मीसासरीरकायप्पओगी य, आहारग सरीरकायप्पओगी य, कम्मग सरीरकायप्पओगी य) · अथवा से! औहारि४ मिश्र शरीराय प्रयोगी, मेक्ष न्या२४ शरीर ફાય પ્રયાગી અને એક કાણું શરીરકાય પ્રત્યેાગી (૧)

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