Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

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Page 12
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir वयोमदः अभवत्सीपिचरइयममव्यपगनः 8 रुमीनि कद्रोजनः पार्श्वस्थमपिसरप निक्लिोम्यहि इनिनिश्चयेननशंफनेनगणयनिनियकर्म करोत्येचयथाश्चानरस्यवस्थितमि यदाकिंचितिपिदुधजनसकाशारगननामूर्योऽस्मानिचरचमदोमेव्यपग नः कपिकुलचिननालाकिन्नविगार्ह जुगुप्सिननिरुपमरसंपत्यारवादन्नरा स्थिनिरामिषम्फरपनिमपिपार्थस्थाबलोक्यनशंकनेनहिगणयनिक्षद्रोज तुःपारयहफल्गुनाम् 9 कलैर्युतंलालयालालितविगनिमपवित्रंजगुप्सिन यं निरुपमरसंनिरापिपं मांसरहिन एतादृशमपिपीत्यारवादनल ज्जने नदन् कद्रोनानी जंनुः परियहस्यफल्गुनानिःसारनांनगणयनिनल जने 9 5 7 For Private and Personal Use Only

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